आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 को शुरू होने में लगभग डेढ़ महीने से भी कम का समय रह गया है। पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप यूएई में हुआ था और इसे ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम किया था।
वहीं इस साल का वर्ल्ड कप उन्हीं के मैदान पर होने जा रहा है। इस वजह से वो इस साल टूर्नामेंट जीतने के लिए पसंदीदा टीम है। ऑस्ट्रेलिया की पिच यूएई के मुकाबले काफी तेज है।
इसी वजह से वर्ल्ड कप से पहले अपने स्क्वॉड को ठीक करने के लिए अधिकांश टीमें पिछले कुछ महीनों में बहुत ज्यादा टी 20 इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रही है।
इस साल टी20 वर्ल्ड कप में 16 टीमें हिस्सा ले रही है। तो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको टी20 इंटरनेशनल की टॉप 5 टीमों की कमजोरियों के बारे में बताने जा रहे है।
5. ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में उतरेगा लेकिन जरूरी नहीं कि वे उतने मजबूत हों। चिंता की एक बड़ी वजह उनके कप्तान एरोन फिंच फॉर्म में नहीं है।
फिंच के अलावा स्टीव स्मिथ भी फॉर्म में नहीं है। वो पिछली 8 टी20 इंटरनेशनल में केवल 134 रन ही बना पाए है। ऐसे में वर्ल्ड कप में नंबर 4 या 5 पर उनको टीम से बाहर निकालकर टिम डेविड को मौका दिया जा सकता हैं।
गेंदबाजी में जोश हेजलवुड ने खुद को टॉप टी20 गेंदबाज में तब्दील कर लिया है, लेकिन मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस अच्छी फॉर्म में नहीं है, दोनों ही गेंदबाज जमकर जमकर रन खा रहे है। इन दोनों के फॉर्म में आने की जरुरत हैं।
4. दक्षिण अफ्रीका
बदलाव के दौर के बाद, दक्षिण अफ्रीका के पास एक बार फिर खिलाड़ियों का शानदार ग्रुप है। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा कभी भी एक शानदार टी20 खिलाड़ी नहीं रहे हैं, जो अपने फॉर्म को फिर से खोज लेने पर मैच विजेता बन सकते हैं।
वो आयरलैंड और इंग्लैंड हुए 5 टी20 इंटरनेशनल मैच में चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। वहीं हेनरिक क्लासेन और डेविड मिलर जैसे खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन उन्हें कप्तानी का प्रबल दावेदार बना सकता हैं।
उनका गेंदबाजी आक्रमण काफी अच्छा है। एनरिक नॉर्खिया को भले ही अभी तक अपना सर्वश्रेष्ठ फॉर्म नहीं मिला हो, लेकिन यह बहुत बड़ी चिंता की बात नहीं है। वो चोट के बाद से वापसी कर रहे है और वर्ल्ड कप तक फॉर्म में वापसी कर सकते हैं।
3. पाकिस्तान
पाकिस्तान पिछले वर्ल्ड कप से अपने सेमीफाइनल में सुधार करना चाहेगा, जहां उसने ग्रुप स्टेज के सभी पांच मैच जीते थे। उनके पास बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान के रूप में दो बेहतरीन सलामी बल्लेबाज हैं।
इन दोनों के अलावा पाकिस्तान की बल्लेबाजी थोड़ी कमजोर दिखाई दे रही है जो कल एशिया कप 2022 में भारत के खिलाफ नजर आयी। अगर पाकिस्तान को वर्ल्ड कप में जीत हासिल करनी है तो अन्य बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे।
पाकिस्तान की टीम में शाहीन अफरीदी, शादाब खान, हारिस रउफ, हसन अली, शाहनवाज दहानी, नसीम शाह और मोहम्मद नवाज जैसे प्रतिभाशली गेंदबाज है।
नसीम शाह और मोहम्मद नवाज ने एशिया कप में भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन इन दोनों के पास ज्यादा अनुभव नहीं है। वहीं अफरीदी घुटने की चोट के कारण बाहर है और वो चोट के बाद अपनी फॉर्म में होंगे या नहीं ये देखना दिलचस्प रहेगा।
2. इंग्लैंड
इयोन मोर्गन के रिटायरमेंट के बाद, इंग्लैंड के पास टूर्नामेंट के लिए जोस बटलर टीम की कमान संभाल रहे है लेकिन वो अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे है।
जेसन रॉय का हालिया फॉर्म टीम मैनेजमेंट को चिंतित करेगा क्योंकि उन्होंने रन और स्ट्राइक रेट दोनों के लिए संघर्ष किया है। हालाँकि टीम उम्मीद करेगी कि वो वर्ल्ड कप से पहले फॉर्म में वापसी कर ले।
वहीं मिडिल आर्डर में बेन स्टोक्स, डेविड मलान और हैरी ब्रुक्स जैसे बल्लेबाज मौजूद है लेकिन ये तीनों ही खिलाड़ी इस समय टी20 इंटरनेशनल में अपनी टॉप फॉर्म में नहीं है।
जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड दोनों लंबे समय से चोटिल है और इस वजह से इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण को काफी कमजोर कर दिया है, और बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि वे कितनी जल्दी फिटनेस और फॉर्म में लौटते हैं।
इन गेंदबाजों के बैकअप के रूप में क्रिस जॉर्डन, रिचर्ड ग्लीसन और रीस टॉपले जैसे गेंदबाज है जिन्होंने हाल ही में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन कुल मिलाकर वे सभी उतने अच्छे नहीं हैं।
1. भारत
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली इस समय रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे है। टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए इन दोनों ही दिग्गज बल्लेबाजों का फॉर्म में आना जरुरी है। बुमराह भी चोटिल हैं।
केएल राहुल ने लंबे समय के बाद चोट से वापसी की है लेकिन वो अभी तक लय में नहीं लौटे है और इसकी झलक उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ और एशिया कप 2022 के पहले मैच में दिखा दी।
दिनेश कार्तिक, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक मिडिल आर्डर में रहेंगे। दिनेश और पंत में से किसी एक विकेटकीपर को मौका मिल सकता हैं।
कार्तिक एक विशेषज्ञ फिनिशर है, जिसकी भारत को जरूरत है। ऐसे में क्या पता मैनेजमेंट कार्तिक को तरजीह दे अगर वो एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाए। पाकिस्तान के खिलाफ पंत की जगह कार्तिक को ही शामिल किया गया था।
हार्दिक पांड्या की वापसी के साथ, गेंदबाजी आक्रमण काफी शानदार है। उनके पास छह गेंदबाजी विकल्प हैं।
कुल मिलाकर, भारत के पास निश्चित रूप से खिताब के लिए लड़ने के लिए संसाधन हैं पर वे पूरी तरह से हार्दिक पांड्या और कुछ नए खिलाड़ियों पर निर्भर हैं।