आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई थी। उस साल राजस्थान रॉयल्स ने खिताब पर अपना कब्जा जमाया था। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज खिलाड़ी शेन वॉर्न की कप्तानी में राजस्थान चैंपियन बना था।
मगर उसके बाद से इस टीम का प्रदर्शन लगातार गिरता चला गया और वह दोबारा कभी फाइनल में अपनी जगह बनाने में कामयाब नहीं हुए।
इस बीच राजस्थान ने 2013, 2015 और 2018 के आईपीएल में प्लेऑफ तक का सफर तय किया था। जबकि पिछले 3 सालों से राजस्थान अंतिम दो पायदान पर बनी हुई है।
अब राजस्थान टूर्नामेंट में वापसी करना अवश्य चाहेगी इसलिए वह अपनी टीम में कुछ मजबूत खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ सकती है।
आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी से पहले उन्होंने यशस्वी जयसवाल, संजू सैमसन और जोस बटलर को अपने साथ बरकरार रखा है। पिछले कई सालों में कुछ और भी खिलाड़ी ऐसे रहे है जिन्होंने राजस्थान के लिए खेला लेकिन बाद में उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जो 5 साल के अंतराल के बाद राजस्थान रॉयल्स में शामिल हो सकते है।
4. दीपक चाहर
दीपक चाहर एक दशक पहले आईपीएल में डेब्यू कर सकते थे। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 2011 में अपनी टीम में शामिल किया था।
चाहर दो साल तक आरआर टीम का हिस्सा रहे, लेकिन टीम के लिए कभी भी अपना डेब्यू नहीं कर सके। दीपक चाहर घरेलू क्रिकेट भी राजस्थान के लिए ही खेलते है।
इस तेज गेंदबाज ने आईपीएल में अपना डेब्यू 2016 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए किया था। इसके बाद वो 2017 में भी इसी टीम का हिस्सा रहे।
2018 में जब वो चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में शामिल हुए। उन्होंने चेन्नई के लिए ही अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई है। चाहर की घरेलू टीम राजस्थान के पास काफी पर्स बचा हुआ है और वे उन्हें खरीदने की कोशिश करेंगी।
3. केन रिचर्डसन
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज केन रिचर्डसन टी20 क्रिकेट के बेहद अनुभवी खिलाड़ी है। इसके अलावा वह बिग बैश में भी लगातार बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए आ रहे है।
केन रिचर्डसन 2014 के आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की टीम में शामिल हुए थे। उस साल उन्होंने राजस्थान के लिए 7 मैच खेले थे और 7.62 के इकॉनमी से 9 विकेट हासिल किये थे।
इसके अलावा केन 2013 में पुणे वारियर्स इंडिया और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए भी खेल चुके हैं। उनके आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक 15 मैच खेले है और 8.45 के इकॉनमी रेट से 19 विकेट हासिल किये है।
इसके अलावा उनके टी20 करियर की बात करें तो वो 100 से ज्यादा मैच खेल चुके हैं और 160 से ज्यादा बल्लेबाजों को अपना शिकार बना चुके हैं।
उन्हें जितना अनुभव है उस हिसाब से कोई भी टीम उन्हें अपने साथ जोड़ सकती है। ऐसे में अगर राजस्थान रॉयल्स रिचर्डसन को दोबारा अपनी टीम में शामिल करती है तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए।
2. करुण नायर
करुण नायर 2014 एवं 2015 के आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की टीम का हिस्सा थे। इस दौरान उन्होंने टीम के लिए 25 मैच खेले और 511 रन अपने नाम किये थे।
नायर लम्बे समय से आईपीएल का हिस्सा रहे हैं। आईपीएल 2021 में वो कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा थे लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया था।
पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स का मिडिल आर्डर काफी कमजोर था। ऐसे में राजस्थान रॉयल्स एक बार फिर से उन्हें अपनी टीम में शामिल करती है तो उनके आने से टीम का मिडिल आर्डर मजबूत हो जाएगा। करुण नायर एक बेहतरीन बल्लेबाज है।
अगर उन्हें लगातार खेलने के मौके मिले तो वो टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकते है। नायर राजस्थान, कोलकाता दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, पंजाब किंग्स का भी हिस्सा रह चुके हैं।
उनके आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने अभी तक 73 मैच खेले है और 128.36 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1153 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 10 अर्धशतक निकले है।
1. दीपक हूडा
दीपक हूडा ने 2015 में राजस्थान रॉयल्स के लिए अपना आईपीएल डेब्यू किया था। उस साल उन्होंने टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया था।
उस सीजन में दीपक ने 14 मैच में 158.94 के शानदार स्ट्राइक रेट की मदद से 151 रन अपने नाम किये थे। 2021 में वो पंजाब किंग्स की ओर से खेले थे लेकिन टीम ने मेगा नीलामी से पहले उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
26 वर्षीय यह खिलाड़ी अब राजस्थान की ओर से घरेलू क्रिकेट भी खेल रहा और हाल ही में हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। बल्लेबाजी के अलावा दीपक हूडा गेंदबाजी भी कर सकते है।
ऐसे में राजस्थान रॉयल्स की टीम उन्हें एक बार फिर से अपनी टीम में शामिल करने की कोशिश कर सकती है।
हूडा के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 80 मैच खेले है और 129.53 के स्ट्राइक रेट की मदद से 785 रन अपने नाम किये है। वहीं ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 8.46 के इकॉनमी से 8 विकेट लिए है।