क्रिकेट में जब कोई टेस्ट खेलने वाले देशों की लिस्ट पर नजर डालता है तो जिम्बाब्वे को सबसे मजबूत टीमों में नहीं माना जाता हैं। आमतौर पर, टॉप की टीमें जब भी जिम्बाब्वे का दौरा करती हैं तो वह अपने बी स्क्वॉड को भेजते हैं।
भारत भी इस लिस्ट में शुमार है। वर्तमान में, कुछ स्टार भारतीय खिलाड़ियों को जिम्बाब्वे के खिलाफ चल रही आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप सुपर लीग सीरीज के लिए आराम दिया गया है।
भारत ने 2010 और 2016 में जिम्बाब्वे का भी दौरा किया, जहां कई खिलाड़ियों ने अपना डेब्यू किया। केएल राहुल ने 2016 में डेब्यू किया और टीम के कप्तान हैं।
वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिन्हें जिम्बाब्वे में अपना वनडे और टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू करने के बाद फिर दोबारा खेलने का मौका नहीं मिला और फिर कभी उस प्रारूप में नहीं खेले। तो आज हम आपको ऐसे ही 4 बल्लेबाजों के बारे में बताने जा रहे है।
1. फैज फजल
इस लिस्ट में फैज फजल टॉप पर अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गए है। बाएं हाथ के बल्लेबाज को 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे में डेब्यू करना का मौका मिला। फजल ने उस मैच में शानदार प्रदर्शन किया।
उन्होंने 61 गेंद में 7 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 55 रन की पारी खेली और भारत को 10 विकेट से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि इसके बाद उन्हें कभी भारत के लिए खेलने का दोबारा मौका नहीं मिला।
फजल के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 12 मैच खेले है और 105.78 के स्ट्राइक रेट की मदद से 183 रन बनाये है। इस दौरान उनका हाईएस्ट स्कोर 45 रन रहा है।
2. मनदीप सिंह
इस लिस्ट में शामिल होने वाले एक और सलामी बल्लेबाज मंदीप सिंह हैं। उन्होंने भी 2016 के जिम्बाब्वे दौरे पर डेब्यू किया और तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारत को रिप्रेजेंट किया।
इन 3 मैचों में उन्होंने 119.18 के स्ट्राइक रेट की मदद से 87 रन अपने खाते में जोड़े। इस दौरान उन्होंने एक अर्धशतकीय पारी खेली। फजल की तरह, उन्हें भी इसके बाद भारत के लिए खेलने का मौका कभी नहीं मिला।
दाएं हाथ के बल्लेबाज के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 108 मैच खेले है और 123.32 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1692 रन बनाये है। आईपीएल में उनके नाम 6 अर्धशतक दर्ज है।
3. पंकज सिंह
तेज गेंदबाज पंकज सिंह उस भारतीय टीम का हिस्सा थे जिसने 2010 में त्रिकोणीय सीरीज के लिए जिम्बाब्वे का दौरा किया था। उन्होंने सिर्फ एक वनडे मैच खेला।
यह दाएं हाथ के तेज गेंदबाज के करियर का एकमात्र वनडे मैच साबित हुआ। इस मैच में उन्होंने 7 ओवर में 45 रन दिए थे लेकिन एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं हो पाए थे।
इसके अलावा पंकज ने भारत के लिए 2 टेस्ट मैच खेले है और 146 के औसत की मदद से मात्र 2 बल्लेबाजों को ही पवेलियन का रास्ता दिखाने में सफलता पायी थी।
4. नमन ओझा
विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा ने 2010 की त्रिकोणीय सीरीज में श्रीलंकाई टीम के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था।
इसके बाद उसी दौरे पर उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया और इसके बाद एक और मैच इसी टीम के खिलाफ खेला।
दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ने एकमात्र वनडे मैच में एक रन ही बना पाए है। वहीं दो टी20 इंटरनेशनल मैच में वो सिर्फ 12 रन ही जोड़ पाने में कामयाब हो पाए थे।
नमन के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 113 मैच खेले है और 118.35 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1554 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 6 अर्धशतक देखने को मिले है।