वर्तमान समय में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी घरेलू सरजमीं पर तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलने में व्यस्त है। सीरीज के पहले मैच के बाद भारतीय फैंस के लिए एक बुरी खबर आई।
टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह स्ट्रेच फ्रैकचर के चलते सीरीज से बाहर हो गए और खबरें ऐसी भी हैं कि वो ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में भी नहीं खेल पाएंगे।
हालाँकि बीसीसआई ने अभी तक इस खबर की पुष्टि नहीं की है।
गौरतलब है कि बुमराह पीठ की चोट के चलते पहले ही एशिया कप से भी बाहर रहे थे और हाल में ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की टी20 सीरीज से टीम में वासपी की थी।
उस सीरीज में भी बुमराह दो मुकाबले खेले थे।
पिछले चार सालों में भारत के लिए बहुत कम मैच खेले हैं बुमराह
बुमराह मौजूदा समय में भारतीय टीम के सबसे प्रमुख गेंदबाज है। बुमराह भारत के लिए तीनों प्रारूपों में खेलते हैं ऐसे में निश्चित रूप से उनपर पर काफी वर्कलोड रहता है।
बुमराह के पिछले चार सालों के अंतरराष्ट्रीय करियर पर नजर डालें तो पता चलता है कि दाएं हाथ का यह गेंदबाज भारत के लिए काफी कम मैच खेला है।
जबकि इसके विपरीत उन्होंने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए हर सत्र में सभी मुकाबले खेले हैं।
2019 के बाद भारतीय टीम ने 70 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। बुमराह इनमें से सिर्फ 16 मैचों का हिस्सा रहे हैं।
उनकी गैरमौजूदगी में भारतीय टीम को काफी नुकसान होता है। एशिया कप में भारतीय टीम में एक डेथ बॉलर की कमी साफ खली थी जिसका खामियाजा यह हुआ कि टीम सुपर-4 से बाहर हो गई थी।
2019 के बाद मुंबई इंडिंयस के प्रति दिखाई ईमानदारी
मुंबई इंडियंस ने 2019 और 2020 में आईपीएल का ख़िताब अपने नाम किया था और उसमें बुमराह की अहम भूमिका रही थी।
पिछले चार सालों में बुमराह ने भारत से करीब चार गुना ज्यादा मैच मुंबई के लिए खेले हैं और इस दौरान वह कभी भी चोट की वजह से टीम से बाहर नहीं हुए हैं।
2019 से मुंबई ने आईपीएल में 60 मैच खेले हैं इस दौरान बुमराह ने 59 मैच खेले।
केएल राहुल भी बुमराह की तरह आईपीएल लगातार खेल रहे हैं
आईपीएल 2022 की शुरुआत से पहले केएल राहुल ने करीब चार महीनों तक एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला था। वह चार महीनों तक टीम से बाहर रहे।
आईपीएल के पिछले सत्र में लखनऊ की फ्रेंचाइजी ने उन्हें अपना कप्तान बनाया और उन्होंने सीजन के सभी मुकाबले खेले। सीजन खत्म होते ही राहुल फिर से चार महीनों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहे।