चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 2022 में अपने अभी तक सभी मैच हारे हैं। इस सीजन टीम की कप्तानी रविंद्र जडेजा कर रहे है।
इस पर भारत के पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा का कहना है कि चेन्नई के कप्तान रविंद्र जडेजा को कुछ अलग हटकर सोचना होगा ताकि वो सीजन में अच्छा प्रदर्शन करके दिखा सके।
जडेजा पर न केवल चार बार टीम को चैंपियन बनाने वाले एमएस धोनी की जगह भरने का दबाव है, बल्कि खिताब को डिफेंड करने की भी जिम्मेदारी होगी।
पहले दो मैचों में चेन्नई टीम को कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
इन दोनों ही मैचों में कप्तान जडेजा के कुछ फैसलों की काफी आलोचना हुई है। रविवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ सीएसके का मैच प्रीव्यू करते हुए ओझा ने बताया कि जडेजा उम्मीदों के दबाव को कैसे मैनेज कर सकते हैं। उन्होंने कहा:
“सवाल बिल्कुल उठेंगे क्योंकि वे पिछले साल चैंपियन थे। जब भी कोई टीम चैंपियनशिप जीतती है, तो वह अगले सीजन को वहीं से शुरू करना चाहती है जहां उन्होंने खत्म किया था। इस टूर्नामेंट में उसी लय को बरकरार रखना बहुत जरूरी हैं।
यदि आप जीतते रहते हैं, तो आपका लय बना रहता है और आपको बहुत ज्यादा कोशिश करने की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन जैसे ही लय टूटता है तो उसे वापस लाना बहुत मुश्किल होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे उम्मीद है कि सीएसके के नए कप्तान रविंद्र जडेजा बेहतर प्लानिंग बनाएंगे। यह वही टीम थी, जो पिछले साल जीती थी। क्योंकि अब नंबर 1 हैं, तो उम्मीदें बढ़ेंगी।
उन्हें अलग सोच के साथ आना होगा और कुछ नया दिखाना होगा। हमने देखा है कि एमएस धोनी क्या कर सकते हैं, अब हम देखना चाहते हैं कि रविंद्र जडेजा कप्तान के रूप में क्या कर सकते हैं।
हालाँकि चेन्नई ने अपनी ज्यादातर बल्लेबाजी कोर को बनाये रखा है, लेकिन वे गेंदबाजी लाइनअप में दीपक चाहर के अनुभव को जरूर मिस कर रहे होंगे।
इसके अलावा धोनी; जडेजा को कप्तानी सौंप चुके हैं, लेकिन वह सभी ऑन-फील्ड फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसमें फील्डिंग में बदलाव और गेंदबाजों के साथ बातचीत शामिल है।
यह फ्रेंचाइजी के लिए उलझा हुआ सा लगता है और यह कुछ ऐसा है जो आमतौर पर जीत के साथ ठीक हो जाता है।”