भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज का अंतिम और पांचवां टी20 इंटरनेशनल मैच बारिश के कारण रद्द हो गया है। इसी के साथ सीरीज 2-2 की बराबरी पर छूट गयी।
इस 5वें मैच में भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 3.3 ओवरों में 2 विकेट खोकर 28 रन बना लिए थे और तभी बारिश शुरू हो गयी। इसके बाद बारिश रुकी नहीं और अंत में अंपायरों ने मैच को रद्द घोषित कर दिया।
वहीं इस सीरीज में भारत की कप्तानी ऋषभ पंत कर रहे थे। हालांकि इस सीरीज में वो बतौर कप्तान और बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे। इसी वजह से कई पूर्व क्रिकेटर उनकी आलोचना कर रहे है।
तो आज हम आपको उन 4 कारणों के बारे में आपको बताने जा रहे है जिस वजह से ऋषभ पंत को दोबारा कप्तान नहीं बनना चाहिए।
1. युवा खिलाड़ियों को नहीं दिया मौका
इस सीरीज में उन्होंने किसी भी युवा खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया। 5 मैचों की इस सीरीज में एक ही प्लेइंग इलेवन के साथ उतरे। वहीं जबकि ये सीरीज बेंच स्ट्रेंथ को टेस्ट करने के लिए थी।
उन्होंने तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक को एक भी मैच में नहीं आजमाया। वहीं इन गेंदबाजों ने आईपीएल 2022 में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। उनके इस शानदार प्रदर्शन को पंत के पास भुनाने का अच्छा मौका था।
वहीं इस पूरी सीरीज में अक्षर पटेल ने गेंद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं किया फिर भी उन्होंने रवि बिश्नोई को एक भी मैच में खेलने का मौका दिया। ये उनका हैरान कर देने वाले फैसले थे।
2. कप्तानी के दबाव में किया खराब प्रदर्शन
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने इस सीरीज में 4 मैचों में 29, 5 , 6 और 17 रन की पारियां खेली। उन्होंने कुल मिलाकर 57 रन बनाये। इससे साफ पता चलता है कि वो इस सीरीज में बल्ले से खराब फॉर्म से गुजर रहे है।
वहीं अगर वो कप्तानी के पद से हट जाए तो वो बल्ले से अपना अच्छा योगदान और फॉर्म में वापसी भी कर सकते हैं। वहीं जब से उन्होंने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी संभाली है तब से उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
बाएं हाथ का यह बल्लेबाज अगर ऐसा ही प्रदर्शन आने वाले अगले कुछ मैचों में करता रहा तो उन्हें टीम से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता हैं।
3. कप्तान के रूप में निराशाजनक फैसले
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में दिनेश कार्तिक से पहले अक्षर पटेल को भेज दिया था। अक्षर इस मैच में 11 गेंद में 10 रन बनाकर आउट हो गए।
वहीं कार्तिक ने 21 गेंदों में 2 चौको और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 30 रन की पारी खेली। उनकी इस पारी की मदद से भारत 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 148 रन का स्कोर बनाने में कामयाब रहा था।
कार्तिक अगर वो अक्षर पटेल से पहले बल्लेबाजी करने आते तो स्कोर में थोड़ा और इजाफा देखने को मिल सकता था और मैच का रिजल्ट भारत की हार के बजाय कुछ और हो सकता था।
पहले मैच में जब दक्षिण अफ्रीका 212 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही थी। एक समय मैच भारत के पक्ष में था। रस्सी वैन डेर डूसन और डेविड मिलर स्पिन के सामने थोड़ा स्ट्रगल कर रहे थे।
पंत ने लेकिन स्पिन की जगह तेज गेंदबाजों से गेंदबाजी करवाई। इस मैच में पंत ने मुख्य स्पिनर युजवेंद्र चहल से पूरे ओवर नहीं करवाए।
चहल ने 2.1 ओवरों में 26 रन खर्चे थे। इसके अलावा उन्होंने मैच में उन्होंने एक गलत डीआरएस भी ले लिया था।
4. एक लीडर की झलकती है कमी
बतौर कप्तान एम एस धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अच्छा प्रदर्शन करने हुए एक्साम्पल सेट किये है। वहीं पंत ने निराश किया है और फैंस और पूर्व क्रिकेटर्स चाहते है कि पंत दोबारा कप्तान ना बने उन्हें सिर्फ बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहिए।
वो मैच किस कंडीशन में चल रहा है उसको नहीं समझते है। वो हर बार गैर जिम्मेदाराना खराब शॉट खेलकर आउट होते हैं और इससे टीम में सही मैसेज नहीं जाता हैं।
ओडीआई और टी20 इंटरनेशनल रिकॉर्ड बहुत बुरा है तो ऐसे खिलाड़ी को कप्तान बनाना सही नहीं रहेगा।
ऋषभ पंत के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 48 मैच खेले है और 124.12 के स्ट्राइक रेट से 741 रन बनाये है। टी20 इंटरनेशनल में उनके नाम 3 अर्धशतक दर्ज है।
वहीं वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 24 मैच खेले है और 32.5 की औसत के साथ 715 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 5 अर्धशतक देखने को मिले है।