पिछले कई सालों में हमने कई ऐसे खिलाड़ी देखने है जिन्होंने क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है। हालांकि, ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं, जिन्होंने क्रिकेट के साथ-साथ अन्य खेलों में भी शानदार प्रदर्शन किया है।
उन्होंने एक से अधिक स्पोर्ट्स में अपनी टीम और देश को गौरवान्वित महसूस करवाया है।
वहीं कुछ ने अपने बचपन में एक अलग स्पोर्ट्स और फिर क्रिकेट की ओर रुख किया, वहीं कुछ ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अन्य स्पोर्ट्स में अपना भाग्य आजमाया।
उदाहरण के लिए, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर इयान बॉथम एक शानदार फुटबॉलर थे, जो इंग्लिश फुटबॉल लीग में खेले थे। दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटर जोंटी रोड्स कभी अफ्रीका के लिए हॉकी खेले थे।
उनकी तरह ही, कई भारतीय क्रिकेटरों ने भी कई स्पोर्ट्स खेले हैं। उन्होंने क्रिकेट के साथ-साथ कई स्पोर्ट्स में भी अपना नाम बनाया है। तो आज हम आपको उन पांच भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे जिन्होंने कई स्पोर्ट्स खेले हैं।
1. चुन्नी गोस्वामी
चुन्नी गोस्वामी ने 46 फर्स्ट क्लास मैचों में बंगाल को रिप्रेजेंट करते हुए 28.42 की औसत से 1592 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने एक शतक और 15 अर्धशतक लगाए है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 47 विकेट लिए है।
क्रिकेट खेलने से पहले चुन्नी गोस्वामी एक मशहूर फुटबॉलर थे। उन्होंने भारत के लिए 50 इंटरनेशनल मैच खेले और 1962 के एशियाई गेम्स में टीम को गोल्ड मेडल दिलाया है।
गोस्वामी की कप्तानी में 1964 एशिया कप में भारत सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहा था। वह 1960 के समर ओलंपिक में गयी भारतीय टीम का भी हिस्सा थे।
2. जेमिमा रोड्रिग्स
भारतीय महिला क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्स इस समय भारतीय क्रिकेट में सबसे कम उम्र की खिलाड़ियों में से एक है। उन्होंने फरवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल मैच में उन्होंने अपना डेब्यू किया।
अब तक दाएं हाथ की रोड्रिग्स ने भारत के लिए 55 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 27.14 की औसत से 1140 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 6 अर्धशतक देखने को मिले है।
वहीं इस महिला खिलाड़ी ने भारत को 21 वनडे मैचों में रिप्रेजेंट करते हुए 19.70 के औसत की मदद से 394 रन बनाये है। वनडे में उनके नाम 3 अर्धशतक दर्ज है।
इस साल की शुरुआत में, युवा खिलाड़ी भारत की वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं थी। उस समय के दौरान उन्होंने यूके यूनाइटेड गर्ल की हॉकी टीम के लिए हॉकी खेली।
मुंबई में जन्मे यह खिलाड़ी महज नौ साल की उम्र में पहली बार U17 महाराष्ट्र हॉकी टीम में शामिल हुईं। जेमिमा अपने स्कूल, सेंट जोसेफ के लिए बांद्रा में एक इंटर-कॉलेज लीग में हॉकी खेलती थीं।
3. कपिल देव
1983 के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव की गिनती दुनिया के सबसे महान ऑलराउंडर्स में की जाती हैं। उन्होंने अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन से भारत को कई मैच जितवाए है।
इस पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने भारत के लिए 225 मैच खेले है और 23.79 की औसत के साथ 3783 रन बनाये है। कपिल के नाम वनडे में एक शतक और 14 अर्धशतक दर्ज है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 253 विकेट लिए है।
इसके अलावा उन्होंने भारत को 131 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 31.05 के औसत की मदद से 5248 रन अपने खाते में जोड़े है। इस दौरान उनके बल्ले से 8 शतक और 27 अर्धशतक देखने को मिले है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 434 विकेट लिए है।
संन्यास लेने के बाद, कपिल देव ने गोल्फ खेलना शुरू किया और विभिन्न गोल्फ टूर्नामेंटों में भारत को रिप्रेजेंट किया है।
2018 में, उन्हें एशिया पैसिफिक सीनियर 2018 में देश को रिप्रेजेंट करने के लिए ऋषि नारायण और अमित लूथरा के साथ चुना गया था। कपिल को प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) के बोर्ड सदस्य के रूप में भी शामिल किया गया था।
4. अजीत अगरकर
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत अगरकर ने भारत के लिए सीमित ओवरों की क्रिकेट में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। अपनी तेज गेंदबाजी के साथ-साथ वह निचले क्रम में भारत के लिए उपयोगी बल्लेबाज भी थे।
उनके वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने 191 मैच खेले है और 27.85 के औसत की मदद से 288 विकेट चटकाए है। वहीं बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 1269 रन बनाये है।
अगरकर ने भारत के लिए 4 वनडे मैच भी खेले है और 8.1 के इकॉनमी रेट से 3 विकेट हासिल किये है। इसके अलावा उन्होंने भारत को 26 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 47.33 की औसत के साथ 58 विकेट लिए है।
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अजीत अगरकर ने गोल्फ खेलना शुरू किया। उन्होंने अब तक इस स्पोर्ट्स में अच्छा प्रदर्शन किया है और कुछ टूर्नामेंट भी जीते हैं।
2016 में अजीत ने बीएमआर वर्ल्ड कॉरपोरेट गोल्ड चैलेंज इंडिया का फाइनल जीता। यह बेंगलुरु के प्रेस्टीज गोल्फशायर में खेला गया था।
5. युजवेंद्र चहल
भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल सीमित ओवरों की क्रिकेट के टॉप स्पिनरों में से एक हैं। वह टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज है। उन्होंने 62 मैच खेले है और 8.1 के इकॉनमी से 79 विकेट लिए है।
इसके अलावा उन्होंने भारत को 67 वनडे मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 26.4 की औसत और 5.23 के इकॉनमी रेट के साथ 118 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
लेग स्पिनर पूर्व शतरंज खिलाड़ी भी रह चुके हैं। वह जूनियर स्तर पर भारत के लिए खेल चुके हैं। चहल ने 2002 में कोलकाता में नेशनल अंडर-12 चैंपियनशिप जीती थी।
उन्होंने एशियाई और वर्ल्ड अंडर 12 जूनियर चैंपियनशिप में भी देश को रिप्रेजेंट किया है। चहल शतरंज में अपना नाम बनाना चाहते थे। हालाँकि, स्पोंसरशिप की कमी के कारण, वह खेल को जारी नहीं रख सके।