हाल ही के सालों में भारतीय क्रिकेट टीम की चयन रणनीति ने फिटनेस को काफी अहमियत दी है। अतीत में भारत को फिट क्रिकेटरों की कमी के कारण मैदान पर काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
इसलिए, मैदान पर अधिक गतिशील टीम बनाने के लिए यो-यो टेस्ट जैसी तकनीकों को शामिल किया गया। हालांकि इस पहलू में, कुछ खिलाड़ी अभी भी संघर्ष कर रहे हैं।
इसलिए, उन्हें भारतीय टीम में अभी तक उनका हक नहीं मिला है। अगर उनकी फिटनेस की समस्या नहीं होती, तो उन्हें भारतीय इलेवन में अपनी जगह पक्की करने का अच्छा मौका मिल सकता था।
इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको उन चार खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें अगर फिटनेस की समस्या नहीं होती तो मौजूदा भारतीय 11 में हो सकते थे।
1) पृथ्वी शॉ- वनडे और टी20 इंटरनेशनल XI
पृथ्वी शॉ ने एक युवा खिलाड़ी के रूप में घरेलू क्रिकेट में धूम मचाई और उन्होंने भारतीय टीम के लिए 2018 के अंडर 19 वर्ल्ड कप में भी अच्छा प्रदर्शन किया।
मुंबई से आने वाले पृथ्वी शॉ को भारतीय क्रिकेट का भविष्य बताया जा रहा था। उनके टेस्ट करियर की शुरुआत भी शानदार रही थी। वर्तमान में वो घेरलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे है।
लिस्ट ए और टी20 प्रारूप में पृथ्वी के अच्छे आंकड़े हैं। उन्होंने टी20 में लगभग 27 की औसत से और 151.67 के स्ट्राइक रेट से 92 मैचों में 2401 रन बनाये है।
वहीं 50 ओवर के प्रारूप में उन्होंने 123.27 और 52.54 के औसत से 53 मैचों में 2627 रन अपने खाते में जोड़ने में सफल रहे है।
टॉप पर पहुंचने के इरादे से भारत को सलामी बल्लेबाजों की जरूरत है, यह आश्चर्यजनक है कि पृथ्वी को अभी तक भारत के लिए खेलने के लिए मौके नहीं मिले है।
दाएं हाथ का यह युवा बल्लेबाज फिटनेस के मामलें में काफी पिछड़ रहे है। इसलिए वह भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
2) राहुल तेवतिया- टी20 इंटरनेशनल XI
राहुल तेवतिया उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें अगर फिटनेस की समस्या नहीं होती तो वो भारतीय 11 में हो सकते थे। पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ तेवतिया को भारतीय टीम में चुना गया था।
हालाँकि, फिटनेस समस्याओं के कारण उन्हें बाहर कर दिया गया था और फिर कभी टीम के लिए नहीं चुना गया। तेवतिया के मामले में भी वह अपनी फिटनेस की वजह से ज्यादा संघर्ष कर रहे हैं।
हालाँकि उन्होंने आईपीएल में मैच जिताऊ पारियां खेली है। हालांकि उन्होंने गेंद के साथ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। हालांकि घरेलू क्रिकेट में उन्होंने दिखाया है कि वह गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
3) वरुण चक्रवर्ती- टी20 इंटरनेशनल XI
आईपीएल 2020 और आईपीएल 2021 में वरुण टॉप फॉर्म में थे। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स को रिप्रेजेंट करते हुए, उन्होंने इन दो सीजन में क्रमशः 17 और 18 विकेट लिए। दोनों ही सीजन में उनका इकॉनमी रेट 7 से कम रहा था।
चोट की वजह से वरुण को डेब्यू के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। जब वह भारत के लिए खेले, तो वो लय में नहीं दिखाई दिए। तभी से उनके फिटनेस स्टैंडर्ड अच्छे नहीं रहे है।
इसी वजह से उन्हें बाद में कभी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। अगर इस मिस्ट्री स्पिनर को फिटनेस की समस्या नहीं होती तो उन्हें अपनी बात साबित करने के कुछ और मौके जरूर मिलते।
4) सरफराज खान- टेस्ट XI
दाएं हाथ के बल्लेबाज सरफराज खान भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हे अगर फिटनेस की समस्या नहीं होती तो भारतीय XI में हो सकते थे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मुंबई के बल्लेबाज ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ी है।
उन्होंने 29 मैच में 81.33 के औसत की मदद से 2928 रन अपने खाते में जोड़े है। इस दौरान उनके बल्ले से 10 शतक और 8 अर्धशतक देखने को मिले है। हालांकि भारतीय टीम के लिए वो अभी तक डेब्यू नहीं कर पाए है।