टीम इंडिया आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो चुकी है क्योंकि अफगानिस्तान की टीम न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से हार चुकी हैं। अब कल नामीबिया के खिलाफ होने वाला मैच औपचारिकता मात्र रह गया है और टीम इंडिया इस मैच को जीतकर इस वर्ल्ड कप से विदा लेना चाहेगी।
टीम इंडिया को इस टी20 वर्ल्डकप का प्रबल दावेदार कहा जा रहा था। लेकिन, शुरुआती दो मैचों में अपने खराब प्रदर्शन से 135 करोड़ देशवासियों को उन्होंने निराश कर दिया है। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैचों में बल्लेबाज पूरी तरह से रन बनाने में नाकाम रहे।
चूंकि, भारत ने अगले मैचों में वापसी की लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। तो चलिए आज हम आपको आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चुने गए उन तीन खिलाड़ियों बताएंगे जिनका चयन टीम में नहीं होना चाहिए था।
हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या ने हाल के महीनों में फॉर्म और फिटनेस प्राप्त करने के लिए संघर्ष करते हुए दिखाई दिए है। आईपीएल में भी वह फॉर्म में नहीं थे। आईपीएल में उन्होंने बल्लेबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और गेंदबाजी उन्होंने चोट के चलते नहीं की।
हार्दिक को उनकी प्रतिभा के आधार पर इस टी 20 वर्ल्ड कप में बतौर तेज गेंदबाज ऑलराउंडर के रूप में शामिल किया गया था लेकिन, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैचों में मौका मिलने के बाद भी वह कुछ कमाल करके नहीं दिखा पाए।
अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में उन्होंने 40 रन तेजी जरूर बनाये लेकिन उनकी जगह किसी और खिलाड़ी को शामिल करते तो ज़्यादा बेहतर रहता।
भुवनेश्वर कुमार
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में भुवनेश्वर कुमार का चयन किया जाना सबसे बड़ी गलती थी क्योंकि भुवनेश्वर आईपीएल से ही आउट ऑफ फॉर्म में चल रहे थे और ऐसे में उनका चयन किया जाना सही नहीं था।
पाकिस्तान के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
इसमें कोई शक नहीं है कि भुवनेश्वर एक अनुभवी और बेहतरीन गेंदबाज है लेकिन, पिछले कुछ सालों में उनका फॉर्म और फिटनेस दोनों ही अच्छा नहीं रहा है।
इस टी20 वर्ल्डकप में भुवनेश्वर कुमार की जगह दीपक चाहर या मोहम्मद सिराज को शामिल किया जा सकता था। दोनों ने आईपीएल 2021 में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया था।
राहुल चाहर
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड दोनों के खिलाफ भारत को एक ऐसा स्पिनर चाहिए था जो विपरीत परिस्थितियों में विकेट हासिल कर सकता हो। कप्तान विराट कोहली ने शुरुआती दोनों मैचों में वरुण चक्रवर्ती को प्लेइंग इलेवन में जगह दी। लेकिन, वह विकेट हासिल करने में नाकाम साबित हुए।
हालांकि वरुण आईपीएल 2021 में अच्छे फॉर्म में नजर आये थे। इसलिए, उनका चयन किया जाना ठीक था।
लेकिन, आईसीसी के इस बड़े इवेंट में इन फॉर्म अनुभवी स्पिनर की जरुरत थी। इसलिए वरुण के अलावा, युजवेंद्र चहल को टीम में शामिल करना चाहिए था चयनकर्ताओं ने अनुभवी चहल की जगह राहुल चाहर को टीम में शामिल किया। हालांकि, राहुल को प्लेइंग इलेवन में जगह नही मिली है।
लेकिन फिर भी चहल जैसे अनुभवी गेंदबाज के स्थान पर राहुल चाहर का चयन किया जाना सही नहीं था।
वरुण चक्रवर्ती
वरुण चक्रवर्ती को मिस्ट्री स्पिनर के नाम पर टीम में शामिल किया गया था। लेकिन उनकी गेंदबाजी की सबसे बड़ी मिस्ट्री तो यही है कि वह स्पिनर है भी या नहीं। वरुण चक्रवर्ती की गेंदों में ना स्पिन है ना कुछ वेरिएशन।
उनकी गेंदों पर बल्लेबाज आसानी से रन बनाए थे और वह ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए। उनको पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी अश्विन से पहले खिलाया गया और वह बुरी तरह नाकाम रहे।
ईशान किशन
देखा जाए तो बल्लेबाज के तौर पर ईशान किशन का प्रदर्शन कुछ भी खराब नहीं रहा है। उन्होंने जितने भी मौके मिले हैं उसमें खुद साबित करने की कोशिश की है। लेकिन बात वही है कि शिखर धवन जिन्होंने पिछले 2 सालों से आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है उनको मौका नहीं मिला।
धवन ने पिछले दो आईपीएल में दो शतक जड़े हैं और दोनों बार 500 से ज्यादा रन बनाएं। स्ट्राइक रेट भी उनका काफी सुधर गया था लेकिन उन्हें बिना कारण टीम से बाहर कर दिया गया।
केएल राहुल ने काफी समय पर भारत के लिए मध्य क्रम पर बल्लेबाजी की है और वह फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करना जानते हैं।
धवन की उपयोगिता तब दिखी होती जब वह पाकिस्तान और न्यूजीलड के बाए हाथ के गेंदबाजों के सामने वह ओपनिंग करते और अपने ऑफ साइड के खेल से उनकी धार खत्म कर देते। वर्ल्ड कप 2019 में ऑस्ट्रेलिया के स्टार्क को भी उन्होंने यही किया था।