जिम्बाब्वे और भारत के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब, हरारे में ही खेला गया था। इस मैच में भारत ने मेजबान टीम को 5 विकेट से हराते हुए सीरीज पर 2-0 से अपना कब्जा कर लिया।
इस मैच में भारत ने अपनी प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव किया है। उन्होंने दीपक चाहर की जगह शार्दुल ठाकुर को खिलाया जोकि हैरान कर देने वाला है क्योंकि उन्हें पहले मैच में मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला था।
वहीं जिम्बाब्वे की टीम ने दो बदलाव किये। उन्होंने तदिवानाशे मारुमानी की जगह ताकुद्ज़्वानाशे काइटानो, रिचर्ड नगारवा की जगह तनाका चिवंगा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया।
इस मैच में भारतीय कप्तान केएल राहुल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनका ये फैसला सही साबित हुआ क्योंकि काइटानो को मोहम्मद सिराज ने 7(32) रन के निजी स्कोर पर आउट कर दिया।
इसके कुछ देर बाद शार्दुल ठाकुर ने इनोसेंट काइया को विकेटकीपर संजू सैमसन के हाथों कैच आउट कराया। काइया ने 27 गेंदों में 2 चौके की मदद से 16 रन बनाये।
ठाकुर ने थोड़ी देर बाद ही मेजबान कप्तान रेजिस चकाब्वा को 2(5) रन के निजी स्कोर पर आउट कर दिया। इसके बाद अगले ही ओवर में वेस्ली मधेवेरे को प्रसिद्ध कृष्णा ने संजू के हाथों कैच आउट करके पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
मधेवेरे ने 5 गेंदों में 2 रन बनाये। इसके बाद सिकंदर रजा और शॉन विलियम्स ने 5वें विकेट के लिए 41 रन जोड़े। इस साझेदारी को कुलदीप यादव ने रजा को आउट करके तोड़ा। रजा ने 31 गेंद में 16 रन बनाये।
रजा के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आये रयान बर्ल के साथ विलियम्स ने छठे विकेट के लिए 33 रन की साझेदारी निभाई।
इस साझेदारी को दीपक हुड्डा ने विलियम्स को आउट करके तोड़ा। विलियम्स ने 42 गेंद में 3 चौके और एक छक्के की मदद से 42 रन की पारी खेली।
उनके आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आये ल्यूक जोंगवे ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक पाए और 16 गेंद में एक चौके की मदद से 6 रन बनाकर शार्दुल की गेंद पर आउट हो गए।
उनके आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आये ब्रैड इवांस के साथ बर्ल ने आठवें विकेट के लिए 20 रन ही जोड़े। इस साझेदारी को अक्षर पटेल ने इवांस को आउट करके तोड़ा। इवांस ने 13 गेंद का सामना करते हुए एक चौके की मदद से 9 रन बनाये।
उनके आउट होने के बाद विक्टर न्याउची बल्लेबाजी करने आये लेकिन बिना गेंद खेले रन आउट होकर चले गए। इसके बाद चिवंगा 4 गेंद में एक चौके की मदद से 4 रन बनाकर रन आउट हो गए।
इसी के साथ जिम्बाब्वे की पूरी टीम 38.1 ओवरों में 161 रन पर सिमट हो गयी। बर्ल 47 गेंद में 3 चौके और एक छक्के की मदद से 39 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट शार्दुल ठाकुर ने लिए। उन्होंने 7 ओवर में 38 रन देते हुए 3 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाने में कामयाबी हासिल की। इसके अलावा सिराज, कृष्णा, अक्षर, हुड्डा और कुलदीप को एक-एक विकेट मिला।
वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की तरफ से इस मैच में पारी की शुरुआत करने शिखर धवन के साथ कप्तान केएल राहुल आये। हालांकि राहुल 5 गेंद में एक रन बनाकर न्याउची की गेंद पर आउट हो गए।
उनके आउट के बाद बल्लेबाजी करने आये शुभमन गिल के साथ धवन ने 42 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को चिवंगा ने धवन को आउट करके तोड़ा। धवन ने 21 गेंदों में 4 चौको की मदद से 33 रन की पारी खेली।
धवन के आउट होने के बाद ईशान किशन बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे। हालांकि वो ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक पाए और 13 गेंद में 6 रन बनाकर ल्यूक जोंगवे की गेंद पर आउट हो गए।
किशन के आउट होने के बाद दीपक हुड्डा बल्लेबाजी करने आये लेकिन गिल उनके साथ 14 रन ही जोड़े। इसके बाद गिल जोंगवे की गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौट गए।
उन्होंने 34 गेंद में 6 चौको की मदद से 33 रन की पारी खेली। उनके आउट होने के बाद संजू बल्लेबाजी करने आये और उन्होंने दीपक के साथ 5वें विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी की।
इस साझेदारी को रजा ने हुड्डा को आउट करके तोड़ा। हुड्डा ने 36 गेंद में ३ चौको की मदद से 25 रन की पारी खेली। अंत में भारतीय टीम ने यह मैच 25 ओवरों में 161 रन बनाकर जीत लिया।
संजू ने 35 गेंदों में 3 चौके और 3 छक्के की मदद से 37* रन की पारी खेली। वहीं अक्षर पटेल भी 7 गेंद में एक चौके की मदद से 6 रन बनाकर नाबाद रहे।
जिम्बाब्वे की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट ल्यूक जोंगवे ने लिए। उन्होंने 4 ओवर में ३३ रन देते हुए 2 विकेट लिए। उनके अलावा तनाका चिवंगा और विक्टर न्याउची और रजा को एक-एक विकेट मिला।