भारतीय टीम के लिए पिछले कई सालों से ऑलराउंडर की भूमिका अदा कर रहे हार्दिक पांड्या पिछले 1 साल से अपनी फिटनेस की समस्या से जूझ रहें हैं।
इस दौरान उन्होंने कई अहम सीरीज और आईपीएल (IPL 2021) में गेंदबाजी करवाई है। जिसके कारण उन्हें टीम से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
भारतीय टीम एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश कर रही थी। हार्दिक के आने से उनकी यह तलाश पूरी भी हुई थी लेकिन साल 2018 में चोटिल होने के बाद हार्दिक अभी तक अपने आप को अच्छे से फिट करने में सफल नहीं हो पाए है।
उन्हें पहले टेस्ट क्रिकेट और अब लिमिटेड ओवर्स की टीम में भी वो अपनी जगह बनाने में नाकाम साबित हो रहे है।
इनसाइडस्पोर्ट्स की खबर की मानें तो हार्दिक पांड्या क्रिकेट के सबसे लम्बे फॉर्मेट टेस्ट से दूरी बनाने की सोच रहे है।
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक उच्च अधिकारी ने इस बात कि जानकारी दी है कि हार्दिक पांड्या टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास लेने के बारे में सोच रहे है।
क्योंकि वह अपना पूरा फोकस अब वनडे और टी20 इंटरनेशनल पर लगाना चाहते है। हार्दिक पांड्या भारतीय टीम के लिए आखिरी बार टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ साल 2018 में खेलते हुए दिखाई दिए थे।
उससे एक साल पहले उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट में पहली बार खेलने उतरे थे।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इनसाइडस्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में कहा कि, ‘हार्दिक पांड्या पिछले कुछ समय से चोटों से काफी परेशान रहे हैं।
हालांकि उन्होंने हमें आधिकारिक तौर पर इसके बारे में नहीं बताया है लेकिन वह टेस्ट से संन्यास लेने के बारे में सोच रहे है। इससे उन्हें लिमिटेड क्रिकेट पर अपना ध्यान केंद्रित करने में बहुत मदद मिल जाएगी।
वह वैसे भी टेस्ट क्रिकेट के लिए हमारी योजना में शामिल नहीं थे। यह निश्चित रूप से भारतीय टीम के लिए एक बड़ा नुकसान होगा लेकिन हमें इसका बैकअप तैयार करना होगा।’
हार्दिक पांड्या के टेस्ट करियर को लेकर बात की जाए तो उन्होंने 11 टेस्ट मैच में भारत को रिप्रेजेंट किया है और 31.29 की औसत के साथ 532 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 4 अर्धशतक निकले है।
वहीं मध्यम गति से गेंदबाजी करते हुए हार्दिक ने 17 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है। वहीं वनडे में उन्होंने 63 मैच खेले है और 32.97 की औसत से 1286 रन अपने नाम किये है।
गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 57 विकेट लिए है। टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो उन्होंने 54 मैच में 20.48 की औसत के साथ 553 रन बनाये है और गेंदबाजी करते हुए 42 विकेट हासिल किये है।