भारतीय क्रिकेट टीम भाग्यशाली रही है कि उसके पास प्लेइंग इलेवन बनाने के लिए ढेर सारे विकल्प हैं। देश के सैकड़ों क्रिकेटरों में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने की क्षमता है।
हालांकि, सभी खिलाड़ियों को समान अवसर नहीं मिले हैं। जलज सक्सेना जैसे कुछ बदकिस्मत खिलाड़ी हुए हैं जिन्हें घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद कभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला।
वहीं कुछ खिलाड़ियों ने भारतीय टीम में जगह बनाई और अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, गलत समय पर चोटिल होने के कारण उन्होंने अपनी जगह खो दी। तो आज हम आपको ऐसे ही 4 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है।
1. वाशिंगटन सुंदर
इस लिस्ट में वाशिंगटन सुंदर भी अपना जगह बनाने में सफल हो गए है। अभी कुछ समय पहले तक वाशिंगटन सुंदर आईसीसी टी20 इंटरनेशनल गेंदबाजी रैंकिंग में नंबर एक भारतीय गेंदबाज थे।
हालाँकि, उनकी चोटों की वजह से उन्हें 2022 में नियमित रूप से खेलने में नाकाम रहे है। प्रैक्टिस मैच खेलते समय उन्हें ज्यादतर चोटों का सामना करना पड़ा है।
सुंदर के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 31 मैच खेले है और 7.25 के इकॉनमी रेट की मदद से 25 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है। वहीं 11 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 47 रन बनाये है।
2. टी नटराजन
इस लिस्ट में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नटराजन ने भी अपना जगह बनाने में सफलता हासिल की है। 2020 में, टी नटराजन भारत के लिए सबसे बड़े मैच विजेताओं में से एक के रूप में उभरे।
ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अपने प्रदर्शन के बाद से उन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। हालांकि, उनके घुटने की चोट की समस्या के कारण, उन्होंने भारतीय टीम से अपनी जगह खो दी।
नटराजन के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 4 मैच खेले है और 7.62 के इकॉनमी रेट की मदद से 7 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।
इसके अलावा उन्होंने 2 वनडे मैच खेले है और 47.67 के औसत की मदद से 3 विकेट लिए है। इसके अलावा उन्होंने एक टेस्ट मैच भी खेला है जिसमें उन्होंने 3 विकेट लिए है।
3. विजय शंकर
ऑलराउंडर विजय शंकर 2019 वर्ल्ड कप में भारत के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे। हालांकि, 2019 वर्ल्ड कप के दौरान चोटिल होने के बाद उन पर कभी विचार नहीं किया गया।
विजय ने भारत के लिए 12 वनडे मैच खेले है और 5.41 के इकॉनमी रेट की मदद से 4 विकेट लिए है। इसके अलावा उन्होंने 31.86 के औसत की मदद से 223 रन बनाये है।
दाएं हाथ के बल्लेबाजी ऑलराउंडर के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 9 मैच खेले है और 9.1 के खराब इकॉनमी रेट की मदद से मात्र 5 विकेट लिए है।
4. मनोज तिवारी
अनुभवी भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने घरेलू क्रिकेट में ढेर सारे रन बनाए हैं। उन्होंने एक बार भारतीय टीम में प्रवेश किया और एक वनडे मैच में शतक भी जड़ा।
हालांकि चोट की वजह से मनोज का इंटरनेशनल करियर को पटरी से उतार दिया। तिवारी अभी भी घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में उनकी वापसी की संभावना बहुत ही कम है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने 12 मैच खेले है और 23.92 के औसत के साथ 287 रन बनाये है।
एक शतक लगाने के अलावा उन्होंने एक अर्धशतक भी लगाया है। मनोज तिवारी ने भारत के लिए 3 टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले है और मात्र 15 रन ही बना पाने में सफल हुए है।