भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का अंतिम मैच अमीरात ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में खेला गया था। इस मैच में भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से हराते हुए सीरीज को 2-1 से जीत लिया।
भारतीय टीम ने इस मैच में अपनी प्लेइंग इलेवन में चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह मोहम्मद सिराज को शामिल किया। वहीं इंग्लैंड टीम अपनी प्लेइंग इलेवन में बिना किसी बदलाव के साथ उतरी।
जसप्रीत बुमराह की पीठ में ऐंठन है और इस वजह से वो सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच नहीं खेल रहे है। इस तेज गेंदबाज ने पहले मैच में 6 और दूसरे मैच में 2 विकेट लिए थे।
तीसरे मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। उनका ये फैसला सही साबित हुआ क्योंकि मोहम्मद सिराज ने जॉनी बेयरस्टो को 0 के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
सिराज ने इसके कुछ देर बाद जो रूट को भी बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। इन दोनों के आउट होने के बाद जेसन रॉय और बेन स्टोक्स ने इंग्लैंड टीम को संभाला।
दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी निभाई। इस साझेदारी को हार्दिक पांड्या ने जेसन रॉय को आउट करके तोड़ा। रॉय ने 31 गेंदों में 7 चौको की मदद से 31 रन की पारी खेली।
हार्दिक ने कुछ देर बाद बेन स्टोक्स को भी पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। स्टोक्स को 29 गेंद में 4 चौको की मदद से 27 रन बनाये। इसके बाद इंग्लैंड कप्तान जोस बटलर ने मोईन अली ने चौथे विकेट के लिए 75 रन की साझेदारी निभाई।
इस साझेदारी को रविंद्र जडेजा ने मोईन अली को आउट करके तोड़ा। मोईन ने 44 गेंद में 2 चौको और 2 छक्कों की मदद से 34 रन बनाये। उनके आउट होने के बाद बटलर ने लियाम लिविंगस्टोन के साथ छठे विकेट के लिए 49 रन जोड़े।
इस साझेदारी को हार्दिक ने लिविंगस्टोन को आउट करके तोड़ा। लिविंगस्टोन ने 31 गेंद में 2 चौको और 2 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 27 रन बनाये। उनके आउट होने के कुछ देर बाद कप्तान बटलर हार्दिक को अपना विकेट दे बैठे।
बटलर ने 80 गेंद में 3 चौको और 2 छक्कों की मदद से 60 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। इसके बाद डेविड विली और क्रेग ओवरटन ने आठवें विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
इस साझेदारी को युजवेंद्र चहल ने विली को आउट करके तोड़ा। विली ने 18 गेंद में एक चौके और एक छक्के की मदद से 18 रन बनाये। चहल ने कुछ देर बाद ही ओवरटन को पवेलियन की राह दिखा दी।
ओवरटन ने 33 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से 32 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। चहल ने इसके बाद उसी ओवर में रीस टॉपली को 0 के स्कोर पर आउट कर दिया।
अंत में इंग्लैंड की टीम पूरी टीम 45.5 ओवरों में 259 के स्कोर पर सिमट गयी। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट हार्दिक पांड्या ने अपने नाम किये।
उन्होंने 7 ओवर में 3 मेडन सहित 24 रन देते हुए 4 विकेट लिए। उनके अलावा युजवेंद्र चहल ने 3 विकेट चटकाए। वहीं सिराज ने 2 और जडेजा ने एक बल्लेबाज को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि सलामी बल्लेबाज शिखर धवन 3 गेंद में 1 रन बनाकर रीस टॉपली की गेंद पर आउट हो गए।
इसके कुछ देर बाद टॉपली ने कप्तान रोहित शर्मा को आउट कर दिया। रोहित ने 17 गेंद में 4 चौको की मदद से 17 रन बनाकर आउट कर दिया। इसके बाद टॉपली ने विराट कोहली को भी पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
पूर्व भारतीय कप्तान ने 22 गेंदों में 3 चौको की मदद से 17 रन बनाये। ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए 34 रन जोड़े। इस साझेदारी को क्रेग ओवरटन ने स्काई को आउट करके तोड़ा।
सूर्यकुमार ने 28 गेंद में एक चौके की मदद से 16 रन की पारी खेली। सूर्या के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आये हार्दिक पांड्या आये। उन्होंने ऋषभ पंत के साथ 5वें विकेट के लिए 133 रन की बेहतरीन शतकीय साझेदारी की।
इस साझेदारी को कार्स ने पांड्या को आउट करके तोड़ा। हार्दिक ने 55 गेंदों में 71 रन की पारी खेली। इसके बाद बल्लेबाजी करने रविंद्र जडेजा आये। वहीं जब टीम का स्कोर 236 रन पहुंचा तो पंत ने 106 गेंदों में अपने करियर का पहला शतक जड़ दिया।
पंत और जडेजा ने छठे विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी करते हुए भारत को 42.1 ओवरों में जीत दिला दी। ऋषभ पंत 113 गेंद में 16 चौको और 2 छक्कों की मदद से 125 रन बनाकर नाबाद रहे।
वहीं जडेजा भी 15 गेंद में 7 रन बनाकर नाबाद लौटे। इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट रीस टॉपली ने लिए। उन्होंने 7 ओवर में एक मेडन सहित 35 रन देकर 3 विकेट लिए। उनके अलावा कार्स और ओवरटन ने एक-एक विकेट लिया।