हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच पर्थ स्टेडियम, पर्थ में खेला गया था। इस मैच में वेस्टइंडीज को 164 रन की बड़ी हार का सामना करना पड़ा थी।
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क ने पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में एक विकेट लिया। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा कारनामा कर दिया जो बहुत ही कम क्रिकेटरों ने करके दिखाया है।
उन्होंने इस मैच की दूसरी पारी में तेगनारायण चंद्रपॉल को आउट किया और संयोग से स्टार्क ने एक दशक पहले उनके पिता शिवनारायण चंद्रपॉल को भी आउट किया था।
इंटरनेशनल क्रिकेट में यह उपलब्धि बहुत कम गेंदबाजों ने हासिल की है। तो आज हम आपको उन तीन गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में पिता और पुत्र दोनों का विकेट लिया है।
1. इयान बॉथम- लांस केर्न्स और क्रिस केर्न्स
जब वनडे मैचों की बात आती है, तो इयान बॉथम ने केवल लांस केर्न्स का विकेट लिया। हालांकि, टेस्ट में उन्हें पिता और पुत्र दोनों को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
जबकि लांस और बॉथम ने एक साथ काफी क्रिकेट खेली, 1990 के दशक की शुरुआत में इयान को क्रिस को भी गेंदबाजी करनी पड़ी थी। लांस कई बार इयान बॉथम को आउट हुए जबकि क्रिस ने केवल एक बार ऑलराउंडर की गेंद पर आउट हुए।
इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर बॉथम के आईपीएल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 218 मैच खेले है और 7313 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 528 विकेट लिए है।
2. वसीम अकरम- लांस केर्न्स और क्रिस केर्न्स
वसीम अकरम उन तीन गेंदबाजों में से एक हैं जिन्होंने इंटरनटोनल क्रिकेट में पिता और पुत्र दोनों का विकेट लिया है। 1985 में वसीम अकरम ने लांस केर्न्स का विकेट लिया था।
दस साल बाद टेस्ट में वसीम ने क्रिस केर्न्स को आउट किया। बेशक पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने वनडे में क्रिस केर्न्स को कई बार पवेलियन का रास्ता दिखाया है।
अकरम के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 460 मैच खेले है और 916 बल्लेबाजों को आउट किया है। वहीं बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 6,615 रन बनाये है।
3. मिचेल स्टार्क- शिवनारायण चंद्रपॉल और तेगनारायण चंद्रपॉल
मिचेल स्टार्क उन गेंदबाजों की इस लिस्ट में शामिल होने वाले नवीनतम खिलाड़ी हैं जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में पिता और पुत्र दोनों को अपना शिकार बनाने में सफलता पायी है।
बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने 2012 में शिवनारायण का विकेट हासिल किया और 2022 में तेगनारायण चंद्रपॉल को पवेलियन की राह दिखाने में कामयाब रहे है।
ऑस्ट्रेलिया के इस तेज गेंदबाज के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 237 मैच खेले है और 575 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफल रहे है।