टेस्ट क्रिकेट की तरह वनडे में बल्लेबाज को भरपूर समय नहीं मिलता है। यहाँ पर अगर बल्लेबाज को सफल होना है तो उसको धैर्य के साथ आक्रामकता भी दिखाने की जरुरत होती है।
वनडे क्रिकेट इतिहास में बहुत से ऐसे आक्रमक बल्लेबाज देखने को मिले है। जिन्होंने मैदान पर आते ही चौकों और छक्कों की बारिश कर दी हो। वैसे तो वनडे में सबसे अधिक 351 छक्के पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने लगाए है।
वहीं कुछ ऐसे भी बल्लेबाज मैदान पर खेलते हुए नजर आये है जो अपने वनडे क्रिकेट करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाए है। तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है। जो अपने वनडे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाए है।
1. मनोज प्रभाकर (भारत)
भारत के पूर्व ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर अपने वनडे करियर में में एक भी छक्का लगाने में सफल नहीं हुए है।
उन्होंने भारत के लिए 130 वनडे मैच खेले है और 24.12 की औसत से अपने बल्ले से 1858 रन बनाए है। इस दौरान उन्होंने दो शतक और 11 अर्द्धशतक भी लगाए है।
इस दौरान उनका उच्चतम स्कोर 160 रन रहा। वहीं उन्होंने भारत की तरफ से वनडे में गेंदबाजी करते हुए 157 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
उनके टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 39 टेस्ट खेले है और 32.65 की औसत से 1600 रन बनाये है। इस दौरन उनके बल्ले से एलक शतक और 9 अर्धशतक निकले है। गेंदबाजी में भी उनके नाम टेस्ट में 96 विकेट दर्ज है।
2. ज्योफ्री बॉयकॉट (इंग्लैंड)
ज्योफ्री बॉयकॉट की गिनती इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाजों में की जाती है। बॉयकॉट ने 108 टेस्ट मैच मैच में इंग्लैंड को रिप्रेजेंट किया है और 47.72 की औसत के साथ 8114 रन बनाए है।
इस दौरन उन्होंने 8 छक्के भी लगाए है लेकिन वनडे में वह एक भी छक्का नहीं लगा पाए थे। उन्होंने 36 वनडे मैच में 36.06 की औसत से 1082 रन अपने नाम जोड़े है।
इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 9 अर्द्धशतक भी निकले है। उनका उच्चतम व्यक्तिगत वनडे स्कोर 105 रन था। उन्होंने वनडे में 84 चौके भी जड़े है लेकिन इस प्रारूप में वो एक भी छक्का नहीं लगा पाए है।
3. थिलन समरवीरा (श्रीलंका)
श्रीलंकाई बल्लेबाज थिलन समरवीरा भी इस सूची में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे है। समरवीरा ने श्रीलंका के लिए 81 टेस्ट खेले और 48.76 की बेहतरीन औसत के साथ 5462 रन बनाए है।
टेस्ट में उनका उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर 231 रन था। समरवीरा एक सफल टेस्ट बल्लेबाज थे लेकिन वो वनडे क्रिकेट में उनका करियर ज्यादा अच्छा नहीं रहा।
थिलन समरवीरा ने अपने करियर में सिर्फ 53 वनडे मैच ही खेले है और 27.80 की साधारण औसत के साथ केवल 862 रन ही बनाये है। उन्होंने वनडे में 76 चौके तो लगाए है मगर एक भी छक्का लगाने में कामयाब नहीं हुए है।
4. कैलम फर्ग्युसन (ऑस्ट्रेलिया)
दाय हाथ के इस बल्लेबाज ने ऑस्टलिया को 30 वनडे मैच में रिप्रेजेंट किया है। जिसमें फर्ग्युसन के बल्ले से 41.43 की बेहतरीन औसत के साथ 663 रन निकले है।
इस दौरान उन्होंने 5 अर्थशतक भी जड़े है। वनडे में उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 71 रन है। फर्ग्युसन ने अपने वनडे करियर में 64 चौके भी लगाए है लेकिन छक्का लगाने में वो कभी कामयाब नहीं हो पाए है।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए एक टेस्ट मैच भी खेला है जिसमें उन्होंने केवल 4 रन ही बनाये है। वहीं इस ऑस्ट्रलियाई बल्लेबाज ने 3 टी20 मैच भी खेले है और मात्र 16 रन बनाये है।
5. केप्लर वेसेल्स (दक्षिण अफ्रीका)
क्रिकेट के इतिहास में बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हुए है जिन्होंने दो देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेला है। साउथ अफ्रीका में जन्मे केप्लर वेसेल्स ने पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए फिर अपने देश के लिए काफी समय तक क्रिकेट खेला है।
उनके टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 40 टेस्ट मैच खेले है और 41.00 की औसत से 2788 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 15 अर्धशतक निकले है।
उन्होंने टेस्ट में 3 छक्के लगाए है लेकिन वनडे में वो साउथ अफ्रीका एक भी छक्का नहीं लगा पाए है। उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए 55 वनडे मैच खेले है और 32.54 की औसत से 1627 रन अपने नाम किये है।
उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए वनडे में 124 चौके भी लगाए है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने 54 मैच खेले है और 1740 रन बनाये है।