भारत में कई बेहतरीन मैदान मौजूद है और उनकी अपनी खास बात है लेकिन मुंबई के वानखेड़े मैदान को काफी खास मानते है। यह भारत के प्रमुख मैदानों में से एक माना जाता है और इस मैदान पर भारतीय क्रिकेट जगत के कई सुनहरे पल देखने को मिले है।
ऐसे में इस मैदान पर हर खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ने की चाहत रखता है। बात अगर बल्लेबाजों की करें तो इस मैदान पर कई उपलब्धियां दर्ज होती हुई देखी गयी है और कुछ ऐसी ही एक खास उपलब्धि भारतीय ओपनर मयंक अग्रवाल ने अपने नाम की है।
मयंक ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50+ का स्कोर अपने नाम किया और वानखेड़े के मैदान में वह ऐसा करने वाले चौथे बल्लेबाज बन गए है। उनसे पहले यह कारनामा कई भारतीय सलामी बल्लेबाज करके दिखा चुके हैं।
इस चीज को लेकर आज हम अआप्को उन सभी 4 सलामी बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने मुंबई के वानखेड़े में दोनों पारियों में 50 या उससे अधिक का स्कोर अपने नाम किया है।
1. चेतन चौहान बनाम वेस्टइंडीज (1978)
भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रहे चेतन चौहान भले ही अब हमारे बीच में मौजूद नहीं हैं, लेकिन इन्होंने अपने करियर में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। भारत के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज का करियर शानदार रहा है।
भारतीय टीम के लिए उन्होंने कई मौकों पर बेहतरीन बल्लेबाजी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है, जिसमें साल 1978 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वानखेड़े के मैदान में खेली गई पारियां हमेशा यादगार कही जाएगी।
चेतन चौहान ने उस टेस्ट मैच की दोनों ही पारियों में 50 से अधिक का स्कोर खड़ा किया था। पहली पारी में चेतन चौहान के बल्ले से 52 रन निकले तो दूसरी पारी में भी उन्होंने 84 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।
इस तरह से वो वानखेड़े में दोनों पारियों में 50 या उससे अधिक का स्कोर बनाने वाले पहले सलामी बल्लेबाज बनकर उभरे थे। उनके टेस्ट करियर की बात की जाए तो 40 टेस्ट मैच खेले है और 31.57 की औसत से 2084 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 16 अर्धशतक निकले है। वो टेस्ट क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगा पाए है।
2. सुनील गावस्कर बनाम वेस्टइंडीज (1978)
चेतन चौहान ने जिस मैच में यह उपलब्धि अपने नाम की थी, उसी मैच में सुनील गावस्कर ने भी वानखेड़े के मैदान में एक मैच की दोनों पारियों में 50 या उससे ज्यादा रन बनाने का कारनामा करके दिखाया था।
1978 में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ गावस्कर ने वानखेड़े में पहली पारी में 205 रनों की शानदार पारी खेली थी और दूसरी पारी में भी उनके बल्ले से 73 रन निकले थे।
गावस्कर ने 125 टेस्ट मैच में भारत को रिप्रेजेंट करते हुए 10122 रन बनाये है। इस दौरान उनका औसत 51.12 का रहा। साथ ही साथ उन्होंने 34 शतक और 45 अर्धशतक भी लगाए है।
3. कृष्णामाचारी श्रीकांत बनाम वेस्टइंडीज (1987)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज क्रिस श्रीकांत एक जबरदस्त बल्लेबाज मानें जाते थे। श्रीकांत की पहचान एक आक्रमक सलामी बल्लेबाज के रूप में होती थी। श्रीकांत ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन का नजारा पेश किया है।
क्रिस श्रीकांत भी साल 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े के मैदान में एक मैच की दोनों ही पारियों में पचास या उससे ज्यादा रन बना चुके हैं। इस मैच की पहली पारी में श्रीकांत ने 71 रन बनाए तो दूसरी पारी में उन्होंने 65 रन की पारी खेली थी।
उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 43 मैच खेले है और 29.88 की औसत के साथ 2062 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 12 अर्धशतक निकले है।
4. मयंक अग्रवाल बनाम न्यूजीलैंड (2021)
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए भारत-न्यूजीलैंड के बीच सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में मयंक अग्रवाल ने भी ये कारनामा करके दिखा दिया। मयंक ने इस मैच की दोनों ही पारियों में शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया।
उन्होंने जहां पहली पारी में 150 रन की बेहतरीन पारी खेली, तो दूसरी पारी में भी शानदार अंदाज में 62 रन बनाये।
इस तरह से मयंक अग्रवाल वानखेड़े के मैदान में किसी एक टेस्ट की दोनों ही पारियों में 50 से उससे ज्यादा का स्कोर बनाने वाले चौथे सलामी बल्लेबाज बनकर चमके है।