बहुत कम ऐसा देखने को मिलता है कि कोई क्रिकेटर टीम को छोड़कर अपने लिए खेलता हो। जब ऐसा होता है तो आम तौर पर टीम को हार का सामना करना पड़ता है।
किसी खिलाड़ी के लिए स्वार्थी होना नेचुरल है। वहीं क्रिकेट एक टीम गेम है। एक खिलाड़ी हमेशा शानदार प्रदर्शन करने के लिए बेताब रहता है, चाहे वह टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए हो या अपने पर्सनल गोल्स को हासिल करना हो।
कभी-कभी इससे नुकसान भी नहीं होता है लेकिन ऐसे उदाहरण हैं जहां एक खिलाड़ी अपने निजी लाभ के लिए खेलता है और उसकी टीम को इसी वजह से हार का सामना करना पड़ता है।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको वनडे क्रिकेट के इतिहास में पाँच ऐसी घटनाओं के बारे में बताएंगे जहां खिलाड़ी अपनी निजी स्वार्थ के लिए खेले है।
5. डेविड वार्नर 2012 की सीबी सीरीज के फाइनल में 140 गेंद में बनाये 100 रन
डेविड वार्नर के वनडे करियर की ये सबसे धीमी पारी थी। उनकी इस पारी की वजह से ऑस्ट्रेलिया टीम को हार का सामना करना पड़ा था। ये पारी उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सीबी सीरीज के फाइनल में खेली थी।
उन्होंने ये पारी कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के दूसरे फाइनल मैच में श्रीलंका के खिलाफ खेली थी। वार्नर ने इस मैच में 140 गेंदे खेलते हुए 100 रन बनाये थे। अपनी इस पारी में उन्होंने मात्र 4 चौके और एक छक्का लगाया था।
उनके अलावा इस मैच में कप्तानी कर रहे माइकल क्लार्क ने 91 गेंद में 117 रन की पारी खेली थी। उन्हीं की इस तेज पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 271 रन बना पाया था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम की तरफ से तिलकरत्ने दिलशान के शतक और महेला जयवर्धने, कुमार संगाकारा के अर्धशतकों की मदद से श्रीलंका ने ये मैच 44.2 ओवर में 8 विकेट से अपने नाम कर लिया था।
4. सचिन तेंदुलकर का 100वां इंटरनेशनल शतक
सचिन तेंदुलकर का 100वां इंटरनेशनल शतक 2012 में एक साल के लंबे इंतजार के बाद आया था लेकिन इस वनडे मैच में वो काफी धीमा खेले थे जिसकी वजह से टीम को बांग्लादेश के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
सचिन का यह शतक 2012 के एशिया कप में आया था। ज्यादातर तेेज खेलने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 147 गेंदों में धीमी 114 रन की पारी खेली थी। उनकी इस पारी की वजह से ही भारत 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 289 रन ही बना पाया था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने 5 विकेट खोकर 49.2 ओवर में मैच अपने नाम कर लिया। विराट कोहली ने भी इस मैच में 82 गेंद पर 66 की बेहद धीमी पारी खेली थी।
गलती गेंदबाजी की रही जिन्होंने 5 विकेट लेने के बाद भी आखिरी 20 ओवरों में 150 के करीब रन लुटा दिए थे।लेकिन सचिन अगर थोड़ा तेज खेलते तो 300 सेे ज्यादा रन बना नतीजा भारत के पक्ष में भी जा सकता था।
3. माइकल वैंडोर्ट ने 2006 की VB सीरीज में 117 गेंद में बनाये 48 रन
माइकल वैंडोर्ट ने केवल एक वनडे खेला है । श्रीलंकाई बल्लेबाज को ऑस्ट्रेलिया में 2006 वीबी सीरीज के लिए चुना गया था और पहले ही मैच में उन्हें खेलने का मौका दिया गया था।
इस मैच में मेजबान टीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए मेलबर्न के मैदान पर 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 318 रन का विशाल स्कोर बनाया था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम को पहला झटक पहले ही ओवर में लग गया।
उसके बाद बल्लेबाजी करने आये माइकल वैंडोर्ट ने 117 गेंद में 46 रन की बेहद धीमी पारी खेली। इसकी वजह से श्रीलंका 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 202 रन ही बना पाया और 116 बड़े अंतर से मैच हार गया। अगर वो थोड़ा तेज खेलते तो श्रीलंका ये मैच जीत भी सकता था।
2. जैक्स कैलिस ने 2007 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 63 गेंद में बनाये 48 रन
2007 का वर्ल्ड कप वेस्टइंडीज में खेला गया था। इस वर्ल्ड कप का 22वां मैच साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। इस मैच में साउथ अफ्रीका की हार का कारण कैलिस का धीमा ही खेलना था।
इस मैच में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया और उनका ये फैसला गलत साबित हुआ क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 377 रन का विशाल स्कोर बना दिया था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम 50 ओवर में 48 ओवर में 294 रन पर सिमट गयी और 83 रन से मैच हार गयी। इस मैच में जैक्स कैलिस 63 गेंद में मात्र 48 रन ही बना पाए थे।
वहीं दूसरी तरफ एबी डिविलियर्स ने 70 गेंद में 92 रन की पारी खेली थी। हालांकि उनके साथ कैलिस थोड़ा तेज खेलकर देते तो मैच का नतीजा कुछ और होता।
1. सुनील गावस्कर ने 1975 के वर्ल्ड कप में 174 गेंदों में बनाये थे नाबाद 36 रन
सुनील गावस्कर की गिनती दुनिया दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में की जाती है और इस बात का अंदाजा उनके आकंड़े देखकर लगाया जा सकता है। गावस्कर ने 1975 के वर्ल्ड कप में इतनी धीमी पारी खेली थी जिसका आज तक भी कोई यकीन नहीं कर पाया है।
उनकी इसी धीमी पारी की वजह से भारत ये मैच हार गया था। इंग्लैंड के खिलाफ हुए इस मैच में भारत को 1975 के वर्ल्ड कप के पहले ही मैच हार झेलनी पड़ी थी।
इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 60 ओवर में 4 विकेट खोकर 334 रन बनाये थे। वहीं भारतीय टीम 3 विकेट खोकर 132 रन ही बना पायी थी। इस मैच में गावस्कर ने 174 गेंद खेलते हुए मात्र 36 रन बनाये थे।