फाइव-विकेट हॉल या फिफर एक ऐसी टर्मिनोलॉजी है जिसका इस्तेमाल एक खिलाड़ी को एक पारी में पांच विकेट लेने का संकेत देने के लिए किया जाता हैं, चाहे वह टेस्ट मैच में हो या सीमित ओवरों के क्रिकेट में हो।
एक पारी में पांच विकेट लेना तो काफी बड़ी बात होती हैं। वहीं वनडे क्रिकेट की बात की जाए तो इतिहास में केवल कुछ गेंदबाज ही डेब्यू पर पांच विकेट लेने में सफल रहे हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना अपने आप में एक कठिन काम है। इसके साथ ही ढेर सारी उम्मीदें और दबाव भी आते हैं। क्रिकेटर्स, जो इससे निपटने में सफल हो जाते हैं, आखिर में वहीं अपने करियर में सफलता का स्वाद चखते हैं।
पांच विकेट लेना शतक बनाने के बराबर है। तो आज हम आपको उन 5 गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने अपने वनडे डेब्यू पर 5 विकेट लेने का कारनामा करके दिखाया हो।
1. 10 जुलाई 2015 को कगिसो रबाडा, दक्षिण अफ्रीका
20 वर्षीय कगिसो रबाडा ने बांग्लादेश के खिलाफ 2015 में खेली गयी तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के लिए डेब्यू किया। मैच 10 जुलाई 2015 को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम, मीरपुर में हुआ था।
टॉस जीतकर मेजबान टीम ने बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन वो 36.3 ओवरों में केवल 160 रन पर ही सिमट गए। टीम की तरफ से शाकिब ने सबसे ज्यादा 48(51) रन बनाये।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कगिसो रबाडा ने 8 ओवर में 16 रन देते हुए 6 विकेट लिए और इसमें एक हैट्रिक भी शामिल है। दक्षिण अफ्रीका ने यह मैच 8 विकेट से जीत लिया था। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 63(75) रन फाफ डु प्लेसिस ने बनाये थे।
2. 2 जनवरी 1988 को टोनी डोडेमैड, ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज टोनी डोडेमैड ने 2 जनवरी 1988 को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ के वाका ग्राउंड में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया।
इस मैच में ऑस्ट्रलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 249 रन का स्कोर खड़ा किया।
टीम की तरफ से डेविड बून ने 56(81) रन और डीन जोंस ने 55(63) रन की पारियां खेली। 250 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 44.2 ओवरों में 168 रन पर सिमट गयी। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 81 रन से जीत लिया।
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट टोनी डोडेमैड ने लिए। उन्होंने 7.2 ओवरों में 21 रन खर्च करते हुए 5 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाने में कामयाब रहे थे।
3. 29 नवंबर 2003 को फिदेल एडवर्ड्स, वेस्टइंडीज
बारबाडोस के सेंट पीटर के रहने वाले वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज फिदेल एडवर्ड्स ने 50 वनडे मैचों में अपने देश को रिप्रेजेंट करते हुए 5.09 के इकॉनमी रेट के साथ 60 विकेट लिए हैं।
उन्होंने 29 नवंबर, 2003 को जिम्बाब्वे के हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेली गई पांच मैचों की सीरीज के चौथे वनडे मैच में डेब्यू किया। टॉस जीतकर जिम्बाब्वे ने मेहमान टीम को बल्लेबाजी के लिए बुलाया।
बारिश के कारण मैच 45 ओवर का कर दिया था। वेस्टइंडीज ने 45 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर कुल 256 रन बनाए।
टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन सलामी बल्लेबाज वावेल हिंड्स ने बनाये। उन्होंने 141 गेंदों पर 10 चौकों और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 127 रन की पारी खेली।
लक्ष्य का पीछा करते हुए, मेजबान टीम 32 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर केवल 150 रन ही बना सकी और तभी बारिश आ गयी। अंत में डकवर्थ लुईस नियम के तहत 72 रन से मैच जीत लिया।
वेस्टइंडीज की तरफ से फिदेल एडवर्ड्स ने 7 ओवर में एक मेडन सहित 22 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किये। उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया।
4. 31 मार्च 1984 को शॉल करनैन, श्रीलंका
1984 और 1990 के बीच श्रीलंका के लिए 19 वनडे मैचों में खेलने वाले उवैस करनैन ने 31 मार्च 1984 को न्यूजीलैंड के खिलाफ टाइरोन फर्नांडो स्टेडियम (वर्तमान में डी सोयसा स्टेडियम के रूप में जाना जाता है), मोरातुवा, श्रीलंका में डेब्यू किया था।
इस मैच में टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने 40 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 157 रन बनाए। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन जिसमें अर्जुन रणतुंगा ने बनाये।
उन्होंने 60 गेंदों पर 4 चौकों की मदद से 50 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम 34 ओवर में 116 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और श्रीलंका ने 41 रन से मैच जीत लिया।
शॉल करनैन ने इस मैच में 8 ओवर में एक मेडन सहित 26 रन देते हुए 5 विकेट लिए। उन्होंने ज्योफ हॉवर्थ, ब्रूस एडगर, लांस केर्न्स, जेफ क्रो और मार्टिन क्रो को अपना शिकार बनाया था।
5. 10 नवंबर 1991 को एलन डोनाल्ड, दक्षिण अफ्रीका
एलन डोनाल्ड ने 10 नवंबर 1991 को दक्षिण अफ्रीका के लिए ईडन गार्डन, कोलकाता में भारत के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में अपना डेब्यू किया।
टॉस जीतकर भारत ने फील्डिंग करने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका ने निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 177 रन बनाए। केपलर वेसल्स ने 95 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 50 रन बनाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत ने 40.4 ओवर में 178 रन बनाकर 3 विकेट से मैच को अपने नाम कर लिया। भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर ने 73 गेंदों में 8 चौकों और एक छक्के की मदद से 62 रन बनाए।
हालांकि उस मैच में दक्षिण अफ्रीका की तरफ से एलन डोनाल्ड ने 8.4 ओवरों में 29 रन खर्च करते हुए 5 विकेट लिए। उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच दिया गया था।