भारतीय टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को भारतीय टीम मैनेजमेंट ने अचानक टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
ऋद्धिमान साहा ने इसके बाद हेड कोच राहुल द्रविड़ से लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बारे में एक के बाद एक खुलासे करते हुए हलचल मचा दी है।
अब राहुल द्रविड़ ने मीडिया के सामने इस मामले पर सफाई दी है। ऋद्धिमान साहा के लिए भारतीय टीम के दरवाजे बंद हो चुके हैं।
उन्हें श्रीलंका के खिलाफ 4 मार्च से शुरू होने जा रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है।
ऋद्धिमान साहा ने हेड कोच राहुल द्रविड़ और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर बड़ा आरोप लगाते हुए पत्रकारों से बातचीत में कहा था, ‘कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि मुझे रिटायरमेंट लेने के बारे में सोच लेना चाहिए।
कानपुर टेस्ट में 61 रन की पारी खेलने के बाद दादा (सौरव गांगुली) ने व्हाट्सएप पर मुझे मैसेज किया था और मुझे बधाई देते हुए कहा था कि जब तक मैं बीसीसीआई अध्यक्ष हूं तुम्हे चिंता करने की कोई आवयश्कता नहीं है।
उनकी तरफ से ये बातें सुनकर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया था।’ हालांकि अब मेरे लिए समझना मुश्किल हो गया है कि सबकुछ इतना जल्दी कैसे बदल चुका हैं।
द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भारत की 3-0 से जीत के बाद इस मुद्दे पर कहा कि, “मुझे वास्तव में दुख नहीं हुआ है।
मैं साहा की भारतीय क्रिकेट में उनकी उपलब्धियों और योगदान का बहुत सम्मान करता हूं। मेरी बातचीत इसी पर थी और मेरा मानना है कि वो सच्चाई और स्पष्टता के हकदार है।”
साहा भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेले चुके हैं। 37 साल के इस खिलाड़ी को श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भी नहीं चुना है। वह रणजी ट्रॉफी में भी खेलते हुए नहीं दिखाई दे रहे है।
द्रविड़ ने आगे कहा, “इस तरह की बातचीत मैं लगातार खिलाड़ियों के साथ करता रहता हूं। मैं यह उम्मीद भी नहीं करता कि मैं खिलाड़ियों के बारे में जो कुछ कहूंगा वो हमेशा उसे मान ले।”
उन्होंने कहा, “आप खिलाड़ियों के साथ कड़ी बातचीत कर सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं होता कि आप बातों को दबाकर रखें और बातचीत करना बंद कर दे।
मैं हमेशा प्लेइंग 11 के चुनाव से पहले इस तरह की बातचीत में विश्वास रखता हूं और यह सवाल सुनने के लिए तैयार रहता हूं कि कोई खिलाड़ी क्यों नहीं खेल पा रहा है। ऐसे खिलाड़ी का निराश और दुखी होना लाजिमी है।”