क्रिकेट के इतिहास में, हमने बहुत से ऑलराउंडरों को कप्तानी करते हुए नहीं देखा है। इसका कारण यह है कि खिलाड़ी पहले से ही दो अलग-अलग विभागों को खेलता है और क्रिकेटर को एक और काम देना समझदारी वाली बात नहीं होगी।
हालाँकि, क्रिकेट में कुछ सर्वश्रेष्ठ कप्तान वास्तव में ऑलराउंडर रहे हैं। भारतीय टीम के लिए हार्दिक पांड्या यह कार्यभार संभालने वाले नए ऑलराउंडर है। वह आयरलैंड के खिलाफ 2022 टी20 इंटरनेशनल सीरीज में देश की कप्तानी कर रहे है।
उन्हें यह मौका गुजरात टाइटंस की कप्तानी में आईपीएल 2022 जीतने के बाद मिला है। हार्दिक से पहले, भारत की तरफ से कुछ शानदार ऑलराउंडर रहे है जिन्होंने टीम की कमान संभाली है।
तो आज हम आपको उन पांच ऑलराउंडरों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने हार्दिक पांड्या से पहले भारतीय टीम की कप्तानी का जिम्मा संभाल चुके हैं।
1) सीके नायडू (1932-1934)
सीके नायडू भारतीय टेस्ट टीम के पहले कप्तान हैं। उन्होंने पहले टेस्ट में भारत की कप्तानी की। यह मैच 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेला गया था।
उन्होंने भारत की 4 टेस्ट मैचों में कप्तानी संभाली है जिनमें से टीम को 3 में जीत और एक मैच ड्रा पर छूटा है।
सीके नायडू के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 7 टेस्ट मैच खेले है और 25 की औसत से 350 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 9 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।
उनके फर्स्ट क्लास करियर की बात की जाए तो उन्होंने 207 मैच खेले है और 35.94 की औसत से 11825 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 29.28 के औसत के साथ 411 विकेट लिए है।
2) लाला अमरनाथ (1947-1952)
लाला अमरनाथ स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले कप्तान हैं। उन्होंने 15 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें से भारत को 2 में जीत और 6 में हार मिली है। वहीं 7 मैच ड्रा हो गए है।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 24 मैच खेले है और 24.38 की औसत से 878 रन अपने खाते में जोड़े है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 45 विकेट हासिल किये है।
लाला अमरनाथ ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने 186 फर्स्ट क्लास मैच खेले है और 41.37 की औसत के साथ 10426 विकेट लिए है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 463 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
3) कपिल देव (1982-1987)
कपिल देव उन ऑलराउंडरों में से एक हैं जिन्होंने हार्दिक पांड्या से पहले भारतीय टीम की कप्तानी की है। जब कप्तानी की बात आती है तो हरियाणा का यह ऑलराउंडर किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर होने के अलावा, कपिल वर्ल्ड कप जीतने वाले भारत के पहले कप्तान भी हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में 1983 का वर्ल्ड कप भारत को जितवाया था।
कपिल देव ने 34 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है जिसमें से टीम को 4 में जीत और 7 में हार का स्वाद चखना पड़ा है। वहीं एक मैच टाई और 22 मैच ड्रा हो गए है।
वहीं कपिल ने 74 वनडे मैचों में भी टीम की कमान संभाली है जिसमें से भारत को 39 में जीत और 33 में हार का सामना करना पड़ा है। वहीं 2 मैच का रिजल्ट नहीं निकल सका है।
4) मोहिंदर अमरनाथ (1984)
मोहिंदर अमरनाथ भारत के पूर्व कप्तान लाला अमरनाथ के बेटे हैं। जबकि लाला खुद एक अच्छे ऑलराउंडर थे। उनके बेटे ने 1980 के दशक में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया।
1983 वर्ल्ड कप के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम को जीत दिलाई। उन्होंने 1983 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की उपकप्तानी का जिम्मा भी संभाला था।
कप्तान के तौर पर मोहिंदर को ज्यादा मौके नहीं मिले। वह सिर्फ एक वनडे मैच में भारत की कप्तानी कर सके लेकिन वह मुकाबला भी बिना किसी नतीजे के खत्म हो गया।
मोहिंदर अमरनाथ के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने 85 मैच खेले है और 30.53 की औसत के साथ 1924 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 46 विकेट लिए है।
5) रवि शास्त्री (1987-1991)
रवि शास्त्री भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। भारत के पूर्व हेड कोच को टीम के कप्तान के रूप में कपिल देव की जगह लेने के दावेदारों में से एक के रूप में देखा गया था।
हालांकि, ऐसा नहीं हुआ क्योंकि दिलीप वेंगसरकर ने बाजी मार ली। शास्त्री ने एक टेस्ट मैच में भारत की कप्तानी की है और उसमें जीत हासिल की है।
वहीं इसके अलावा उन्होंने 11 टेस्ट मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें से 4 में जीत और 7 में हार मिली है।