भारत के सीमित ओवर्स क्रिकेट में टीम की कप्तानी अब रोहित शर्मा संभालते हुए नजर आएंगे। खबरों में ये कहा जा रहा है कि विराट कोहली को चयनकर्ताओं ने नहीं बताया था कि वे कप्तान बदलने जा रहे है
रोहित शर्मा के नाम का ऐलान अचानक करते हुए बीसीसीआई ने ये जानकारी दी थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मानें तो कोहली को इस फैसले के बारे में बिल्कुल नहीं पता था।
इंडियन एक्सप्रेस से बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बातचीत करते हुए बताया कि बीसीसीआई लाल गेंद और सफेद गेंद वाले क्रिकेट के बीच पूर्ण स्पष्टता चाह रहीं थी।
बीसीसीआई किसी भी भ्रम से बचने के लिए सबसे लंबे प्रारूप और छोटे प्रारूपों के बीच पूर्ण रूप से अलग कप्तान चाहती थी। अंत में फैसला चयनकर्ताओं के ऊपर छोड़ दिया गया और उन्होंने रोहित को नया वनडे कप्तान बनाने का फैसला कर लिया।
रोहित शर्मा अगले महीने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अगले महीने होने वाली वनडे सीरीज से बतौर कप्तान अपनी शुरुआत करने जा रहे है।
यह रोहित की पूर्णकालिक वनडे कप्तान के रूप में पहली सीरीज है। इससे पहले रोहित शर्मा को पूर्ण रूप से न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में टी20 में कप्तानी की जिम्मेदारी दी गयी थी।
इस सीरीज में भारतीय टीम ने कीवी टीम का 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया था। टी20 वर्ल्ड कप से पहले विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा था कि यह मेरा सबसे छोटे प्रारूप में बतौर कप्तान अंतिम टूर्नामेंट होगा।
मैं बतौर बल्लेबाज खेलता रहने वाला हूँ। रवि शास्त्री ने कुछ समय पहले संकेत दे दिया था कि कोहली आने वाले समय में भारतीय वनडे टीम की कप्तानी छोड़ सकते हैं।
हालांकि उन्होंने कप्तानी नहीं छोड़ी लेकिन चयनकर्ताओं ने उनकी जगह रोहित शर्मा को वनडे टीम का कप्तान बनाना बेहतर समझा।
खबरों में ये भी कहा गया था कि बीसीसीआई ने विराट कोहली को वनडे कप्तानी छोड़ने के लिए 48 घंटों का समय दिया था।
पर विराट कोहली ने इसे नहीं छोड़ा तब चयन समिति ने खुद उनको हटाने का निर्णय लेते हुए रोहित शर्मा को कप्तान बना दिया।
इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट में विराट ने 95 मैचों में टीम की कमान संभाली है, जिसमें से भारत ने 65 मैच जीते है जबकि 27 मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
बतौर कप्तान विराट ने 95 वनडे की 91 पारियों में 72.65 की औसत से कुल 5449 रन बनाये है। जिसमें उन्होंने 21 शतक और 27 अर्धशतक भी लगाए है।
कोहली की कप्तानी में 19 द्विपक्षीय सीरीज खेली गयी। जिनमें से टीम ने 15 में जीत हासिल कि जबकि चार में हार झेलनी पड़ी। सीमित ओवर्स के पूर्व कप्तान को आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाने का मलाल हमेशा रहेगा।