क्रिकेट के तीनों प्रारूप में विकेटकीपर की भूमिका काफी अहम रहती है। जो मैदान पर स्टंप व बल्लेबाज के सबसे करीब रहता है और अपने कप्तान के लिए फील्डिंग भी लगाता है।
सन 1990 तक विकेटकीपर से टीमों को उनकी विकेट के पीछे की स्किल्स के अलावा और कोई इतनी जरूरत नहीं रहती थी। लेकिन समय के साथ-साथ सब बदलता चला गया और विकेटकीपर बल्लेबाज का काफी चलन बढ़ गया।
खासकर वनडे क्रिकेट में कई ऐसे विकेटकीपर बल्लेबाज देखने को मिले है, जिन्होंने अपनी टीमों के लिए बेहतरीन विकेटकीपिंग के अलावा बेहतरीन बल्लेबाजी भी की है।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको ऐसे पांच विकेटकीपर के बारे में बताएंगे जिन्होंने वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारियां खेली है।
5. ल्यूक रॉन्ची
साल 2015 में न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ल्यूक रॉन्ची ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 170 रन की बेहतरीन पारी खेली थी।
डुनेडिन में खेले गए पांचवें वनडे में मेजबान टीम के 20 ओवर में 93 रन के स्कोर पर आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। उसके बाद ल्यूक रॉन्ची और ग्रांट इलियट ने मिलकर 267 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी निभाई।
जिसकी मदद से कीवी टीम ने 360 रन का विशाल स्कोर बनाया। कीवी टीम ने यह मैच 108 रन से अपने नाम कर लिया था। रॉन्ची ने इस मैच में 99 गेंद में 170 रन की नाबाद पारी खेली।
अपनी इस पारी में उन्होंने 14 चौके व 9 छक्के लगाए। रॉन्ची के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने अपने करियर में 85 मैच खेले है और 23.67 की औसत के साथ 1397 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 4 अर्धशतक देखने को मिले है।
4. एडम गिलक्रिस्ट
एडम गिलक्रिस्ट की गिनती दुनिया के सबसे महान विकेटकीपरों में की जाती है। उन्होंने अपने वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ 172 रन की पारी जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली थी।
उन्होंने ये पारी ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे के बीच ट्राई सीरीज के चौथे मैच में खेली थी। अपनी इस पारी में उन्होंने 126 गेंद का सामना किया था और 13 चौके और 3 छक्के लगाए थे।
उनकी इस पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 344 रन का स्कोर बनाया था। वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की टीम 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 196 रन ही बना पायी और ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 148 रन से अपने नाम कर लिया।
इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 287 वनडे मैच खेलते हुए 35.89 के औसत से 9619 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 16 शतक और 55 अर्धशतक निकले है।
3. लिटन दास
साल 2020 में लिटन दास ने जिम्बॉब्वे के खिलाफ 143 गेंद में छह चौके और आठ छक्के की मदद से 176 रन की बेहतरीन पारी खेली थी।
इस मैच में टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम की तरफ से सलामी बल्लेबाजों लिटन दास और तमीम इकबाल ने पहले विकेट के लिए 292 रन की साझेदारी की थी।
बांग्लादेश ने यह मैच 123 रन से अपने नाम कर लिया था। लिटन दास के वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने अभी तक 47 मैच खेले है और 30.34 की औसत के साथ 1335 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उन्होंने 4 शतकीय और 3 अर्धशतकीय पारियां खेली है।
2. क्विंटन डी कॉक
ऑस्ट्रेलियाई ने साल 2016 में पांच वनडे मैच की सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। सीरीज के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया।
ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 9 विकेट खोकर 294 रन बनाये थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीका की टीम के सलामी बल्लेबाज डीकॉक इस मैच में अलग ही अंदाज में खेलते हुए नजर आये थे।
उन्होंने उस मैच में 113 गेंद में 178 रन की पारी खेली थी और अपनी इस पारी में उन्होंने 16 चौके और 11 छक्के लगाए थे। उनकी इस पारी की मदद से अफ्रीका ने यह मैच 36.2 ओवर में 6 विकेट से जीत लिया था।
डी कॉक के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक 124 मैच खेले है और 45.38 की औसत के साथ 5355 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 16 शतक और 26 अर्धशतक लगाए है।
1. एमएस धोनी
दुनिया के सबसे सफल व महान विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी ने साल 2005 में श्रीलंका के खिलाफ सात मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मैच में नाबाद 183 रन की पारी खेली थी। इस मैच में भारत को जीतने के लिए 298 रन बनाने थे। धोनी इस मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने 145 गेंद में 15 चौके और 10 छक्कों की मदद से नाबाद 183 रन की पारी खेली। उनकी इस पारी की मदद से भारत ने यह मैच 46.1 ओवर में 6 विकेट से जीत लिया था। धोनी ने अपने वनडे करियर में 350 मैच में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए 50.57 के बेहतरीन औसत के साथ 10773 रन बनाये है। इस दौरान धोनी के बल्ले से 10 शतक और 73 अर्धशतक निकले है।