2007 के बाद पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि टीम इंडिया किसी आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट स्टेज से पहले ही बाहर हो गयी हो।
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया के नॉकआउट में नहीं पहुंचने को लेकर पूर्व कप्तान कपिल देव ने मौजूदा खिलाड़ियों को जमकर लताड़ा है।
कपिल देव ने भारत के इस प्रदर्शन के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी जिम्मेदार मानते है। विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया को लीग राउंड में पहले दो मैच में लगातार हार का सामना करना पड़ा था।
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारने के बाद टीम इंडिया का टूर्नामेंट से बाहर होना लगभग तय हो चुका था और न्यूजीलैंड ने रविवार को अफगानिस्तान को 8 विकेट हराकर इस बात पर मोहर लगा दी।
कपिल देव ने एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘समय आ चुका है कि हमें अपने भविष्य पर ध्यान देना चाहिए और इसके लिए आपको अभी से प्लानिंग करके चलनी पड़ेगी।
मेरा मानना है कि आईपीएल और वर्ल्ड कप के बीच में थोड़ा गैप होना जरुरी था।’ कपिल देव ने ये भी कहा कि भारतीय खिलाड़ी आईपीएल को अपनी पहली प्राथमिकता मानते है।
देश के लिए टूर्नामेंट खेलने को वे उतनी प्राथमिकता नहीं देते हैं। कपिल ने इसके लिए बीसीसीआई को इस बारे में सोचना के लिए कहा है।
उन्होंने आगे कहा, ‘जब खिलाड़ी आईपीएल में खेलने को देश के लिए खेलने से ज्यादा प्राथमिकता देंगे, तो हम कर ही क्या सकते हैं।
खिलाड़ियों को देश के लिए खेलने में गर्व महसूस करना चाहिए। मैं उनकी फाइनैंशियल कंडीशन के बारे में नहीं जानता हूँ। तो मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करना चाहता हूँ।
मेरी नजर में खिलाड़ियों के लिए पहली प्राथमिकता देश होना चाहिए और उसके बाद आपकी फ्रेंचाइजी टीम आनी चाहिए। मैं यह नहीं कहना चाहता हूं कि आप फ्रेंचाइजी टीम के लिए न खेले।
अब यह बीसीसीआई की जिम्मेदारी बनती है कि वह खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से मैनेज करना शुरू कर दे। इन गलतियों को दोहराना सही नहीं है और यही इस टूर्नामेंट से हमारी सबसे बड़ी सीख होगी।’