आईपीएल एक ऐसा टूर्नामेंट है, जिसमें अगर कोई खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो वो ज्यादा लंबे समय तक टीम में अपनी जगह बचाने में सफल नहीं हो पाता हैं।
इसलिए, कई बार हमने देखा है कि खिलाड़ी दबाव में झुक जाते हैं और वे कभी भी वापसी नहीं कर पाते हैं। साथ ही वीडियो और डेटा विश्लेषकों की वजह से खिलाड़ी का विश्लेषण करना आसान हो जाता हैं।
इसलिए, भले ही कोई खिलाड़ी एक सीजन में अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन अगले सीजन में उसकी सफलता की गारंटी नहीं होती हैं।
तो आज हम आपको उन क्रिकेटरों की प्लेइंग 11 के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने आईपीएल में अच्छी शुरुआत करते हुए अपनी छाप छोड़ी लेकिन बाद में गायब हो गए।
सलामी: पॉल वाल्थाटी और मनविंदर बिस्ला
इस प्लेइंग 11 के लिए यह एक भारतीय सलामी जोड़ी होगी, जिसमें ऐसे क्रिकेटर शामिल हैं, जिन्होंने आईपीएल में अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन बाद में गायब हो गए।
जब आईपीएल में भारतीय क्रिकेटरों द्वारा शतक लगाना आम बात नहीं थी, तो एक अनकैप्ड क्रिकेटर, जिसके पास अच्छा घरेलू अनुभव नहीं था, उस खिलाड़ी ने शतक लगाया, वह भी मौजूदा चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ।
पूरे आईपीएल 2011 में, पॉल पंजाब किंग्स के लिए शानदार रहे। हालांकि, उसके बाद वह दिखाई नहीं दिए। उन्होंने हाल ही में एक कमेंटेटर की भूमिका निभाते हुए नजर आये है।
बिस्ला एक बेहतरीन टी20 बल्लेबाज थे। उन्होंने प्रभावशाली योगदान दिया और कुछ खेलों में, जब वह लंबे समय तक क्रीज पर रहे, तो उन्होंने खेल को विपक्ष से दूर कर दिया।
ऐसा आईपीएल 2012 के फाइनल में हुआ था जब उन्होंने 89 रन बनाए थे। इस पारी के बाद वह अपनी फॉर्म जारी रखने में नाकाम रहे। वह इस समय लखनऊ सुपर जायंट्स के बैकरूम स्टाफ में हैं।
मिडिल आर्डर: स्वप्निल असनोदकर और जॉर्ज बेली
स्वप्निल असनोदकर एक सलामी बल्लेबाज हैं लेकिन इस XI के संतुलन के लिए, वह नंबर 3 पर खेलते हैं। उन्होंने आईपीएल 2008 में 300 से अधिक रन बनाए और सभी को प्रभावित किया।
हालांकि दाएं हाथ का छोटे कद का यह बल्लेबाज गोवा का यह खिलाड़ी फॉर्म जारी नहीं रख सका और गायब हो गया। जॉर्ज बेली ने आईपीएल 2014 और 2015 में कुछ बेहतरीन प्रदर्शन किए थे।
उन्होंने 2014 में पंजाब को फाइनल तक भी पहुंचाया था। हालांकि उम्र के कारण दाएं हाथ के बल्लेबाज बेली टूर्नामेंट में ज्यादा देर तक टिकने में सफल नहीं हो पाया।
ऑलराउंडर्स: रवि बोपारा, अभिषेक नायर और केवोन कूपर
रवि बोपारा उस समय एलीट इंग्लिश टी20 खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने आईपीएल में कुछ बेहतरीन पारियां खेलकर अपना दबदबा दिखाया है।
हालाँकि, वह उस फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके और जल्द ही अपनी जगह खो बैठे। उसके बाद से बोपारा कई आईपीएल में खेलते हुए नहीं दिखाई दिए है।
अभिषेक नायर ने आईपीएल 2008 में मिडिल आर्डर में खेलते हुए 149 की स्ट्राइक रेट से रन अपने नाम किये। एक बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए जो शानदार था।
उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका भी मिला लेकिन, मुंबई का क्रिकेटर एक और सफल आईपीएल अभियान नहीं चला सका। राजस्थान रॉयल्स को रिप्रेजेंट करते हुए, केवोन कूपर ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
उन्होंने डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करते हुए अपनी चमक बिखेरी है। उन्होंने लोअर मिडिल आर्डर में खेलते हुए कुछ बड़े हिट भी लगाए। हालांकि वो ज्यादा देर तक इस लीग में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके।
गेंदबाज: मनप्रीत गोनी, इकबाल अब्दुल्ला, राहुल शर्मा और कामरान खान
राहुल शर्मा और इकबाल अब्दुल्ला इस प्लेइंग 11 के लिए स्पिन आक्रमण को लीड करेंगे, जिसमें आईपीएल में अच्छी शुरुआत करने वाले क्रिकेटर शामिल हैं, लेकिन बाद में गायब हो गए।
राहुल और इकबाल दोनों ने आईपीएल 2011 में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 16-16 विकेट लिए थे। उस सीजन के बाद, वे अपनी कंसिस्टेंसी को बनाये नहीं रख सके।
दोनों ने घरेलू क्रिकेट में भी दोनों ने मौके गंवाए। राहुल शर्मा ने हाल ही में क्रिकेट से संन्यास ले लिया जबकि इकबाल अभी भी खेल रहे है।
कई लोगों ने महसूस किया कि आईपीएल 2008 में सीएसके के पास तेज गति का आक्रमण नहीं था। हालांकि, गोनी ने 17 विकेट लिए और सीएसके को फाइनल में पहुंचने में मदद की।
वह आईपीएल में 2017 तक खेले लेकिन कभी भी एक सीजन में 7 से ज्यादा विकेट नहीं लिए। वह वर्तमान में रोडी सेफ्टी और लीजेंड्स लीग में खेलते हुए नजर आ रहे है। कामरान खान को शेन वार्न ने टेनिस बॉल टूर्नामेंट से चुना था।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने क्रिस गेल जैसे कुछ प्रसिद्ध खिलाड़ियों को आउट किया। वह बहुत जल्द गायब हो गए और अब वो क्या कर रहे रहे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।