क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी के लिए कप्तानी करना बहुत सम्मान की बात होती है। एक कप्तान पूरी टीम को साथ लेकर चलता है। टीम के खिलाड़ी से अच्छा प्रदर्शन कैसे निकलवाना है इसका भारी दबाव हमने कप्तान के ऊपर देखा है।
क्रिकेट में कई ऐसे कप्तान देखने को मिले है जो अपनी आक्रमकता के लिए पहचाने जाते थे।
पिछले कुछ सालों में आक्रामक कप्तानों को काफी महत्व दिया जा रहा है सा इसलिए है क्योंकि इस वजह से मैचों में काफी रोमांच देखने को मिल जाता है। तो आज हम आपको क्रिकेट इतिहास के पांच सबसे अधिक आक्रमक कप्तानों के बारे में बताएंगे।
1. सौरव गांगुली
सौरव गांगुली की गिनती दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों के अलावा बेहतरीन कप्तान में भी की जाती है। उनकी कप्तानी में ही भारत एक अलग मुकाम पर पहुंचा है। दादा की कप्तानी में ही भारत ने विदेशों में मैच जीतने शुरू कर दिए थे।
आक्रामकता गांगुली के शरीर में साफतौर पर दिखाई देती है।
दादा की कप्तानी के कुछ फेमस कॅप्टेन्सी मोमेंट्स में लॉर्ड्स की जीत के बाद बालकनी से अपनी टी-शर्ट लहराना और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ को टॉस का इंतजार करवाना जिन्हें क्रिकेट प्रेमी आज तक नहीं भूले है।
गांगुली की कप्तानी की बात करें तो उन्होंने 49 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कमान संभाली है जिसमें से 21 मैच भारत ने जीते है और 13 हारे है। वहीं 13 मैच बराबरी पर छूटे है।
इसके अलावा दादा ने 146 वनडे मैचों में भी भारतीय टीम की कप्तानी की है जिसमें से 76 मैच भारत ने जीते है और 65 में टीम को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं 5 मैचों का रिजल्ट नहीं निकल सका था।
2. रिकी पोंटिंग
इस लिस्ट में रिकी पोंटिंग ने भी अपना नाम दर्ज करवाया है। पोंटिंग की गिनती क्रिकेट इतिहास के सबसे आक्रामक कप्तानों में की जाती है।
पोंटिंग की कप्तानी की बात की जाए तो उन्होंने 77 मैचों में टीम की कमान संभाली है जिसमें से टीम को 48 में जीत, 16 में हार और 13 मैच ड्रा रहे है।
वहीं वनडे में उन्होंने 229 मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की है जिसमें से टीम ने 164 जीते है, 51 हारे है, 2 टाई रहे है और 12 मैचों का रिजल्ट नहीं निकल सका है।
इसके अलावा पोंटिंग ने 17 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी टीम की कप्तानी की है जिसमें से टीम ने 7 जीते है और 10 हारे है।
अगर आप पोंटिंग की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम पर नजर डालेंगे तो आप उसमें आक्रामक बल्लेबाजों और अटैकिंग गेंदबाजों की भरमार पाएंगे। वो कप्तानी में रिस्क लेने से बिल्कुल भी नहीं घबराते थे और इसी के कारण वो इतने सफल कप्तान थे।
3. इमरान खान
मैदान पर कड़े फैसले लेना कुछ कप्तानों के लिए काफी मुश्किल काम रहता है लेकिन इमरान खान कड़े फैसले आसानी से लेने में बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाते थे।
एक बल्लेबाज, एक गेंदबाज और एक कप्तान के रूप में उनके आक्रामक स्वभाव का असर उनकी टीम पर पड़ा।
पाकिस्तान ने उनकी ही कप्तानी में ही 1992 का वर्ल्ड कप जीता था। इमरान जीत हासिल करने के लिए अपनी आक्रामक प्लानिंग करने के लिए मशहूर थे।
4. क्लाइव लॉयड
क्लाइव लॉयड ने एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ-साथ एक बेहतरीन कप्तान भी थे। लॉयड 1975 का वर्ल्ड कप जीतने वाले पहले कप्तान बने थे।
इसके बाद उन्होंने 1979 वर्ल्ड कप में भी वेस्टइंडीज टीम की कप्तानी की और दूसरी बार वेस्टइंडीज को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जितवा दी।
वेस्टइंडीज का यह दिग्गज बल्लेबाज बल्ले और गेंद दोनों से आक्रामक अंदाज में खेलने के लिए मशहूर था। वेस्टइंडीज की टीम में जो उस समय आक्रामकता थी वो क्लाइव लॉयड के कारण ही थी।
5. विराट कोहली
इस लिस्ट में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम ना आये ऐसा हो ही नहीं सकता है। विराट में आक्रामकता कूट-कूट कर भरी हुई है। कोहली अपने आक्रामक अंदाज के लिए ही जानें जाते है।
मैदान में कोई विपक्षी खिलाड़ी उनसे उलझने में डरता है। किसी भी भारतीय खिलाड़ी की जब स्लेजिंग होती है तो कोहली सबसे पहले आगे बढ़कर सामने खड़े होते है। कई लोगों का कहना है कि आक्रामकता में ही विराट बेहतर प्रदर्शन करते हुए नजर आते है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन ने भी एक बार अपने खिलाड़ियों को कोहली से ना उलझने की सलाह दी थी। विराट जब कप्तान थे तब आक्रामक मानसिकता का होना हर खिलाड़ी के लिए जरुरी था।