रविवार को खेले गए आईपीएल के दूसरे मुकाबले में राजस्थान वाले लखनऊ सुपरजाइंट्स को 3 रनों से हरा दिया। लखनऊ के केएल राहुल की कप्तानी इस मैच में बेहद लचर रही।
पहले बल्लेबाजी करते हुए, राजस्थान रॉयल्स ने शीर्ष पर एक बदलाव किया और देवदत्त पडिक्कल को जोस बटलर के साथ ओपनिंग करने के लिए आगे किया।
टीम ने मैच से यशस्वी जायसवाल को बाहर कर दिया। हालाँकि, इससे रॉयल्स के लिए कुछ ज्यादा अच्छा नहीं हुआ।
सलामी बल्लेबाजी स्टैंड ने 42 रन जोड़े और छठे ओवर में बटलर और देवदत्त का साथ टूट गया, जब अवेश खान ने बटलर के स्टंप बिखेर दिए।
शानदार फॉर्म में चल रहे इस अंग्रेज ने 11 गेंदों में 13 रन बनाए। कप्तान संजू सैमसन और पडिक्कल से लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की उम्मीद थी।
लेकिन, ऐसा नहीं हुआ क्योंकि नौवें ओवर में जेसन होल्डर द्वारा सैमसन को पडिक्कल के साथ 18 रन की साझेदारी के बाद आउट कर दिया गया।
10वें ओवर ने लखनऊ को जश्न मनाने का और अधिक कारण दिया क्योंकि के गौतम ने पहले पडिक्कल को 29 रन पर आउट किया और फिर 4 रन पर रस्सी वैन डेर डूसन को आउट किया।
रॉयल्स परेशानी की स्थिति में थे, लेकिन आर अश्विन और शिमरोन हेटमेयर ने इसको संभाला। अश्विन ने विकेट टेकर कृष्णप्पा गौतम के 1 ओवर में लगातार दो छक्के जड़े और उनके आंकड़े खराब कर दिए।
शिमरोन हेटमायर के अर्धशतक और आर अश्विन और देवदत्त पडिक्कल के कुछ आसान योगदान ने राजस्थान रॉयल्स को खराब शुरुआत से उबरने और लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 165/6 के बाद मदद की।
होल्डर काफी महंगे साबित हुए। उन्होंने 4 ओवरों में 12 रन की औसत से रन दिए। आखिरी 3 ओवरों में शिमरॉन हेतमायर ने 5 छक्के जड़े और टीम 140 की जगह 165 तक पहुंच पाई।
रॉयल्स ने एक अनोखे फैसले से भी ध्यान खींचा, जब उन्होंने आर अश्विन को डेढ़ ओवर बचे रहने पर रिटायर आउट करने का फैसला किया।
फैसला सही साबित हुआ क्योंकि रियान पराग ने 4 गेंदों पर 8 रन बनाए जिसमें एक छक्का शामिल था। आखिरी पांच ओवर में 73 रन बनें।
जवाब में राजस्थान को गेंदबाजी कर रहे ट्रेंट बोल्ट ने ड्रीम शुरुआत दी। उन्होंने पहली ही गेंद पर केएल राहुल को शाहीन अफरीदी की तरह बोल्ड किया।
केएल राहुल ने काफी खराब कप्तानी की। उन्होंने कृषप्पा गौतम को ऊपर तीसरे नंम्बर पर भेजा। फिर तीसरी गेंद पर बोल्ट ने उनका भी काम तमाम कर दिया।
राहुल ने फिर गलत फैसला किया और बदोनी, हुड्डा और स्टोइनिस की जगह होल्डर को ऊपर भेजा। होल्डर ने काफी गेंदे बर्बाद की और कृष्णा के हाथों चलते बने।
अब तक टीम पर दबाव बन गया था। दीपक हुड्डा ने कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन वह कुलदीप सेन की काफी तेज गेंद पर शॉट मारने में बोल्ड हो गए। आयुष बदोनी भी थोड़ी देर टिके पर रंग में नजर नहीं आये। बड़ा शॉट मारने के चक्कर मे वह चहल का शिकार बन गए।
डिकॉक एक तरफ टिके रहे लेकिन उनका खेलने का अंदाज लगातर विकेटों से बदल रहा था। अब क्रुणाल पंड्या ने बल्लेबाजी में डिकॉक का अच्छा साथ दिया।
अश्विन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में केवल 20 रन दिए। चहल ने चार ओवर में 41 रन देकर 4 विकेट लिए। चहल ने 16वें में गेंदबाजी करते हुए क्विंटन डी कॉक (39) को आउट कर दिया।
टीम का स्कोर इस समय 101 रन था और 6 विकेट गिर चुके थे। एक गेंद बाद चहल ने क्रुणाल पंड्या को 22 रन पर बोल्ड कर दिया और लखनऊ का स्टोइनिस को रोकने का पैंतरा फेल हो गया।
नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने स्टोइनिस आए थे जो अमूमन बिग बैश में पारी की शुरुआत करते हैं। आईपीएल में भी वह शीर्ष 4 में खेलते हैं क्योंकि शुरू में उनको 10 गेंदे लगती हैं।
फिर भी उन्होंने अच्छे शॉट मारे। शुरू की 12 गेंदों पर उन्होंने 28 रन जड़कर उन्होंने मैच में जान डाल दी। उन्होंने 17 गेंदों में 4 छक्के और 2 चौके लगाकर 38 रन बनाए।
अब जाहिर सी बात थी 102-7 के स्कोर पर उनको नंबर 9 के बल्लेबाज चमीरा के साथ खेलना था। उन्होंने कई रन नहीं दौड़े क्योंकि दूसरे छोर पर आवेश और चमीरा रहते थे।
आखिरी चार ओवरों में 60 रन चाहिए थे जो लखनऊ नहीं बना सकी। चहल ने चमीरा को 18वें ओवर में आउट कर दिया। स्टोइनिस ने कुछ कृष्णा के खिलाफ कुछ शॉट जरूर खेले पर वह नाकाफी साबित हुआ।
कप्तान राहुल का ऊपर के क्रम में लोअर आर्डर बल्लेबाजों को भेजना मैच में निर्णायक साबित हुआ। स्टोइनिस को ऊपर भेजने से जीत मिल सकती थी।
शानदार गेंदबाजी करते हुए कुलदीप सेन ने केवल 11 रन दिए। उन्होंने पहली चार गेंद में 1 रन दिया।