भारतीय चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद का कहना है कि भारत को इस महीने होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए अपनी टीम में एक तेज़ गेंदबाज़ को और शामिल करना चाहिए था।
साथ ही साथ इंडियन प्रीमियर लीग में आलराउंडर हार्दिक के गेंदबाज़ी न कर पाने को लेकर भी थोड़ा परेशान है। टी20 वर्ल्ड कप यूएई और ओमान में 17 अक्टूबर से शुरू होरहा है और भारत को इस टूर्नामेंट का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
विराट कोहली की टीम इस टी 20 वर्ल्ड कप में 24 अक्टूबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
शारजाह की पिचें स्पिनरों के लिए फायदेमंद होती है जबकि दुबई और अबुधाबी की पिचें तेज गेंदबाज़ों को मदद करती है। ये हमें आईपीएल में देखने को मिला है और भारत के लगभग सभी मैच अबू धाबी और दुबई में है।
भारतीय टीम के अहम सदस्य हार्दिक आईपीएल के यूएई में चल रहे दूसरे चरण में गेंदबाज़ी करते हुए नहीं दिखाई दे रहे है। वहीं मुंबई इंडियंस ने कहा है कि भारतीय टीम में उनकी अहमियत को देखते हुए वह हार्दिक को लेकर जल्दबाज़ी नहीं करने वाले है।
हार्दिक को लेकर पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘‘देखिए, हार्दिक को टीम में एक आलराउंडर के रूप में शामिल किया गया है, उन्हें बल्लेबाज़ के तौर पर टीम में शामिल नहीं किया गया।
उन्हें उसे आलराउंडर के रूप में देखा जाता है जो टीम को बैलेंस देता है। यह थोड़ा हैरानी भरा है या मैं नहीं जानता कि हार्दिक को क्या करने के लिए कहा गया है या उन्हें सिर्फ़ वर्ल्ड कप में गेंदबाज़ी करवाने के लिए रोक रहे है।’’
प्रसाद ने वर्ल्ड कप के बाद टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के कोहली के फैसले का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘उन पर सभी प्रारूपों में कप्तानी का दबाव है जो स्पष्ट तौर पर उनके प्रदर्शन में दिख रहा है।
इसलिए मुझे लगता है कि उन्होंने सही फैसला लिया है। हम चाहते हैं वो एक दशक में 70 शतक जड़े और हम उसी विराट को देखना पसंद करते है। अगर टी20 कप्तानी से बल्लेबाज़ी पर असर पड़ रहा है तो उनका यह फैसला सही है।’’