प्रत्येक खिलाड़ी को एक बार संन्यास लेना पड़ता है जब उन्हें पता चलता है कि वे पहले के समान लेवल पर प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं। हालांकि उनमें से ज्यादातर वापसी नहीं करते हैं। हालांकि कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने वापसी की है।
क्रिकेट पर भी यही नियम लागू होते हैं जहां खिलाड़ी विभिन्न कारणों से अपने रिटायरमेंट की घोषणा करते हैं।
वे फिर या तो किसी ऐसी समस्या को हल करने के बाद वापस आते हैं जो बार-बार आ रही थी या चीजों की मॉडर्न स्कीम में फिट होने के लिए अपनी तकनीक में सुधार कर रहे थे।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको 5 ऐसे क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने रिटायरमेंट लेने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की है।
1) शाहिद अफरीदी
पाकिस्तानी क्रिकेटर वास्तव में कई बार संन्यास लेने के बाद वापसी की है। 5 बार संन्यास लेने के बाद उन्होंने 4 बार वापसी की। उन्होंने पहली बार 2006 में टेस्ट से संन्यास की घोषणा करके 2010 में कप्तान के रूप में वापस की।
इसके बाद उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप के बाद उस समय के हेड कोच वकार यूनिस के साथ विवाद के बाद वनडे से संन्यास की घोषणा की। साल के अंत तक, अफरीदी टीम में दोबारा वापस आ गए।
इसके बाद वो 2015 के वर्ल्ड कप तक मिस्बाह-उल-हक की कप्तानी में खेले। 2018 में, अफरीदी ने आधिकारिक तौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
2) केविन पीटरसन
केविन पीटरसन ने केवल टेस्ट में फोकस करने के लिए 2011 में सीमित ओवरों के प्रारूप से संन्यास की घोषणा की।
कुछ महीनों के बाद, हालांकि, उन्होंने नेशनल टीम में वापसी की। उनका करियर काफी विवादों से भरा रहा है, खासकर टीम मैनेजमेंट को लेकर।
2014 में, पीटरसन का कोच एंडी फ्लावर के साथ विवाद हो गया था और इसके परिणामस्वरूप फ्लावर को हेड कोच के पद से हटा दिया गया था।
वहीं टीम मैनेजमेंट के साथ पीटरसन के संबंधों को लेकर मीडिया में बहुत सारी अटकलें थीं। उन्होंने आखिरकार एक ऐसा बयान दिया जिससे चीजें एकदम साफ हो गईं।
उन्होंने कहा, “हालांकि मैं निश्चित रूप से बहुत दुखी हूं कि शानदार जर्नी समाप्त हो गई है, मुझे एक टीम के रूप में, पिछले नौ सालों में जो हासिल हुआ है, उस पर भी मुझे बहुत गर्व है।”
3) ड्वेन ब्रावो
अक्टूबर 2018 में, वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर ने सभी प्रारूपों में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। हालांकि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह फ्रेंचाइजी टी20 क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।
वहीं दिसंबर 2019 में, ब्रावो 2020 टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की।
उन्होंने वापसी करते हुए कहा था कि, “मैं वेस्टइंडीज के लिए टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी वापसी की घोषणा करना चाहता हूं। एक बार चुने जाने के बाद मैं टी20 क्रिकेट में इस एरिया का फिर से रिप्रेजेंट करने के लिए पूरी तरह से कमीटिड हूं।”
महामारी के कारण 2020 का टी20 वर्ल्ड कप अक्टूबर 2021 में खेला गया था। वहीं इस वर्ल्ड कप के खत्म होने के बाद उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया था।
4) इमरान खान
इमरान खान यकीनन अब तक के सबसे महान पाकिस्तानी कप्तानों में से एक है। जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 362 विकेट के साथ 3,807 रन बनाए। इमरान ने 1987 वर्ल्ड कप के अंत में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
1988 में, उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल ज़िया-उल-हक द्वारा कप्तानी पर लौटने के लिए कहा गया और 18 जनवरी को उन्होंने टीम में फिर से शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की।
एक क्रिकेटर के रूप में उन्हें तब सफलता मिली जब उन्होंने 1992 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को जीत दिलाई, जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया।
5) जावेद मियांदाद
पाकिस्तान के अब तक के सबसे महान बल्लेबाज जावेद मियांदाद को 1986 में शारजाह में भारत के खिलाफ अपनी ऐतिहासिक आखिरी गेंद पर छक्का लगाने के लिए जाना जाता हैं।
इमरान खान की तरह, मियांदाद ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, लेकिन उन्होंने 10 दिनों के बाद ही वापसी कर ली थी। उस समय की प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने उनसे 1996 के वर्ल्ड कप तक पाकिस्तान के लिए खेलने का अनुरोध किया था।
वह छह आईसीसी विश्व कप (1975-1996) का हिस्सा बनने वाले क्रिकेट के इतिहास में पहले खिलाड़ी बने। हालाँकि, वह 1996 के वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। उन्होंने 1996 में 39 वर्ष की आयु में रिटायरमेंट ले लिया।