2022 सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक बिजी साल था। इस साल क्रिकेट की भरमार रही और शायद ही कोई ऐसा समय रहा हो जब भारतीय क्रिकेटर्स मैदान पर न हों।
साल की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के दौरे से हुई, जिसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज थी। इसके बाद श्रीलंका भारत आया।
उसके बाद एक लंबा आईपीएल सीजन, इंग्लैंड के खिलाफ रिशेड्यूल पांचवां टेस्ट, इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज, 3 टी20 इंटरनेशनल सीरीज आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज खेले।
इसके बाद, भारत ने तीन वनडे और पांच टी20 इंटरनेशनल के लिए वेस्ट इंडीज का दौरा किया। इसके बाद एशिया कप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज खेली।
भारतीय टीम ने तुरंत इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप और साल के अंत में, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज खेली। कोई केवल कल्पना कर सकता है कि वर्ष 2022 में भारतीय खिलाड़ियों पर कितना काम का बोझ था।
किसी भी खिलाड़ी के लिए तीनों प्रारूपों में बने रहना बेहद मुश्किल है, यही वजह है कि बेन स्टोक्स और क्विंटन डी कॉक जैसे खिलाड़ी क्रिकेट के एक प्रारूप से संन्यास ले चुके हैं।
तो आज हम आपको उन 4 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जो 2023 में 1 फॉर्मेट से संन्यास ले सकते हैं।
1. हार्दिक पांड्या- टेस्ट
2021 समाप्त होने पर हार्दिक पांड्या की फिटनेस भारत के लिए चिंता का एक बड़ा एरिया था। उनके भविष्य पर सवालिया निशान था, लेकिन उन्होंने 2022 में सीमित ओवरों की क्रिकेट में शानदार वापसी की।
हार्दिक के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 11 मैच खेले है और 31.29 के औसत की मदद से 532 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 31.06 की औसत से 17 विकेट लिए है।
2. रविचंद्रन अश्विन- टी20 या वनडे इंटरनेशनल
रविचंद्रन अश्विन टेस्ट में भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं। टी20 में भारत के पास अन्य विकल्प हैं, लेकिन टेस्ट में अश्विन जैसा कोई नहीं है, इसलिए उन्हें टी20 इंटरनेशनल को छोड़कर टेस्ट पर ध्यान देने के बारे में सोचना चाहिए।
अश्विन के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 65 मैच खेले है और 6.91 के इकॉनमी रेट की मदद से 72 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
3. अजिंक्य रहाणे – टी20 औऱ वनडे इंटरनेशनल
रहाणे का टी20 इंटरनेशनल करियर कुछ खास नहीं रहा है। वनडे और टी20 की तुलना में उनका प्रदर्शन टेस्ट में काफी बेहतर रहा है।
उन्हें टी20 औऱ वनडे इंटरनेशनल को पूरी तरह से छोड़ने और अपने टेस्ट को बचाने के बारे में सोचना चाहिए। वह टेस्ट टीम से फिलहाल बाहर चल रहे हैं।
4. भुवनेश्वर कुमार – टेस्ट क्रिकेट
भुवनेश्वर को अपने करियर में चोटी पर रहते हुए कई चोटें लगी हैं। टेस्ट टीम से लंबे समय तक बाहर रहने के बाद उनकी वापसी की उम्मीद कम है। इस साल वनडे वर्ल्ड कप होगा और वह उसमें जगह बनाने की कोशिश करेंगे।
भुवनेश्वर कुमार को चाहिए कि चूंकि अब उनके लिए टेस्ट क्रिकेट में मौके कम हैं तो वह T20 और वनडे क्रिकेट पर फोकस करते हुए टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले ले।