क्रिकेटरों ने हाल के दिनों में क्रिकेट के खेल को अगले लेवल तक पहुंचाया है। इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउन्सिल (आईसीसी) के प्रयासों से क्रिकेट का खेल नए देशों में पहुंच गया है।
उन्होंने बोर्ड के सदस्यों के रूप में स्विट्जरलैंड, ताजिकिस्तान और मंगोलिया जैसे देशों को शामिल किया। एशियाई क्रिकेटरों ने इस खेल में अपना दबदबा बनाया है क्योंकि कई देशों में एशिया मूल के क्रिकेटर खेल खेल रहे हैं।
क्रिकेट की बात करें तो दुनिया के किसी भी क्रिकेटर के लिए डेब्यू मैच बहुत बड़ी बात होती हैं। हालांकि, कुछ क्रिकेट स्टार्स अपने पहले इंटरनेशनल मैच से ठीक पहले चोटिल हो गए।
नतीजतन उनका डेब्यू देर से हुआ। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है।
1. रोहित शर्मा
रोहित शर्मा इस समय तीनों फॉर्मेट में भारत के कप्तान है। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में रोहित के डेब्यू में थोड़ी देरी हुई क्योंकि उन्होंने प्रैक्टिस सेशन में खुद को चोटिल कर लिया था।
रोहित 2010 में नागपुर बनाम दक्षिण अफ्रीका में डेब्यू कर सकते थे, लेकिन उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट कैप हासिल करने के लिए 2013 तक इंतजार करना पड़ा।
भारतीय टीम के कप्तान के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक 45 टेस्ट मैच खेले है और 46.13 के औसत की मदद से 3137 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 8 शतक, 1 दोहरा शतक और 14 अर्धशतक लगाए है।
2. संजू सैमसन
जुलाई 2021 में भारत बनाम श्रीलंका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए भारत संजू सैमसन को उन्हें उनकी बेहतर फॉर्म के कारण टीम में चुन सकता था। हालांकि सीरीज के पहले मैच से पहले संजू सैमसन को घुटने में चोट लग गई थी।
चूंकि सैमसन अपना वनडे डेब्यू करने के लिए फिट नहीं थे, इसलिए भारतीय क्रिकेट टीम ने ईशान किशन को विकेटकीपर के रूप में चुना। किशन ने अपने वनडे डेब्यू पर अर्धशतक लगाया।
इसके बाद संजू ने अपना डेब्यू तीसरे वनडे मैच में किया। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपने पहले मैच में 46 गेंदों में 5 चौको और 1 छक्के की मदद से 46 रन की पारी खेली। भारत यह मैच 3 विकेट से हार गया था।
3. मनोज तिवारी
मनोज तिवारी डोमेस्टिक क्रिकेट में टॉप भारतीय बल्लेबाजों में से एक थे। डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत तिवारी को 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह मिली।
दुर्भाग्य से, दाएं हाथ के बल्लेबाज को दौरे से ठीक पहले कंधे में चोट लग गई थी। इसलिए, उन्हें बांग्लादेश दौरे से बाहर कर दिया गया और उन्हें डेब्यू करने के लिए फरवरी 2008 तक इंतजार करना पड़ा।
मनोज तिवारी के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने भारत को 12 मैच में रिप्रेजेंट किया है और 26.09 की औसत से 287 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और एक अर्धशतक देखने को मिला है।
4. विल पुकोवस्की
विल पुकोवस्की ने 2020/21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया। पुकोवस्की डोमेस्टिक सर्किट में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे और टीम मैनेजमेंट ने उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में चुना।
हालाँकि, उन्हें एक चोट का सामना करना पड़ा जिस वजह से उनके डेब्यू में देरी हुई। इसके बाद पुकोवस्की ने सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में भारत के खिलाफ डेब्यू किया। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही 62 रन की अर्धशतकीय पारी खेली।
5. ग्लेनटन स्टूरमैन
बहुत से फैंस उनके बारे में नहीं जानते होंगे, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के ग्लेनटन स्टुरमैन इस साल की शुरुआत में श्रीलंकाई टीम के खिलाफ दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के लिए तैयार थे।
हालांकि, दाएं हाथ के तेज गेंदबाज को चोट लग गई और टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने में देरी हुई। इससे पहले उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में अपना डेब्यू कर लिया।
जहाँ उन्होंने दो ओवरों में 28 रन लुटाए लेकिन एक भी विकेट लेने में नाकाम रहे थे। उन्होंने बाद में 17 फरवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में अपना डेब्यू किया। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने अभी तक 2 टेस्ट मैच खेले है और 1 विकेट लिया है।