ऋषभ पंत भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए खिलाड़ियों में से एक हैं। 24 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान हैं। वो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली गयी 5 मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में भारत की कप्तानी कर चुके हैं।
पंत को 2020-21 में जीक्यू की 25 सबसे प्रभावशाली युवा भारतीयों की किया गया था। उन्होंने 7 आईपीएल सीजन खेले हैं और अकेले अपने वेतन से लगभग 58.8 करोड़ रुपये कमाए हैं।
पंत को दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने 2016 में 1.9 करोड़ रुपये में खरीदा था। पंत वर्तमान में भारतीय क्रिकेटरों के लिए बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट 2022 की ग्रेड ए लिस्ट (5 करोड़) का हिस्सा हैं।
केवल विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को पंत से ज्यादा वेतन मिलता हैं। तो आज हम आपको ऋषभ पंत के बारे में उन 3 फैक्ट्स के बारे में बताएंगे जिनके बारे में आप शायद अंजान होंगे।
3. उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर
24 साल की उम्र में, ऋषभ पंत अपने राज्य- उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री- पुष्कर सिंह धामी बताते हैं कि सरकार ने युवाओं को खेल और पब्लिक हेल्थ के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए पंत को ब्रांड एंबेसडर चुना है।
बाएं हाथ के बल्लेबाज के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 31 मैच खेले है और 43.33 के औसत से 2123 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 5 शतक और 10 अर्धशतक देखने को मिले है।
इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 27 वनडे मैच खेले है और 36.52 के औसत की मदद से अपने खाते में 840 रन जोड़े है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 5 अर्धशतक देखने को मिले है।
इसके अलावा उन्होंने भारत को 54 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 126.5 के स्ट्राइक रेट से 883 रन बनाये है। टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 3 अर्धशतक दर्ज है।
बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 98 मैच खेले है और 147.97 के स्ट्राइक रेट से 2838 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 15 अर्धशतक देखने को मिले है।
2. राजस्थान के लिए खेला गया ऐज- ग्रुप क्रिकेट
ऋषभ पंत दिल्ली के प्रसिद्ध सॉनेट क्रिकेट क्लब से हैं जिसकी स्थापना स्वर्गीय तारक सिन्हा ने की थी। क्लब से मनोज प्रभाकर, अतुल वासन, आकाश चोपड़ा, अंजुम चोपड़ा, आशीष नेहरा, शिखर धवन, नितीश राणा जैसे कुछ शानदार खिलाड़ी निकले है।
जब ऋषभ 12 साल के थे, तब कोच तारक ने उन्हें बेहतर अवसरों के लिए राजस्थान जाने की सलाह दी थी। पंत ने कुछ समय तक राजस्थान में अंडर-14 और अंडर-16 क्रिकेट खेला।
हालाँकि, एक बाहरी व्यक्ति होने के नाते, उन्हें राजस्थान क्रिकेट सर्कल में भेदभाव का सामना करना पड़ा। पंत दिल्ली वापस चले गए, कड़ी मेहनत की और 18 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया।
2016-17 सीज़न में, पंत ने रणजी ट्रॉफी में सबसे तेज शतक बनाया। उनका यह शतक झारखंड के खिलाफ महज 48 गेंदों में आया। 2016-17 विजय हजारे ट्रॉफी के लिए, उन्होंने दिल्ली के कप्तान के रूप में गौतम गंभीर की जगह ली।
1. आई20 के प्रति उनका प्यार
ऋषभ पंत को कारों का भी बहुत शौक है। उनके मौजूदा कलेक्शन में ऑडी ए8, मर्सिडीज बेंज सी-क्लास, फोर्ड मस्टैंग, मर्सिडीज जीएलई जैसी लग्जरी कारें शामिल हैं। हालाँकि, उनकी ड्रीम कार हमेशा फैमिली हैचबैक ह्युंडई आई20 थी।
ऋषभ ने एक इंटरव्यू में कहा, “किसी कारण से, मुझे बचपन से ही उस कार (आई20) से प्यार रहा है। मुझे बस इतना पता था कि यह मेरी पहली कार होगी। अगर मेरे पास 100 करोड़ हैं तो भी मैं उसे खरीदना चाहता था।”