वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट जगत में दुनिया के सबसे खतरनाक सलामी बल्लेबाज के रूप में की जाती है। उन्होंने हमेशा ही ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए कई गेंदबाजों की लाइन और लेंथ खराब कर दी है।
सहवाग के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने टीम इंडिया को 251 मैच में रिप्रेजेंट किया है और 35.05 के औसत के साथ 8273 रन बनाये है। वहीं टेस्ट मैचों की बात की जाए तो उन्होंने अपने करियर में 104 टेस्ट मैच खेले है।
इस दौरान उनके बल्ले से 49.34 के औसत के साथ 8586 रन निकले है। अपनी बल्लेबाजी की तरह ही वीरेंद्र सहवाग प्रेस कांफ्रेंस में भी अपने अनोखे और मजाकिया जवाब से सबका दिल जीतने में माहिर थे।
तो उसी चीज को लेकर आज हम सहवाग के 5 सबसे मजाकिया जवाबों के बारे में आपको बताएंगे।
1. अपने और सचिन तेंदुलकर के बीच अंतर पर वीरेंद्र सहवाग ने दिया मजाकिया जवाब
सहवाग की बल्लेबाजी शैली बहुत हद तक सचिन से मेल खाती थी। सचिन के लगभग हर शॉट सहवाग भी लगा लिया करते थे।
यहां तक कि जब सहवाग पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आये तो कई लोगों ने उन्हें सचिन का “क्लोन” तक बता दिया था।एक बार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जब एक रिपोर्टर ने वीरू से पूछा कि वह सचिन से अलग किस तरह से दिखाई देते हैं?
तो वीरेंद्र सहवाग ने मजाकिया अंदाज में कहा कि उनके और सचिन के बीच सबसे बड़ा अंतर बैंक बैलेंस का होना है। सहवाग के इस जवाब पर वहां बैठे सभी लोग हंसने पर मजबूर हो गए।
2. विश्वस्तरीय गेंदबाजों की पिटाई करने पर वीरू ने दिया मजेदार जवाब
सहवाग ने कभी भी किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा। उन्होंने हर गेंदबाज की जमकर धुनाई की चाहें वो कितना भी अनुभवी और बेहतरीन गेंदबाज क्यों न हो।
वो हर गेंदबाज के सामने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिए ही जानें जाते थे। एक बार जब उनसे किसी ने पूछा कि कैसे वे विश्वस्तरीय गेंदबाजों की आसानी से पिटाई कर लेते है?
तो इस पर पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज का कहना था कि मैं गेंदबाज की धुनाई नहीं करता हूं, मैं तो बस गेंद को हिट करता रहता हूं।
3. ज्योफ्री बॉयकॉट को सहवाग ने दिया मजेदार जवाब
एक बार इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट सहवाग की बल्लेबाजी का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि सहवाग में प्रतिभा की कोई कमी नहीं लेकिन उनके साथ समस्या यह नजर आती है कि बल्लेबाजी के समय उनका दिमाग कहीं खो जाता है।
जब एक रिपोर्टर ने सहवाग को बॉयकॉट की टिप्पणी के बारे में बताया हुए उनका जवाब माँगा तो सहवाग ने रिपोर्टर के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि –
“बॉयकॉट जो कहना चाह रहे है वो कह सकते है। वो एक बार पूरे दिन बल्लेबाजी करते रहे और सिर्फ एक चौका ही लगा पाने में सफल हुए थे। इस बात पर वहां मौजूद सभी लोगों को हंसी आ गयी।”
बॉयकॉट का बल्लेबाजी करने का अंदाज सहवाग से बिल्कुल अलग था क्योंकि वो बहुत धैर्य के साथ बल्लेबाजी किया करते थे, जबकि सहवाग पहली गेंद से हिट मारने की कोशिश करते थे।
4. अब्दुल रज्जाक के रिवर्स स्विंग से बचने का सहवाग ने निकाला अनोखा तरीका
एक बार सहवाग काउंटी क्रिकेट में लीसेस्टरशायर टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। वहीं पूर्व पाकिस्तानी ऑल-राउंडर अब्दुल रज्जाक विरोधी टीम के लिए खेलते हुए नजर आ रहे थे और वो गेंद को काफी रिवर्स स्विंग भी करा रहे थे।
सहवाग और उनके साथी बल्लेबाज जेरेमी स्नेप के लिए रज्जाक का सामना करने में काफी समस्या हो रही थी। इसलिए, सहवाग ने इससे निपटने का एक अलग और नायाब तरीका निकाला।
अगली गेंद को सहवाग ने स्टेडियम के बाहर मार दिया। अंपायरों द्वारा ने उस बड़े छक्के के बाद एक नई गेंद मंगवाई गयी. सहवाग ने स्नेप के पास जाकर बोला कि हम अब एक घंटे तक खेलने में कोई समस्या नहीं होगी। अब हम अब्दुल रज्जाक की गेंदों का आसानी से सामना कर सकते है।
5. जब सहवाग एमसीजी पर दोहरा शतक बनाने से चूके
वर्ष 2003 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच MCG बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेला जा रहा था। उस ठेस मैच के पहले दिन सहवाग 195 के व्यक्तिगत स्कोर पर खेल रहे थे।
वह आसानी से अपना दोहरा शतक जड़ सकते थे लेकिन, सहवाग ने अपने अंदाज में दोहरा शतक पूरा करने का मन बना लिया। उन्होंने साइमन कैटिच की गेंद पर मिड विकेट पर छक्का मारने की कोशिश में डीप में कैच देकर पवेलियन की और लौट गए।
उसी चीज को लेकर जब एक रिपोर्टर ने सहवाग से पूछा कि अगर वह हवाई शॉट नही खेला होता तो अपना शतक पूरा कर सकते थे, तो इस पर सहवाग ने कहा कि मैं सिर्फ तीन गज की दूरी से छक्का लगाने से चूक गया।