आने वाले अगले 10-12 महीनों में वनडे क्रिकेट पर सबका फोकस होगा। इसके पीछे कारण यह है कि अगला वनडे वर्ल्ड कप है जो 2023 में भारत में खेला जाना है।
मेजबान भारतीय क्रिकेट टीम इस मेगा इवेंट के लिए क्वालीफाई कर चुकी है, और उन्होंने द्विपक्षीय सीरीज से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पिछले दो सालों में चयनकर्ताओं ने वनडे में कई खिलाड़ियों को मौका दिया है।
हालांकि, उन सभी के साथ समान व्यवहार नहीं किया गया। कुछ ने कुछ खराब प्रदर्शन के बावजूद टीम में अपनी जगह बरकरार रखी, वहीं चार बदकिस्मत खिलाड़ी वनडे टीम में जगह बनाने से चूक गए।
हालांकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। तो आज हम आपको उन 4 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें बाहर कर दिया गया।
4. राहुल चाहर
इस लिस्ट में स्पिनर राहुल चाहर ने चौथे स्थान पर अपनी जगह बनाने में अपनी सफलता पायी है। श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने अपने डेब्यू मैच पदार्पण मैच में तीन विकेट लिए थे।
इस दौरान उन्होंने 5.4 के इकॉनमी रेट की मदद से रन खर्च किये है। हालांकि इसके बावजूद राहुल चाहर को भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक और 50 ओवर का मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।
इसके अलावा राहुल के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 6 मैच खेले है और 7.59 के इकॉनमी रेट की मदद से 7 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
3. क्रुणाल पांड्या
इस लिस्ट में क्रुणाल पांड्या भी अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे है। रविंद्र जडेजा के लिए भारत को बैकअप ऑलराउंडर की जरूरत हैं और क्रुणाल इसका समाधान हो सकते हैं।
बड़ौदा के ऑलराउंडर ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू पर अर्धशतक लगाया। उन्होंने पांच वनडे मैच में भारत को रिप्रेजेंट किया है। वह 65 की औसत से 130 रन अपने खाते में जोड़ने में सफल रहे है।
वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 5.87 के इकॉनमी रेट की मदद से 2 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है। हालांकि उन्होंने जुलाई 2021 के बाद से कोई वनडे मैच नहीं खेला है। भारत ने सुंदर, शाहबाज़, अक्षर आदि को ट्राई किया है।
2. टी नटराजन
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नटराजन ने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में सफलता पायी है। यह जानकर थोड़ी हैरानी होती है कि टी नटराजन ने केवल दो वनडे मैच ही खेले हैं।
इन दो वनडे मैचों में उन्होंने 7.15 के इकॉनमी रेट की मदद से 3 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है। बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज भारत की डेथ बॉलिंग की समस्या का समाधान कर सकता हैं।
अगर टी नटराजन को सही अनुभव मिले तो वह अगल साल भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप में भारत के टॉप गेंदबाज बन सकते हैं। इससे जसप्रीत बुमराह से भी दबाव काम होगा।
1. पृथ्वी शॉ
सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को तीनों प्रारूपों में चयनकर्ताओं द्वारा आश्चर्यजनक रूप से नजरअंदाज किया गया है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने भारत के लिए छह मैच खेले हैं, जिसमें 31.50 की औसत से 189 रन अपने नाम किये है।
पिछले कुछ समय से पृथ्वी घेरलू क्रिकेट और आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे है लेकिन उन्हें जुलाई 2021 के बाद से भारतीय टीम में मौका नहीं मिल पाया है।
इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए 5 टेस्ट मैच खेले है और 42.38 के औसत की मदद से 339 रन बनाये है।
इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 2 अर्धशतक देखने को मिले है। वहीं एक टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेला है जिसमें वो गोल्डन डक पर आउट हो गए।