खिलाड़ी अपने देश के लिए बहुत मेहनत करते है। लेकिन कुछ ऐसे खिलाड़ी होते है वो सिर्फ एक खेल में नहीं दो-दो खेलों में महारत हासिल कर लेते है।
सबसे ज्यादा दिलचस्प बात ये है कि वो दोनों ही खेलों में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाते है और छोड़ते है। कई ऐसे भी क्रिकेटर है जो क्रिकेट में अच्छा होने के साथ-साथ दूसरे खेलों में भी अच्छे थे।
वे उस खेल में भी अपने देश को रिप्रेजेंट कर चुके है लेकिन क्रिकेट खेलने की वजह से बहुत ही कम फैंस जानते होंगे कि वो देश के लिए दूसरा खेल भी खेल चुके हैं।
तो आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाडियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
युजवेंद्र चहल
लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में अपनी खास जगह बना ली है। सीमित ओवरों के क्रिकेट में इस समय उनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में की जाती है।
लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि यजुवेंद्र शतरंज के भी अच्छे खिलाड़ी हैं। चहल के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने अभी तक 105 मैच खेले है और 160 विकेट ले चुके हैं।
वहीं चहल जूनियर लेवल चेस में भारत को रिप्रेजेंट कर चुके हैं। उन्होंने कोलकाता में हुई नेशनल अंडर-12 चैम्पियनशिप अपने नाम कर ली थी। इसके अलावा वो एशियन और वर्ल्ड अंडर 12 जूनियर चैम्पियनशिप भी जीती चुके हैं।
विवियन रिचर्ड्स
दुनिया के सबसे महान क्रिकेटरों में से एक वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स किसी भी जान-पहचान के मोहताज नहीं है। वो 1975 और 1979 में वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा थे।
उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए वनडे और टेस्ट में 308 मैच खेले है और 15261 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 24 शतक और 90 अर्धशतक निकले है।
17 साल के लंबे क्रिकेट करियर से पहले विवियन फुटबॉल भी खेल चुके हैं। वो बहुत अच्छा फुटबॉल खेलते थे और ये बात बहुत ही कम लोगों को पता है। वो फीफा वर्ल्ड कप, 1974 के क्वालीफाइंग मैच तक अपना जलवा दिखा चुके हैं।
जोंटी रोड्स
जोंटी रोड्स क्रिकेट जगत में दुनिया के सबसे बेहतरीन फील्डरों में से एक थे और साथ ही साथ वो बल्लेबाज भी बहुत अच्छे थे।
उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट और वनडे में 297 है और 8467 रन बनाये है। इसके अलावा उन्होंने 5 शतक और 50 अर्धशतक भी लगाए है। लेकिन वो सिर्फ क्रिकेट तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि वो साउथ अफ्रीका की तरफ से हॉकी भी खेल चुके हैं।
1992 के ओलंपिक में वो साउथ अफ्रीका की टीम का हिस्सा थे लेकिन टीम क्वालीफाई करने में नाकाम रही थी। 1996 ओलंपिक में ट्रायल के लिए भी उन्हें बुलाया गया था।
बाद में उन्हें 1996 के एडिशन के लिए भी टीम में जगह दी गयी लेकिन हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण वो इसमें हिस्सा नहीं ले पाए।
एलिस पेरी
ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम की स्टार ऑलराउंडर एलिस पेरी नेशनल टीम में डेब्यू करने वाली सबसे युवा क्रिकेटर थी।
पेरी ने 16 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और ऑस्ट्रेलिया वूमेंस नेशनल फुटबॉल टीम दोनों के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने एक महीने बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना पहला फुटबॉल मैच खेलने से पहले जुलाई 2007 में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेल लिया था
उन्होंने अपना करियर क्रिकेट में ही बनाया। वो ऑस्ट्रेलिया के लिए अभी तक 253 इंटरनेशनल मैच खेल चुकी है और 5081 रन अपने नाम कर चुकी हैं।
इयान बॉथम
इंग्लैंड के शानदार ऑलराउंडर सर इयान टेरेंस बॉथम इंग्लैंड के लिए क्रिकेट और फुटबॉल दोनों में ही अपने देश को रिप्रेजेंट किया है। बॉथम ने अपने करियर में केवल 11 फुटबॉल मैच खेले है।
वह 1978 से 1985 तक येओविल यूनाइटेड और स्कनथोरपे यूनाइटेड के लिए सेंटर-हाफ के रूप में खेला करते थे। बॉथम ने इंग्लैंड के लिए 218 इंटरनेशनल मैच खेले है।
इस दौरान उनके बल्ले से 7313 रन निकले है। साथ ही साथ उन्होंने 14 शतक और 31 अर्धशतक जड़े है। ये सारे शतक उन्होंने टेस्ट मैच में ही लगाए है। वहीं इस ऑलराउंडर ने गेंदबाजी करते समय 528 बल्लेबाजों को आउट किया था।