अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना हर खिलाड़ी के लिए गर्व की बात होती है। टेस्ट क्रिकेट खेल का सबसे लम्बा प्रारुप है और इसमें खिलाड़ियों की फिटनेस सबसे अहम होती है।
एक गेंदबाज़ को एकदिवसीय क्रिकेट के मुकाबले कहीं ज़्यादा ओवर डालने होते हैं, वहीं दूसरी तरफ बल्लेबाज़ को भी क्रीज़ पर जमें रहना आना चाहिए। वर्तमान समय में ऐसी कम ही खिलाड़ी जो सीमित ओवर क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट दोनों ही एक साथ खेलते हों।
भारत के लिए रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी ही ऐसे क्रिकेटर हैं जो सीमित ओवर क्रिकेट के साथ टेस्ट क्रिकेट भी लगातार खेलते हैं। बहुत खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिनको टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने का अवसर भी नही मिलता।
आइये जानते हैं ऐसे 3 खिलाड़ियों के बारे में जो टेस्ट क्रिकेट में कम से कम 1 मौके के हक़दार थे लेकिन उन्हें अभी तक मौका नही मिला है।
3. युजवेंद्र चहल
पिछले पाँच वर्षों में टी20 में भारत के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले युजवेंद्र चहल को अभी तक टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का अवसर नही मिला है। चहल ने भारत के लिए कुल 56 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 26.93 की औसत से 97 विकेट अपने नाम किये हैं।
यदि बात करें टी20 मैचों की तो चहल ने 49 टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं जिसमें जिसमें 25.30 की औसत से कुल 63 विकेट लिए हैं। ऐसे आंकड़ों को देखने के बाद बहुत से लोगों का ये मानना है कि चहल को टेस्ट क्रिकेट में मौका देना बनता है।
चहल के पास फर्स्ट क्लास क्रिकेट और लिस्ट ए क्रिकेट का भी अच्छा अनुभव है जो टेस्ट क्रिकेट में उनकी अवश्य ही मदद करेगा। शहबाज़ नदीन और जयंत यादव तक को टेस्ट टीम के लिए पदार्पण मौका मिल चुका ऐसे में भारतीय क्रिकेट प्रशंसक और क्रिकेट विशेषज्ञ सभी चहल को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करते हुए देखना चाहते है।
2. मनीष पांडे
मनीष पांडे भारत के लिए 29 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच और 39 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं। पांडे ने कुल 29 एकदिवसीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 33.29 की औसत से 566 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं।
यदि बात करें टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की की तो दाएं हाथ के बल्लेबाज ने अब तक कुल 39 मैच खेले हैं जिसमें 44.31 की औसत से 709 बनाए हैं। इसमें 3अर्धशतक शामिल हैं।
मनीष पांडे भले ही धीमे खेलते हैं लेकिन वह टेस्ट मैचों के लिए उपयोगी बल्लेबाज है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में ढेर सारे शतक लगाए हैं और टेस्ट पदार्पण का एक अवसर उन्हें अवश्य मिलना चाहिए था। मनीष के पास 250 से अधिक लिस्ट ए और फर्स्ट क्लास क्रिकेट का अनुभव है जो टेस्ट क्रिकेट में अवश्य ही मददगार साबित होता।
1. श्रेयस अय्यर
सीमित ओवर क्रिकेट में श्रेयस अय्यर को भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने भारत के लिए 22 एक दिवसीय मैच खेले हैं जिसमें 42.78 की औसत से 813 रन बनाए हैं।
इसमें एक शतक और 8 अर्धशतक शामिल हैं। अगर हम टी20 क्रिकेट की बात करें तो अय्यर ने कुल 29 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में शिरकत की है जिसमें उन्होंने 28.94 की औसत से 550 रन बनाए हैं जिसमें 3 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी तकनीक टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त है।
श्रेयस के पास 250 से अधिक फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए क्रिकेट का अनुभव हैं जिसमें 20 शतक शामिल है। वर्तमान समय में भारतीय टीम का मध्यक्रम उतना अच्छा प्रदर्शन नही कर रहा है ऐसे में श्रेयस मध्यक्रम में एक उपयोगी बल्लेबाज़ साबित होंगे।
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Shryseh ayer