17 साल बाद पहली बार पाकिस्तान दौरे पर आई इंग्लैंड टीम ने अपने मुख्य खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भी पाकिस्तान को पहले टेस्ट के पहले दिन खून के आंसू रोने पर मजबूर कर दिया।
पहले टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लिश बल्लेबाजों ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और इतनी तेजी से रन बनाए जितना कोई टीम वनडे में भी बनाती तो जीत लगभग पक्की होती।
पहले दिन इंग्लैंड की तरफ से छह बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी की और 4 विकेट गिरे। इन छह बल्लेबाजों में से बेन स्टोक्स नाबाद हैं और चार बल्लेबाजों ने शतक लगाए।
आश्चर्यजनक रूप से टीम के एकमात्र फेल बल्लेबाज जो रूट साबित हुए जिन्होंने 31 गेंदों में 23 रन बनाए। बेन स्टोक्स तो 15 गेंदों में 34 रनों की तूफानी पारी खेल कर नाबाद रहे।
पहले दिन खराब रोशनी के कारण जो कि पाकिस्तान जैसे देश में स्वभाविक है केवल 75 ओवर का खेल हुआ। लेकिन पाकिस्तानी गेंदबाजों की कुटाई का आलम यह था कि उन 75 ओवरों में इंग्लिश टीम ने 500 रन ठोक दिए।
यह पहला मौका था जब टेस्ट क्रिकेट के पहले दिन 500 रन ठोके गए हो। पहले सेशन में 174 रन मारे गए वही दूसरे सेशन में 158 रन बनाए गए।
तीसरे सेशन में इंग्लिश बल्लेबाजों ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए केवल 21 ओवरों में 174 रन ठोक दिए जो T20 मैच जीतने के लिए भी काफी होता।
पहले दिन इंग्लैंड ने 6.75 की रन रेट से रन बनाए, जो कोई टीम अगर वनडे मैच के 50 ओवरों में बनाती तो 337 रनों का लक्ष्य दे पाती।
सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली ने 111 गेंदों में 122 रन बनाए। उनके जोड़ीदार बेन डकेट ने 110 गेंदों में 107 रन बनाए। तीसरे नंबर पर खेलते हुए ओली पोप ने भी 104 गेंदों में 108 रन ठोक दिए।
इसके बाद जो रूट भी शानदार लय में दिख रहे थे लेकिन वह एक 31 गेंदों पर 23 रन बनाकर आउट हो गया। फिर इंग्लैंड की टीम के भविष्य माने जा रहे हैरी ब्रुक ने 81 गेंदों पर नाबाद 101 रन ठोक दिए। उनके साथ स्टोक्स 34 रन बनाकर नाबाद हैं।
पहले दिन के खेल में इंग्लैंड ने 73 चौके और 3 छक्के जड़े। हारिस रउफ और नसीम शाह जैसे गेंदबाजों में भी खराब इकॉनमी से खूब रन लुटाए।
इंग्लैंड ने यह सब अपनी जमीन पर नहीं बल्कि पाकिस्तान में करके दिखाया। पाकिस्तान में जानबूझकर ऐसे विकेट बनाए जाते हैं जिस पर बाबर आजम और रिजवान आराम से शतक मारे और लोग देखने आ जाए।
पाकिस्तान का दाव उल्टा कोई पहली बार नहीं हुआ है। ऐसा ही एक टेस्ट मैच कई साल पहले भारत से भी हुआ था जहां शाहिद अफरीदी और अकमल जैसे खिलाड़ियों ने शतक जड़े थे। भारत के वीरेंद्र सहवाग और द्रविड़ ने सलामी बल्लेबाजी करते हुए सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।