किसी भी स्पोर्ट्स में जब कोई टीम बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती है, तो सबसे पहली गाज कप्तान पर ही गिरती हैं और उसे इसके बाद कप्तान को उसके पद से हटा दिया जाता हैं।
इसी कारण बतौर कप्तान किसी खेल में सफल होना हमेशा सबसे कठिन काम होता है क्योंकि यदि आपके पास बेहतर टीम है तो कप्तान के लिए काम थोड़ा आसान हो सकता हैं।
वहीं वर्ल्ड क्रिकेट में हमें कई बार ऐसे भी मौके आये हैं, जहां पर कुछ टीमों के कप्तानों को अचानक उनके पदों से बोर्ड ने हटाकर सभी को हैरानी में डालने का काम किया। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 कप्तानों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
5- किम ह्यूज
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत से एक से एक शानदार खिलाड़ियों के साथ बेहतरीन कप्तान भी देखने को मिले हैं जिन्होंने वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी कप्तानी का लोहा मनवाया है।
वहीं ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में किम ह्यूज है जिन्हें कप्तानी के पद से काफी जल्द ही हटा दिया गया था।
किम को जिस समय टीम का कप्तान बनाया गया उसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को अधिकतर सीरीज विदेशी दौरों पर खेलनी थी जहां पर रिजल्ट उम्मीद के अनुसार ना आने के साथ किम का भी प्रदर्शन उस लेवल का देखने को नहीं मिला।
इसके बाद लगातार मीडिया में उनके खेल को लेकर आलोचना की जानें लगी और इसी वजह से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने जल्द ही कप्तान बदलने का फैसला कर लिया।
4- सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर जितने अच्छे खिलाड़ी साबित हुए है लेकिन उतने अच्छे कप्तान साबित नहीं हो सके।
सचिन को साल 1997 में जब श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद कप्तानी से हटाया गया था, तो इस पर उन्होंने काफी निराशा व्यक्त की थी।
सचिन ने कप्तानी से हटाए जाने को लेकर अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा कि, सीरीज खत्म होने के बाद मुझे कप्तानी के पद से हटा दिया गया लेकिन बीसीसीआई की तरफ से किसी ने भी एकबार मुझे फोन करके जानकारी नहीं दी।
मुझे इसकी जानकारी मीडिया के जरिए मिली। सचिन का बतौर कप्तान रिकॉर्ड बेहतर नहीं कहा जा सकता हैं। हालांकि अचानक कप्तान के पद से हटाए जाने के फैसले को लेकर सवाल जरूर खड़े होने लगे थे।
3- रॉस टेलर
न्यूजीलैंड क्रिकेट में कप्तानी के मामलें पर कभी उथल-पुथल देखने को नहीं मिली। वहीं रॉस टेलर को जब बोर्ड ने कप्तान बनाया और उसके बाद जिस तरह से उन्हें इस पद से हटाया तो मीडिया पर काफी चर्चा हुई थी।
रॉस टेलर को कप्तानी से हटाए जाने को लेकर उस समय न्यूजीलैंड क्रिकेट के चीफ एक्जीक्यूटिव ने अपने बयान में कहा था कि, हमें ऐसा महसूस हुआ कि एक युवा कप्तान पर काफी ज्यादा वर्कलोड अचानक दे दिया गया।
वहीं टेलर ने कप्तानी के पद से हटाए जाने के बाद कहा था कि, मुझे अपनी कप्तानी के कार्यकाल के समय टीम के हेड कोच माइक हेसन से उस तरह का सपोर्ट नहीं मिला जिसकी मैंने उम्मीद थी।
2- एलिस्टर कुक
एक टेस्ट कप्तान के तौर पर एलिस्टर कुक की क्षमता को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं किया जा सकता है। लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के मामले में यह पूरी तरह से विपरीत देखने को मिला था।
दरअसल एक समय इंग्लैंड की टीम ने कुक की कप्तानी में 6 में से 5 सीरीज में हार का सामना किया था। वहीं कुक भी 22 वनडे पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके थे।
इसके बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को साल 2015 वनडे वर्ल्ड कप के बाद कुक को लिमिटेड ओवर्स कप्तानी के पद से हटाने का फैसला लेना पड़ा। वहीं उनकी जगह पर इयोन मोर्गन को टीम का नया कप्तान बनाया गया।
1- विराट कोहली
विराट कोहली भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। महेंद्र सिंह धोनी के बाद भारतीय टीम के लिए लंबे सबसे तक तीनों ही फॉर्मेट में कप्तानी की जिम्मेदारी मिलने के बाद शानदार प्रदर्शन किया है।
हालांकि कोहली अपनी कप्तानी में टीम को आईसीसी ट्रॉफी जिताने में कामयाब नहीं हो सके। वहीं टी20 वर्ल्ड 2021 के बाद उनका इस फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें वनडे से भी कप्तानी के पद से हटाने का फैसला कर लिया।
यह सभी के लिए थोड़ा चौंकाने वाला जरूर था क्योंकि कोहली अभी इसके लिए तैयार नहीं थे। वहीं उन्होंने साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद टेस्ट की भी कप्तानी छोड़ दी।