पिछले कुछ सालों में क्रिकेट पर भारतीय क्रिकेट का दबदबा रहा है। इसके पीछे का कारण भारत का लगातार अच्छा प्रदर्शन करना और इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया का दुनियाभर की लीगों में शामिल भी हो जाना है।
इतना ही नहीं, भारतीय क्रिकेट टीम ने खेल के तीनों प्रारूपों में काफी सफलता हासिल की है। भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने की होड़ आजकल बहुत ज्यादा हो गई है।
यही कारण है कि जो भी इंडियन टीम के डेब्यू करता है वो भारतीय क्रिकेट टीम में लंबे समय तक टिके रहना चाहता है। भारतीय क्रिकेटरों की बात करें तो सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी हुए हैं जो देश के लिए कई सालों तक खेले है।
वहीं दूसरी तरफ़ कुछ ऐसे भी क्रिकेटर्स हुए है जिन्होंने क्रिकेटर ऐसे भी रहे हैं। जिन्होंने समय से पहले संन्यास ले लिया है।
तो चलिए आज हम आपको 5 ऐसे भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे। जिन्होंने समय से पहले संन्यास ले लिया है और उनके इतनी जल्दी संन्यास लेने की उम्मीद किसी ने नहीं की थी।
सुरेश रैना
मिस्टर आईपीएल के नाम से लोकप्रिय सुरेश रैना ने कई बार भारतीय टीम को हारते हुए मैच में जीत दिलाई है। रैना ने 15 अगस्त 2020 को महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद अपने संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी।
जिस समय उन्होंने संन्यास लिया वो केवल 33 साल के थे। वैसे क्रिकेटर्स आमतौर पर 35 साल के बाद ही संन्यास लेते है। रैना के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने भारत की तरफ़ से 226 वनडे खेले है।
और 93.50 के स्ट्राइक रेट के साथ 5615 रन बनाये है और इस दौरान उन्होंने 5 शतक और 36 अर्धशतक जड़े है। वहीं रैना ने भारत के लिए खेले अपने 78 मैचों में 134.87 के स्ट्राइक रेट के साथ 1605 रन बनाये है।
इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 5 अर्धशतक निकले है। भारत की तरफ़ से टी 20 में पहला शतक सुरेश रैना ने ही लगाया था। वहीं 18 टेस्ट मैचों में 53.14 के स्ट्राइक रेट के साथ 768 रन बनाये हैं।
बात करें अगर उनके आईपीएल करियर की तो उन्होंने अभी तक 205 आईपीएल मैच खेले है और 136.76 के स्ट्राइक रेट के साथ 5528 रन ठोंके है और इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 39 अर्धशतक भी निकले है।
प्रज्ञान ओझा
पूर्व भारतीय बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने भी समय से पहले संन्यास ले लिया। वो अब भी एक क्रिकेट विशेषज्ञ के रूप में सेवाएं दे रहे है और साथ ही साथ रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ में इंडिया लीजेंड्स के लिए भी खेल रहे है।
ओझा कभी देश के बाएं हाथ के शानदार स्पिन गेंदबाज़ हुआ करते थे लेकिन उनके गेंदबाज़ी एक्शन से जुड़े विवाद के कारण उनके करियर ज़्यादा नहीं चल पाया।
प्रज्ञान ओझा ओझा ने फरवरी 2020 में 33 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। ओझा ने भारत के लिए 18 ओडीआई मैचों में 4.47 की इकॉनमी के साथ 21 विकेट लिए है।
24 टेस्ट मैचों में 30.27 के औसत से 113 विकेट लिए है। इसके अलावा उन्होंने 6 टी 20 मैचों में भी भारत को रिप्रेजेंट किया है और 6.29 के बेहतरीन इकॉनमी के साथ 10 बल्लेबाज़ों को आउट किया है।
इरफान पठान
टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने वाले पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान अपने समय के बेहतरीन क्रिकेटर मानें जाते है।
बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज़ ने बल्ले और गेंद दोनों के साथ बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया है। इरफान ने इंडिया के लिए 120 ओडीआई मैच खेले और 5.27 के इकॉनमी के साथ 173 विकेट चटकाए और साथ ही साथ बल्लेबाज़ी में 79.55 के स्ट्राइक रेट के साथ 1544 रन बनाये।
बात करें अगर टेस्ट मैचों की तो इरफान ने अपने करियर में 29 टेस्ट मैच खेले है और 100 विकेट लिए है और बल्ले से 1105 रन भी बनाये है। इसके अलावा इरफान ने 24 टी 20 मैचों में 28 विकेट झटके है और बल्लेबाज़ी करते समय 172 रन बनाये है।
इसके अलावा उन्होंने आईपीएल के 103 मैचों में 80 विकेट लिए है और 1139 रन बनाये है। 35 साल की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले इरफान अब रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ और लंका प्रीमियर लीग में खेलते हैं और साथ ही साथ कमेंटेटर की भूमिका भी निभाते है। लेकिन जब उन्होंने संन्यास की घोषणा की तब कई लोग शॉक रह गए थे।
सुदीप त्यागी
सुदीप त्यागी समय से पहले संन्यास लेने के मामलें में दूसरे तेज भारतीय गेंदबाज़ है। उन्होंने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था लेकिन इनका इंटरनेशनल करियर बहुत छोटा रहा।
सुदीप त्यागी ने भारतीय टीम के लिए 4 वनडे और एक टी-20 मैच खेला है। वनडे में उन्होंने 3 विकेट लिए है और टी20 में एक भी विकेट नहीं मिला है।
वहीं आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ़ से दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज़ ने 14 मैच खेले है और 8.46 के इकॉनमी से 6 विकेट लिए है। सुदीप त्यागी ने नवंबर 2020 में 33 साल की उम्र में संन्यास ले लिया था।
उन्मुक्त चंद
उन्मुक्त चंद ने साल 2012 में अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप जितवाया था लेकिन दुर्भाग्य से, वह कभी भी भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने में सफल नहीं हो पाए।
हालांकि वो राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और मुंबई इंडियंस जैसी आईपीएल टीमों की तरफ़ से भी खेले है लेकिन वहां उनका बल्ला खामोश रहा।
उन्मुक्त चंद पिछले कई सालों से अपनी फॉर्म से स्ट्रगल करते हुए आये है और इसी वज़ह से उन्होंने 28 साल की उम्र में संन्यास लेने की घोषणा कर दी। उन्मुक्त अब अमेरिका जाकर वहाँ की माइनर क्रिकेट लीग में खेलते है।