कोई भी खिलाड़ी जब संन्यास का फैसला करता है तो उसके लिए यह फैसला सबसे दिल तोड़ने वाला होता है। क्योंकि इसके बाद वो मैदान पर दोबारा खेलते हुए दिखाई नहीं देंगे।
खिलाड़ी अपना सब कुछ खेल को दे देते है लेकिन एक समय उनके करियर में ऐसा आता है जब उन्हें अपने बारे में सोचना छोड़ कर दूसरों को मौका देने के लिए खुद को खेल से दूर करना पड़ता है।
हालांकि क्रिकेट के मैदान में ऐसे कई खिलाड़ी देखने को मिले है जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर को बहुत ज्यादा लंबा खींच लिया और उन्होंने ऐसे समय में संन्यास लेने की घोषणा जब उनकी चारों तरफ आलोचना होने लगी थी।
वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हुए है जिन्होंने सही समय पर अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। तो आज हम आपको उन पांच खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने सही समय पर क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
5. कुमार संगकारा
कुमार संगकारा की गिनती श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाजों में की जाती है। संगकारा अपने करियर के आखिरी समय में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते रहे है और किसी को उम्मीद नहीं थी कि वो संन्यास ले लेंगे।
हालांकि चयनकर्ताओं के आग्रह पर उन्होंने कुछ समय के लिए अपने इस फैसले को टाल दिया लेकिन इसके बाद उन्होंने 2015 में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच के बाद अपने करियर को बाय-बाय कह दिया। संगकारा ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 594 मैच खेले और 28,016 रन बनाये है।
4. शेन वॉर्न
शेन वार्न को क्रिकेट जगत का सबसे सफल लेग स्पिन गेंदबाजों में से एक है। उन्होंने अपनी फिरकी के दम पर दुनिया भर के दिग्गज बल्लेबाजों को खूब परेशां किया है। वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 700 विकेट चटकाने वाले गेंदबाज बने थे।
2003 में लगे बैन के बाद उन्होंने वापसी करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन करके दिखाया था। 2006-07 एशेज जीत के बाद वॉर्न ने रिटायरमेंट लेने का फैसला कर लिया था।
इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा था कि वो युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहते है। इस महान स्पिनर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में ऑस्ट्रेलिया को 339 मैच में रिप्रेजेंट किया है और 1001 विकेट लिए है।
3. एमएस धोनी (टेस्ट)
भारत के सबसे सफल कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 में भारतीय टीम को जीतकर एक अलग मुकाम पर लेकर गए थे लेकिन इसके बाद विदेशी दौरों पर भारतीय टीम को बुरी तरह असफलता मिली और धोनी की कप्तानी पर सवाल खड़े किये जानें लगे।
धोनी के रिटायरमेंट का फैसला कई लोगों के लिए किसी सदमें से कम नहीं था, लेकिन धोनी ने 2015 विश्व कप से ठीक पहले 2014 में भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बीच में ही अपने टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया था।
फिर उसके बाद 2019 के वर्ल्ड में भारत के बाहर हो जानें के एक साल बाद उन्होंने सीमित ओवरों के क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया था। पूर्व भारतीय कप्तान ने क्रिकेट के सभी प्रारूप में कुल मिलाकर 538 मैच खेले और 17,266 रन बनाये है।
2. राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ हमेशा सही फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं। द्रविड़ ने मार्च 2012 में रिटायरमेन्ट लेने का फैसला किया था। जो सभी भारतीय नफेन्स के लिए निराश करने वाला पल था।
उन्होंने लगा की वो अब मैदान पहले जितने फुर्तीले नहीं है और वे लगातार एक ही तरह से आउट हो रहे थे। द्रविड़ ने संन्यास लेकर युवा पीढ़ी को आगे आने के लिए प्रोत्साहित भी किया। यह एक हिम्मत भरा कदम था। द्रविड़ ने अपने करियर में 509 मैच में 24,208 रन बनाये है। वो टेस्ट और वनडे में भारत के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे।
1. एलिस्टेयर कुक
इंग्लैंड के महानतम टेस्ट बल्लेबाज होने के साथ-साथ कुक इंग्लैंड के एक शानदार कप्तान भी थे। वो इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज है। साल 2018 उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि वह 2018 की भारत बनाम इंग्लैंड की सीरीज के बाद संन्यास ले लेंगे।
उन्होंने युवाओं को खेलने का मौका दिया और सही समय पर संन्यास लेकर इंग्लैंड के लिए शीर्ष क्रम में नए खिलाड़ियों के लिए जगह खाली कर दी। उनके टेस्ट करियर की बता की जाए तो उन्होंने 161 मैच खेले है और 45.35 की औसत से 12472 रन बनाये है।
वहीं वनडे में उन्होंने 92 मैच खेले थे और 36.40 की औसत से 3204 रन बनाये थे। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 4 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेले है और 15.25 की औसत से 61 रन बनाये है।