टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा फॉर्मेट है जहां पार्ट-टाइम गेंदबाज़ अपनी छाप नहीं छोड़ पाते है लेकिन सफेद गेंद वाली क्रिकेट में, पार्ट-टाइमर अक्सर बड़ी भूमिका निभाते है क्योंकि बल्लेबाज़ इन पार्ट-टाइम गेंदबाज़ों पर बड़ी हिट मारने की सोचता है और अपना विकेट गवां देता हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में कुछ ऐसे पार्ट टाइम गेंदबाज़ है। जिन्होंने मुख्य गेंदबाज़ों से ज़्यादा विकेट अपने नाम किये है। आज हम आपको ऐसे ही 6 पार्ट-टाइम गेंदबाज़ों के बारे में बताएंगे।
सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने अपने इंटरनेशनल करियर में 201 विकेट लिए है। उन्होंने अपने इतने बड़े करियर में बहुत कम गेंदबाज़ी की है लेकिन लेकिन कई ऐसे मौके आये जब उन्होंने गेंदबाज़ी इंडिया को कई महत्वपूर्ण विकेट दिलाये।
सचिन न केवल ऑफ-स्पिन बल्कि लेग-स्पिन गेंदबाज़ी कराने में भी माहिर थे। साथ ही साथ वो पिच की कंडीशन को देखते हुए वो तेज गेंदबाज़ी भी कराते थे।
सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने जब क्रिकेट से संन्यास लिया था तब तक वो इंटरनेशनल क्रिकेट में 132 विकेट अपने नाम कर चुके थे। गांगुली भारत के लिए मध्यम गति से गेंदबाज़ी करने के लिए जानें जाते थे।
कई बार भारत डस्टी सरफेस पर केवल एक मुख्य तेज गेंदबाज़ और तीन स्पिनरों के साथ मैदान पर उतरा तब गांगुली ने दूसरे तेज गेंदबाज़ के रूप में जिम्मा संभाला।
शोएब मलिक
इंटरनेशनल क्रिकेट में शोएब मलिक के नाम कुल 218 विकेट दर्ज हैं। मलिक वास्तव में एक ऑलराउंडर के रूप में खेलते थे लेकिन जैसे-जैसे वह अपने करियर में आगे बढ़ते गए। उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी पर फोकस करना शुरू कर दिया और पाकिस्तान के लिए केवल पार्ट-टाइम गेंदबाज़ी करने लगे।
मलिक पार्ट-टाइम गेंदबाज़ के रूप में भी टीम में अपना बहुत योगदान दे रहे है। जो आप उनके विकेटों की संख्या को देखकर पता लगा सकते हैं।
एंड्रयू साइमंड्स
ऑस्ट्रलिया का यह बेहतरीन खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की तरह स्पिन और मध्यम गति से गेंदबाज़ी कराने में माहिर था। गेंदबाजी करने में सक्षम थे।
उनके पास ज़्यादा गति नहीं थी तो वो गेंद से कुछ न कुछ एक्सपेरिमेंट करते रहते थे जिससे वो कभी-कभी विकेट हासिल कर लेते था। ऑस्ट्रेलिया के इस ऑलराउंडर के नाम इंटरनेशनल करियर में 145 विकेट दर्ज है।
मोहम्मद हफीज़
मोहम्मद हफीज़ पाकिस्तान के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक है और पिछले कई सालों से वो पाकिस्तान के लिए खेलते हुए आ रहे है। वो ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करते है और मौका टीम के लिए गेंदबाज़ी भी करते हुए दिखाई दे जाते है।
हफीज़ के करियर में कई बबर ऐसा फेज आया जहां वो रन बनाने के लिए स्ट्रगल करते दिखे लेकिन जब-जब उन्हें गेंदबाज़ी करने का मौका मिला उन्होंने टीम के लिए विकेट निकाला है।
बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को ऑफ स्पिनर हफीज़ की गेंदों को खेलने में दिक्कत होती रही हैं। हफीज़ अब तक एक पार्ट-टाइम गेंदबाज़ के रूप में 252 विकेट झटक चुके हैं।
सनथ जयसूर्या
श्रीलंकाई के महान सलामी बल्लेबाज़ सनथ जयसूर्या ओडीआई में ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न से ज़्यादा विकेट ले चुके हैं।
जहां जयसूर्या के नाम ओडीआई फॉर्मेट में 323 विकेट है तो शेन वार्न के नाम 293 विकेट दर्ज है। जोकि अपने आप में बड़ी बात है। सनथ जयसूर्या लेफ्ट आर्म स्पिनर थे और ओवरऑल अपने इंटरनेशनल करियर में 440 विकेट ले चुके हैं।