वनडे क्रिकेट में टीमें तभी ही बड़ा स्कोर खड़ा कर पाती है जब साझेदारियां अच्छी हो। अब तक के ज्यादातर मशहूर बल्लेबाजी जोड़ियों का कॉम्बिनेशन दाएं और बाएं हाथ का रहता है.
इससे गेंदबाजों को अपनी बॉलिंग लाइन को एडजस्ट करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं कुछ ऐसी बल्लेबाजी जोड़ियां भी रही हैं, जिसमे दोनों बल्लेबाज एक ही तरीके से बल्लेबाजी करते हए देखें गए है।
लेकिन फिर भी उन्होंने गेंदबाजों को परेशान किया है। तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको वनडे क्रिकेट की 5 सबसे सफल जोड़ियों के बारे में बताने जा रहे है।
सचिन तेंदुलकर-सौरव गांगुली
साल 1992 में पहली बार सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली पहली बार एक साथ मैदान में बल्लेबाजी करने उतरे थे। इस जोड़ी ने कुल 176 पारियों में 47.55 की औसत से 8227 रन जोड़े है।
इन दोनों के बीच 26 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारियां निभाई गयी है। तेंदुलकर और गांगुली ने साल 2001 में केन्या के खिलाफ 258 रन रिकॉर्ड साझेदारी निभाई थी।
यह अभी भी वनडे क्रिकेट में भारतीय सलामी जोड़ी द्वारा बनायीं गयी सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड है।
कुमार संगकारा-महेला जयवर्द्धने
कुमार संगकारा और महेला जयवर्द्धने की श्रीलंकाई जोड़ी अन्य बल्लेबाजी जोड़ियों से थोड़ा अलग नजर आती थी। इसके पीछे का कारण ये है कि ये दोनों बल्लेबाजी हवाई शॉटस की जगह तकनीक पर ज्यादा ध्यान देते थे।
यह जोड़ी ज्यादातर पारंपरिक शॉट्स में ही विश्वास करा करती थी और उन्होंने अपने इसी खेल से क्रिकेट प्रेमियो को काफी प्रभावित करा है।
इस जोड़ी ने 151 पारियों में 41.61 के औसत से 5992 रन जोड़े है और इस दौरान दोनों ने 15 शतकीय और 32 अर्धशतकीय साझेदारियां निभाई है।
तिलकरत्ने दिलशान-कुमार संगाकारा
कुमार संगकारा जहां एक विकेट गिर जानें के बाद आते थे वहीं तिलकरत्ने दिलशान ओपनिंग करने आते थे। फिर भी इन दोनों ने मिलकर श्रीलंका को कई मैच जिताये है।
इन दोनों की जोड़ी ने मिलकर 108 पारियों में 53.67 के औसत से 5475 रन बनाये है और इस दौरान दोनों ने 20 शतकीय और 19 अर्धशतकीय साझेदारियां निभाई है।
वैसे अगर तिलकरत्ने दिलशान के वन डे करियर की बात करें तो उन्होंने 330 मैच खेले है और 53.67 के औसत से 10290 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 41 अर्धशतक लगाए है।
वहीं कुमार संगाकारा की बात की जाए तो इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने श्रीलंका को 404 मैच में रिप्रेजेंट किया है और 41.99 की औसत के साथ 14234 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 25 शतक और 93 अर्धशतक निकले है।
मार्वन अट्टापट्टू-सनथ जयसूर्या
इन दोनों ही बल्लेबाजों की गिनती दुनिया के महान बल्लेबाजों में की जाती है। इन दोनों ने श्रीलंका के लिए कई बार मैच जिताउ पारियां खेली है। इन दोनों ने मिलकर 144 मैच में 39.29 के औसत के साथ 5462 रन बनाये है।
इस दौरान उनकी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी 237 रन की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जनवरी 2003 में आयी थी। दोनों ने मिलकर 14 शतकीय और 26 अर्धशतकीय साझेदारियां निभाई है।
विपक्षी टीम के गेंदबाजों को इनको गेंदबाजी करने में दिक्कत होती थी क्योंकि अट्टापट्टू दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और जयसूर्या बाएं हाथ के बल्लेबाज थे।
एडम गिलक्रिस्ट-मैथ्यू हेडन
एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन की जोड़ी की गिनती दुनिया में सबसे खतरनाक जोड़ियों में की जाती है। भले ही वे रनों के मामले में अन्य जोड़ियों की तुलना में नीचे है लेकिन जिस तरह की वो तेज शुरुआत देते थे वो कमाल का था।
गिलक्रिस्ट और हेडन ने 117 पारियों में 47.44 की औसत से 5409 रन जोड़े है। इस दौरान इन दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 16 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारियां निभाई है।
इन दोनों ने 2003 के वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी करके बेहतरीन शुरुआत दी थी।