भारत ने झारखंड क्रिकेट स्टेडियम रांची में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज की जगह हर्षल पटेल ने पदार्पण किया।
न्यूज़ीलैंड की पारी में मार्टिन गप्टिल भाग्यशाली रहे और मैच की पहली गेंद पर बाहरी किनारे पर एक बाउंड्री उनको मिल गयी। अगली गेंद और अंतिम गेंद पर उनके करारे प्रहार ने न्यूज़ीलैंड के इरादे स्पष्ट कर दिए।
भुवनेश्वर ने शुरुआती ओवर में 14 रन दिए, जो टी20 में किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा ओवर में सबसे अधिक है। इसके बाद डेरिल मिशेल ने दूसरे ओवर में दीपक चाहर के खिलाफ बैक-टू-बैक बाउंड्री लगाते हुए 10 रन बटोरे।
गप्टिल ने अगले ओवरों में छक्का लगाकर दोनों तेज गेंदबाजों का स्वागत किया। उन्होंने भुवनेश्वर पर 84 मीटर छक्का लगाया।
फिर पांचवें ओवर में, वह दीपक चाहर की गेंद पर छक्का जड़कर 15 गेंदो में 31 रन पर पहुंचे। लेकिन आखिर में चाहर ने इसी ओवर में गुप्टिल को आउट किया।
कीवी पावरप्ले के अंत में 64/1 पर पहुंच गए, जिसमें आठ चौके और दो छक्के शामिल थे। यह भारत में भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड के लिए सर्वोच्च पावरप्ले स्कोर भी है।
न्यूजीलैंड के एक विस्फोटक पावरप्ले के बाद स्पिनरों ने रन गति को धीमा करने में बड़ी भूमिका निभाई। अक्षर और अश्विन ने पावरप्ले के बाद तीन ओवर में 15 रन देकर एक विकेट लिया।
डेब्यू करने वाले हर्षल पटेल का 7वां ओवर था, जिन्होंने केवल पांच रन दिए। भारत ने आज बीच के ओवरों में सनसनीखेज गेंदबाजी की। टीम ने 7 और 15 ओवर के बीच 61 रन दिए, जिसमें पांच चौके और 18 डॉट गेंद शामिल थीं।
शुरू में 170-180 आसानी से बनते लग रहे थे। लेकिन स्पिनरों ने शानदार ढंग से चीजों को काबू में कर लिया।
इसके बाद कि हर्षल पटेल ने अपने पदार्पण पर दो विकेट लिए और न्यूजीलैंड को छह विकेट पर 153 रनों पर रोक दिया। न्यूज़ीलैंड ने आखिरी 3 ओवरों में केवल 15 रन ही बनाये।
जवाब में राहुल ने बिल्कुल गुप्टिल की तरह शुरुआत की। उनका भी बाहरी किनारा एक चौके के लिए बाउंड्री की ओर चला गया। इसके बाद उन्होंने बोल्ट को दो चौके लगाये। फिर एडम मिल्ने के खिलाफ एक और चौका मिडविकेट पर लगाया।
इसके बाद रोहित ने डीप मिड-विकेट फेंस पर छक्का जड़कर भारत का स्कोर 4 ओवरों में 32 रनों पर पहुंचा दिया। भारत ने विकेट बचाकर खेलने पर ध्यान दिया और 9 ओवरों तक बिना विकेट गंवाए 63 रन बना लिए थे।
यहां से रोहित ने 10वें ओवर में सैंटनर को 2 छक्के लगाकर आक्रमण की शुरुआत की। इसी ओवर में एक और चक्का लगाने के प्रयास में बोल्ट के हाथों उनका एक कैच भी छूट गया।
राहुल ने 11वें ओवर में मिल्ने को कवर पर छक्का और फिर स्क्वायर लेग पर चौका लगाया। उन्होंने 40 गेंदो पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
14वें ओवर में राहुल 48 गेंदो पर 65 रन बनाकर चक्का लगाने के चक्कर मे आउट हुए। भारत का स्कोर 117 रन था और लक्ष्य मुश्किल नहीं था। वेंकटेश अय्यर तीसरे नंम्बर पर खेलने आए।
रोहित ने 15वें ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर 35 गेंदो पर अपना अर्धशतक पूरा किया। अगले ओवर में 55 के स्कोर पर वह साउदी की गेंद पर पवेलियन लौट गए। यहां से केवल 19 रन चाहिए थे।
सूर्यकुमार यादव को 2 रन के स्कोर पर इसी ओवर में साऊदी ने बोल्ड किया। ऋषभ पंत ने दो छक्के लगाए आखिर में भारत ने काफी आसानी से मैच जीत लिया।
इस मैच को जीतने के साथ भारत ने श्रृंखला में 2-1 कई अजेय बढ़त बना ली है। अब आखिरी टी20 मैच जो रविवार को होगा वह एक औपचारिकता मात्र ही रह गया है।
नियमित टी20 कप्तान के रूप में भारत की यह पहली जीत है। रोहित ने इससे पहले भी भारत की कप्तानी की हुई है लेकिन उस समय पर वह कार्यवाहक कप्तान की भूमिका में थे।