शनिवार को आईपीएल के दूसरे मैच में डीसी के लिए महत्वपूर्ण साझेदारी खत्म एक दुखद तरीके से हुई। विजय शंकर की गेंद को लेग साइड में धकेल दिया गया और पंत और ललित दो रन के लिए भाग गए।
लेकिन दृढ़ विश्वास के साथ नहीं क्योंकि उनके पास 1.5 रन जितना ही समय था। ऐसे में डेंजर छोर पर ललित यादव पीछे थे और गेंदबाज के छोर पर मनोहर का थ्रो सटीक आया।
विजय शंकर ने गेंद से गिल्ली भी उड़ा दी। हालांकि ट्विस्ट यह था कि शंकर के पैर स्टंप्स के संपर्क में आने के कारण एक गिल्ली जल्दी निकल गई थी।
हालांकि, दूसरी गिल्ली वहीं स्टम्प पर लगी हुई थी और शंकर ने गेंद से इसे उड़ा दिया। अगर दोनों बेल्स निकल जातीं, तो उन्हें स्टंप को उखाड़ना पड़ता।
पंत इसी बात को लेकर असमंजस में थे, कि उन्होंने स्टंप नहीं उखाड़ा तो आउट नहीं माना जायेगा। ललित यादव भी नहीं हटे और अंत में अंपायर ने दोनों को सूचित किया।
अंपायर द्वारा नियम साझा करने के बाद ललित को पवेलियन जाना पड़ा। लेकिन इस तरह से आउट होने के बाद ललित को संतोष नहीं हुआ होगा।
172 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स ने पुणे में पांच ओवर के अंदर शीर्ष तीन बल्लेबाजों पृथ्वी शॉ, टिम सेफर्ट और मनदीप सिंह को खो दिया।
फिर ललित यादव भी दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हुए। इसके बाद पॉवेल ने कुछ अच्छे शॉट जरूर लगाएं लेकिन लोकी फर्गुसन ने उनको अपना तीसरा शिकार बनाया।
फिलहाल अक्षर पटेल और पॉवेल बल्लेबाजी कर रहे थे और दिल्ली के सामने 9 रन से ज्यादा प्रति ओवर रन बनाने की चुनौती थी।
इससे पहले गुजरात के लिए सलामी बल्लेबाजी के लिए भेजे गए शुभमन गिल ने 46 गेंदों में 84 रन के करियर का सर्वश्रेष्ठ आईपीएल स्कोर बनाकर गुजरात टाइटंस को 20 ओवर में 6 विकेट पर 171 रन पर पहुंचाया।
कप्तान हार्दिक पांड्या ने धीमे खेलते हुए 31 रन का योगदान दिया और गिल के साथ तीसरे विकेट के लिए 65 रन की अहम साझेदारी की।
इनके अलावा डेविड मिलर ने 15 रन का योगदान दिया और तेवतिया ने भी 1 छक्का और 1 चौका लगाया। टीम अंतिम ओवरों में गिल के आउट होने की वजह से बड़ा स्कोर नहीं बना पाई।
मुस्तफिजुर रहमान दिल्ली के गेंदबाजों में से सबसे सफल रहे थे, जिन्होंने 4 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट लिए। उनके अलावा खलील अहमद ने भी 2 विकेट लिए।