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5 भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने चोट के बाद शानदार तरीके से वापसी की

Nitesh Pratap by Nitesh Pratap
July 29, 2022
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5 भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने चोट के बाद शानदार तरीके से वापसी की

किसी भी क्रिकेटर का करियर कभी भी बिना किसी झटके या चोट के आगे नहीं बढ़ा है। क्रिकेट में कोई खिलाड़ी तभी महान बनता है जब वो असफलताओं से उठकर वापसी करता हैं।

पिछले कई सालों से कई ऐसे क्रिकेटर देखने को मिले है जिनका करियर चोटों के कारण पीछे चला गया है। आजकल के व्यस्त क्रिकेट कार्यक्रम की वजह से खिलाड़ियों के छोटे लगने की आंशका भी काफी बढ़ गयी है।

हालांकि, चोटों से जूझने के बावजूद, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी देखने को मिले है जो अपने करियर में चैंपियन बनकर उभरे है जिन्होंने अपनी टीमों के लिए शानदार वापसी करके दिखाई है।

तो आज हम आपको भारतीय क्रिकेट इतिहास के उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने चोट से उबरते हुए शानदार वापसी करके दिखाई है।

5. मंसूर अली खान पटौदी

मंसूर अली खान पटौदी को भारत के महानतम क्रिकेटरों में से एक माना जाता हैं। पटौदी ने 20 साल की उम्र में एक कार दुर्घटना में अपनी दाहिनी आंख खो दी थी।

हालांकि, उन्होंने कांच की आंख के साथ क्रिकेट खेलना जारी रखा और यहां तक ​​कि इंटरनेशनल पर भारत की कप्तानी भी की है।

उन्होंने भारत के लिए 46 टेस्ट मैच खेले है और 34.91 की औसत से 2793 रन बनाए है। टेस्ट में उनके नाम 6 शतक और 16 अर्धशतक दर्ज है।

मंसूर अली खान ने भारत की 40 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है जिसमें से टीम को 9 में जीत और 19 में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं 12 मैच ड्रा हो गए है।

4. सचिन तेंदुलकर

भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की गिनती दुनिया के सबसे महान खिलाड़ियों में की जाती हैं। ऐसा ही एक समय आया था जब 2004 में उन्हें टेनिस एल्बो की चोट का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप वे कई मैच खेलने से चूक गए थे।

सचिन तेंदुलकर की चोट इस हद तक बढ़ गई थी कि वह अपना बल्ला भी उठा सकते थे । कई लोगों का मानना ​​​​था कि यह महान क्रिकेटर का अंत था, वह खेलने के लिए लौट आए, हालांकि, चोट कुछ महीने देर से फिर से उभर आई।

हालांकि सचिन ने कभी हार नहीं मानी और अपनी चोट से शानदार वापसी की। दाएं हाथ के बल्लेबाज की लंदन में सर्जरी हुई, और इसके बाद अक्टूबर में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने शानदार वापसी की।

तब से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रारूपों में भारत के लिए 100 शतकों के साथ और अपने करियर का अंत किया। टेस्ट और वनडे में उन्हीं के नाम सबसे ज्यादा रन दर्ज है।

3. जहीर खान

भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान का करियर चोटों से भरा रहा। हालांकि, उन्होंने हमेशा असफलताओं को पीछे करते हुए और अपनी टीम के लिए बार-बार सफल वापसी की। अपने समय में जहीर भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी संभालते थे।

हालांकि, लगातार चोटों के कारण, टीम में अपनी जगह खो दी लेकिन, हर बार उन्होंने मजबूत वापसी की। 2008 के दौरान भी जहीर को कंधे में कई बार चोटें आई थीं।

हालांकि, उन्होंने टीम में वापसी की और भारत को 2011 के वर्ल्ड कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जहीर खान ने 15 अक्टूबर 2015 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। अपने 309 अंतरराष्ट्रीय मैचों के करियर में, 610 विकेट लिए हैं।

2. अनिल कुंबले

पूर्व भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले भारत के लिए टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है। उन्होंने 132 टेस्ट मैच में 29.65 के औसत की मदद से 619 विकेट लिए है।

श्रीलंका और जिम्बाब्वे के खिलाफ 2000 की त्रिकोणीय सीरीज के दौरान, अनिल कुंबले अपना कंधा चोटिल करवा बैठे थे। चोट की गंभीरता ऐसी थी कि कंधे को ठीक करने के लिए सर्जरी की गई।

वह कुछ महीनों के लिए क्रिकेट से दूर हो गयी थी। हालांकि इस दौरान हरभजन सिंह समेत अन्य स्पिनरों ने मौके का फायदा उठाया और भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया।

हालांकि, हरभजन की चोट ने कुंबले के करियर को दूसरी गति प्रदान की। कुंबले ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 टेस्ट में 24 विकेट लेते हुए शानदार वापसी की।

1. हार्दिक पांड्या

स्टार भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का अब तक का करियर भी चोटों से भरा रहा है। उनकी सबसे बड़ी लड़ाई उनकी पीठ की चोट से थी क्योंकि इसने उन्हें लगातार पीछे की ओर धकेला।

उन्हें अपनी पीठ को ठीक करने के लिए सर्जरी से गुजरना पड़ा। इस वजह से उन्होंने कुछ वर्षों तक लगातार गेंदबाजी नहीं की।

हार्दिक को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया और यहां तक ​​कि मुंबई इंडियंस ने भी उन्हें आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में रिटेन नहीं किया।

हालांकि, हार्दिक की किस्मत बदल गई, जब गुजरात टाइटंस ने उन्हें ड्राफ्ट के माध्यम से चुना और उन्हें अपनी टीम का कप्तान बनाया।

उन्होंने टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हुए खिताब जितवा दिया। अपने इसी शानदार प्रदर्शन के चलते उन्होंने टीम में वापसी की।

वो इस समय भारतीय टीम के लिए बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन करते हुए आ रहे है। वो टी20 वर्ल्ड कप 2022 में भारत के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं।

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