भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली को वनडे कप्तानी से हटाने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की।
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने विराट कोहली से टी20 इंटरनेशनल की कप्तानी नहीं छोड़ने की रिक्वेस्ट की थी। इसके बाद सलेक्टर्स को लगा कि सफेद गेंद के लिए अलग-अलग कप्तान सही नहीं रहेगा।
इस वजह से ये फैसला लिया गया। बीसीसीआई ने ट्वीट करते हुए बुधवार को रोहित शर्मा को भारतीय टीम का नया कप्तान बनाने की की घोषणा की।
सौरव गांगुली ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘दरअसल बीसीसीआई ने विराट से टी20 इंटरनेशनल का कप्तान का पद न छोड़ने की रिक्वेस्ट की थी, लेकिन जाहिर है, उन्होंने बात नहीं मानी।
तब सलेक्टर्स ने सफेद गेंद के दो फॉर्मटों के लिए दो अलग-अलग कप्तानों को रखना सही नहीं माना इसलिए यह फैसला लिया गया कि विराट टेस्ट में कप्तानी का जिम्मा संभालेंगे।
अब रोहित सीमित ओवरों के क्रिकेट कप्तानी करेंगे। मैं अध्यक्ष होने के नाते व्यक्तिगत रूप से विराट कोहली से बात कर चुका हूँ।’
गांगुली ने कोहली को टी20 इंटरनेशनल और वनडे में उनके कप्तान के रूप में योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
वहीं उन्होंने रोहित को नया कप्तान बनाने का भी समर्थन किया। दादा ने कहा कि उन्हें रोहित शर्मा की लीडरशिप क्षमताओं पर हमें पूरा विश्वास है और विराट टेस्ट में कप्तानी जारी रखेंगे।
बीसीसीआई को पूरा विश्वास है भारतीय क्रिकेट बेहतर हाथों में हैं। हम सीमित ओवरों के क्रिकेट में कप्तान के तौर पर योगदान के लिए विराट कोहली को धन्यवाद देना चाहते हैं।
A leader who led the side with grit, passion & determination. 🇮🇳🔝
Thank you Captain @imVkohli!👏👏#TeamIndia pic.twitter.com/gz7r6KCuWF
— BCCI (@BCCI) December 9, 2021
बीसीसीआई ने गुरुवार को कोहली को वनडे टीम की कप्तानी से हटाने के एक दिन बाद ट्वीट करते हुए कहा,’ एक लीडर जिसने धैर्य, जुनून और दृढ़ संकल्प के साथ टीम की कप्तनी की। शुक्रिया कप्तान विराट कोहली।’
गौरतलब है कि विराट कोहली ने भारतीय टीम की 95 वनडे मैचों में कमान संभाली और भारत को 65 मैच में जीत दिलवाई और उनकी जीत का औसत 70.43 रहा जो कि बेहतरीन है। उनकी कप्तानी में भारत 27 मैच हारा।
वहीं इस चीज को लेकर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,’ जिस दिन विराट कोहली ने अपनी टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया था, यह पहले से ही तय हो चुका था कि कि वह अपनी वनडे कप्तानी भी छोड़ देंगे।
आप हमेशा उस कप्तान के साथ जाना चाहते है जो टी20 टीम के साथ वनडे का भी नेतृत्व करें। इसलिए यह फैसला काफी उचित लग रहा है।
वर्ल्ड क्रिकेट में आपने टेस्ट और वनडे टीम का नेतृत्व करने वाले खिलाड़ी को टी20 में टीम की कप्तानी करते हुए नहीं देखा होगा। एक अंतर हमेशा सफेद गेंद क्रिकेट और लाल गेंद क्रिकेट में रहता हैऔर अब हमारे पास वह अंतर है।’