वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने कहा कि ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान के समर्थन में घुटने के बल बैठने से मना करने के बाद साउथ अफ्रीका के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज़ क्विंटन डिकॉक का टी20 वर्ल्ड कप मुकाबले से हटने का फैसला उनके लिए ‘खबर’ की तरह था।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर ज़्यादा बहसबाज़ी न करें। वह निजी तौर पर और टीम के रूप में ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ के पक्ष में हैं और नस्लवाद को खत्म करने के लिए अपना योगदान देना बंद नहीं करेंगे।
पोलार्ड ने सुपर 12 में साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ आठ विकेट से मिली हार के बाद कहा, ‘‘पर्सनली, मुझे किसी ऐसे खिलाड़ी के बारे में नहीं पता है जो ऐसा (घुटने के बल बैठना) नहीं करना चाहता हो। मुझे इसके बारे में नहीं पता है। इसलिए यह मेरे लिए खबर की तरह आया।’’
वहीं साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने कहा, ‘एक टीम के रूप में हम इस खबर से झटका लगा हैं। क्विंटन टीम के बड़े खिलाड़ी है, सिर्फ़ बल्लेबाज़ी के नज़रिये से ही नहीं, बल्कि एक सीनियर खिलाड़ी होने के नज़रिये से भी वह टीम के लिए काफ़ी अहम खिलाड़ी है।
यह जाहिर तौर पर कुछ ऐसा है जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी। वह अपने फ़ैसले लेने जानते हैं। हम उनके फैसले का सम्मान करेंगे और मुझे लगता है कि उन्होंने जो फैसला लिए है वो कुछ सोचकर ही लिया होगा।’
बावुमा ने आगे बताया कि ‘उनकी टीम को उनके क्रिकेट बोर्ड से मंगलवार को दुबई में वेस्टइंडीज के साथ होने वाले मैच से 5 घंटे पहले एक निर्देश दिया गया। जिसमें खिलाड़ियों को हर मैच से पहले सामूहिक रूप से घुटने टेकने थे।
अबुधाबी से दुबई की डेढ़ से दो घंटे की जर्नी के समय, क्विंटन ने अपना यह फैसला लिया, टीम के पास यह पता लगाने का समय नहीं था कि डिकॉक इस फ़ैसले को क्यों नहीं मान रहे हैं।’
क्विंटन डी कॉक घुटने टेककर समर्थन नहीं देने पर पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज़ एडम गिलक्रिस्ट ने कि, ‘मेरा मानना है कि क्विंटन डी कॉक ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन का समर्थन देने के साथ-साथ साथ देश में अश्वेत लोगों के साथ हमेशा खड़े रहे हैं।
वहीं, अगर आपके सहयोग से ऐसे लोग मजबूत हो जाते हैं, तो आप उनकी ज़रूर मदद करनी चाहिए।