भारत में एक से बढ़कर एक क्रिकेटरों की भरमार है, कई क्रिकेटर तो ऐसे है की वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के काबिल है लेकिन, टीम में उन्हे जगह नहीं मिल पाती है।
आज के समय में भारतीय टीम के चयनकर्ताओ के लिए खिलाड़ियों को चुनना मुश्किल हो गया है। सिर्फ भारत में ही नहीं भारत ने विश्व क्रिकेट को बहुत से महान खिलाड़ी दिए है।
आज के समय में क्रिकेट खेलने वाली कई देशों की टीम में भारतीय मूल के खिलाड़ी मौजूद हैं। इन खिलाड़ियों में कुछ अभी बड़े क्रिकेटर बनने की राह पर चल रहे है।
जबकि कुछ क्रिकेटर अपने शानदार प्रदर्शन के बदौलत खुद को महान खिलाड़ियों की लिस्ट में पहले ही शामिल करवा चुके हैं।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको 5 ऐसे भारतीय मूल के खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जो विदेशी टीमों की कप्तानी का जिम्मा संभालचुके हैं।
1. हाशिम अमला (साउथ अफ्रीका)
साउथ अफ्रीका के महान खिलाड़ियों में अपनी जगह बनाने वाले हाशिम अमला भारतीय मूल के खिलाड़ी है, हालांकि उनकी पैदाईस और परवरिश साउथ
अफ्रीका में हुई है। हाशिम अमला के दादा गुजरात के सूरत में रहा करते थे। लेकिन बाद में उनका परिवार साउथ अफ्रीका में जाकर बस गया। अमला ने साउथ अफ्रीका की ओर से क्रिकेट खेलते हुए कई बड़ी उपलब्धियां अपने नाम की है।
लंबे समय तक क्रिकेट खेलने के बाद हाशिम अमला को साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी करने का मौका मिला था।
साउथ अफ्रीका के स्टार क्रिकेटर ग्रीम स्मिथ के संन्यास के बाद उन्हें साउथ अफ्रीका टीम का कप्तान बनाया गया था। इस दौरान उनकी कप्तानी में टीम ने 14 मैच खेले, जिनमें से 4 जीते और 4 हारे जबकि 6 मैच ड्रा रहे।
2. रोहन कन्हाई (वेस्टइंडीज )
वेस्टइंडीज के लिए खेलने वाले महान खिलाड़ियों में शुमार रोहन कन्हाई भी भारतीय मूल के ही थे। रोहन ने वेस्टइंडीज के लिए कुल 79 टेस्ट मैच खेले और 47.53 की बल्लेबाजी औसत के साथ 6227 रन अपने नाम दर्ज किये है।
रोहन वेस्टइंडीज के लिए 7 वनडे मैच भी खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 54.66 की औसत से 164 रन अपने नाम किये है। उन्होंने साल 1972 से 1974 के बीच 13 टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज टीम की कप्तानी की।
जिसमें से टीम को 3 मैच में जीत मिली और तीन मैच में हार जबकि 7 टेस्ट मैच ड्रॉ हो गए थे। रोहन कन्हाई के प्रदर्शन से कई पूर्व क्रिकेटर उस समय काफी प्रभावित हुए थे, उन्हीं क्रिकेटरों में भारतीय पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर भी शामिल थे।
सुनील गावस्कर रोहन कन्हाई की बल्लेबाजी से इतने प्रभावित हो गए थे कि उन्होने अपने बेटे का नाम भी रोहन रख लिया था।
3. नासिर हुसैन (इंग्लैंड)
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ियों में शुमार नासिर हुसैन ने इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलते हुए कई बड़ी उपलब्धियां अपने नाम दर्ज की है।
नासिर हुसैन भारतीय मूल के खिलाड़ी है। वो 20 मार्च 1968 को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में पैदा हुए थे। उनके पिता कुछ समय बाद इंग्लैंड में जाकर रहने लगे और पिता की इच्छा के अनुसार नासिर हुसैन ने इंग्लैंड में ही क्रिकेट सीखना शुरू कर दिया।
नासिर हुसैन ने 30 अक्टूबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था और फिर साल 1999 में वो इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान बन गए थे।
उन्होंने इंग्लैंड की तरफ से 96 टेस्ट और 88 वनडे मैच खेले है। जहां 96 टेस्ट मैच की 171 पारियों में 14 शतक और 33 अर्धशतक की मदद से उन्होंने 5764 रन अपने खाते में जोड़े है।
इस दौरान उनका औसत 37.18 का रहा है। वहीं वनडे क्रिकेट में उन्होंने 30.28 के औसत के साथ 2332 रन बनाए है । इस दौरान उनके बल्ले से 16 अर्धशतक और एक शतक निकला है।
2. आसिफ करीम (केन्या)
आसिफ वनडे क्रिकेट में केन्या क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके हैं। आसिफ करीम भारतीय मूल के खिलाड़ी है।
करीम अच्छी स्पिन गेंदबाजी किया करते थे। करीम ने साल 1996 के वर्ल्ड कप के दौरान भारत के खिलाफ वनडे टीम में अपना डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पहले मैच में अजय जडेजा को अपना शिकार बनाया था।
उन्होंने केन्या के लिए कुल 34 मैच खेले है और 4.26 इकॉनमी के साथ 27 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है। इसके अलावा उन्होंने 228 रन भी बनाये है।
केन्या के लिए आसिफ करीम ने 21 वनडे मैच में कप्तानी की है। जिसमें से टीम को 6 मैच में जीत और 15 मैच में हार का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने साल 2003 के वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया था। वर्ल्ड कप 2003 के दौरान वो आखिरी बार भारत के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मैच खेलने मैदान में उतरे।
1. आशीष बगाई (कनाडा)
कनाडा क्रिकेट टीम के लिए लंबे समय तक क्रिकेट खेलने वाले स्टार क्रिकेटर आशीष बगाई भी भारतीय मूल के खिलाड़ी रहे है।
वो 26 जनवरी 1982 को दिल्ली में पैदा हुए थे। इसके बाद वो अपने परिवार के साथ जाकर कनाडा में बस गए। कनाडा के लिए आशीष ने 62 वनडे मैच खेले है और 37.76 के औसत के साथ 1964 रन अपने नाम दर्ज किये है।
वो कनाडा के लिए 9 टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेल चुके हैं जिसमें उनके नाम 40.57 की औसत से 264 रन दर्ज है। आशीष बगाई ने कनाडा के लिए 27 वनडे मैच में कप्तानी की है.जिसमें से टीम को 18 में हार और केवल 8 मैच में ही जीत मिल सकी है।
इसके अलावा उन्होंने 4टी20 इंटरनेशनल मैच में भी टीम की कप्तानी की है जिसमें से टीम को सिर्फ एक में जीत और 4 मैच में हार झेलनी पड़ी है,आईसीसी वर्ल्ड क्रिकेट लीग 2012-13 के दौरान नीदरलैंड के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला था।