टेस्ट मैचों में बल्लेबाजी करना आसान काम नहीं होता है और ये बात हम सब अच्छी तरह से जानते है। एक टेस्ट मैच की प्रत्येक पारी अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
मैच के पहले दिन जब गेंद नई होती है तब बल्लेबाजों को गति और स्विंग दोनों का सामना बड़े ध्यान से करना होता है। इसके बाद मैच के चौथे और पांचवे दिन उछाल और खतरनाक टर्न से भी निपटना पड़ता है।
हर पारी में बल्लेबाजों को स्थिति के अनुसार खुद को ढालना पड़ता है और पिच को अच्छे से समझना होता है।साथ ही साथ, टेस्ट मैचों में बल्लेबाज को विपक्षी गेंदबाजों का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार होने और पिच की स्थिति के अनुसार अपनी तकनीक में बदलाव करते रहना पड़ता है।
टेस्ट मैचों की चारों पारियों में अमूमन स्थिति एक जैसी नहीं देखने को मिलती है। तो चलिए आपको टेस्ट मैचों की चारों पारियों के सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले खिलाड़ियों के बारे में बताते है।
पहली पारी: ब्रायन लारा (400* रन)
ब्रायन लारा 1990 और 2000 के दशक में वेस्टइंडीज के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज थे।
‘प्रिन्स ऑफ त्रिनिदाद’ ब्रायन लारा एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने एक पारी में 400 रन अपने नाम किये हैं। उन्होंने यह कारनामा वर्ष 2004 में एंटीगा में इंग्लैंड के खिलाफ करके दिखाया।
था सीरीज के आखिरी मैच की पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए लारा ने नाबाद 400 रन बनाए और अपनी इस पारी में उन्होंने 43 चौके और 6 छक्के भी लगाए थे।
लारा के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 430 मैच खेले है और 22358 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 53 शतक और 111 अर्धशतक जड़े है।
दूसरी पारी: महेला जयवर्धने (374 रन)
साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2006 में महेला जयवर्धने ने 374 रन की पारी खेली थी। उनकी यह पारी क्रिकेट इतिहास में चौथी और मैच की दूसरी पारी में सबसे बड़ा व्यक्तिगत टेस्ट स्कोर है।
जयवर्धने ने इस पारी में 572 गेंद खेली और 43 चौके और एक छक्का भी लगाया। इसी मैच में उन्होंने कुमार संगकारा के साथ तीसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 624 रन की साझेदारी की थी।
जयवर्धने ने अपने इंटरनेशनल करियर में श्रीलंका को 597 मैच में रिप्रेजेंट किया है और 24,464 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 54 शतक और 136 अर्धशतक लगाए है।
तीसरी पारी: हनीफ मोहम्मद (337 रन)
1958 में वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान के खिलाफ पहली पारी में 579 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। जवाब में पाक्सितान की टीम 106 रन पर ही ढेर हो गयी और उन्हें फॉलोऑन खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
तीसरी पारी में जब पाकिस्तान बल्लेबाजी करने उतरा तो उस मैच में हनीफ मोहम्मद ने रिकॉर्ड 970 मिनट क्रीज पर बिताये और तिहरा शतक जड़ दिया।
हनीफ की ये 337 रन की पारी पाकिस्तान की तरफ से और किसी बल्लेबाज का विदेश में सर्वश्रेष्ठ स्कोर तो है ही और यह तीसरी पारी का भी सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
उन्होंने अपने करियर में 55 टेस्ट खेले है और 43.5 के औसत से 3915 रन बनाये है। उन्होंने अपने करियर में 12 शतक, 15 अर्धशतक और 2 दोहरे शतक भी लगाए है।
चौथी पारी: जॉर्ज हेडली (223 रन)
कैरेबियाई बल्लेबाज जॉर्ज हेडली ब्लैक ब्रैडमैन के नाम से मशहूर थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी डेब्यू सीरीज के चौथे मैच की चौथी पारी में शानदार दोहरा शतक जड़ा।
उन्होंने 223 रन की रिकॉर्ड पारी तब खेलकर दिखाई थी जब उस समय टेस्ट मैचों की कोई समय सीमा नहीं हुआ करती थी। ऐसे में इस रिकॉर्ड का टूटना मुमकिन नहीं लगता।
हेडली के करियर की बात की जाए तो उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 22 टेस्ट मैच खेले है और 60.83 के बेहतरीन औसत के साथ 2190 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 10 शतक और 5 अर्धशतक भी निकले है।