मुंबई : शुक्रवार रात को खेले गए मुकाबले में अपने अभद्र व्यवहार के लिए ऋषभ पंत के ऊपर 100% मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है।
वही मैदान के बीच घुस जाने वाले सपोर्ट स्टाफ प्रवीण आमरे पर एक मैच का बैन लगा दिया गया है। प्रवीण आमरे ऋषभ पंत के कहने पर मैदान में घुसकर अंपायर पर दबाव बना रहे थे।
शार्दुल ठाकुर जो ऋषभ पंत के साथ खिलाड़ियों को वापस बुला रहे थे उन पर भी मैच का 50 परसेंट जुर्माना लगा दिया गया है।
अगर वाटसन नहीं होते तो कल खेल की गरिमा शर्मसार हो जाती। पंत हालांकि सस्ते में बचने के लिए क्योंकि ऐसे व्यवहार के लिए कम से कम 2 मैचों के बैन की मांग लोगों ने की है।
ट्विटर पर कई लोगों ने पंत को सपोर्ट किया तो कई ने उनको गैर जिम्मेदार कप्तान करार दिया। कई लोगों ने इस घटना का मजाक उड़ाया।
दिल्ली को राजस्थान से महज 15 रन से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, मैच के आखिरी ओवर में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला।
दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत अंपायर के नो बॉल फैसले से काफी नाराज थे। इस मैच में पंत ने अपने खिलाड़ियों को मैदान से वापस बुलाने का इशारा किया। लेकिन इसके बाद ऋषभ पंत के इस एक्शन की आलोचना हो रही है.
आखिरी ओवर में नो बॉल न देने पर ऋषभ पंत ने बल्लेबाजों को वापस डग आउट पर बुलाया। पंत के इस व्यवहार पर ट्विटर पर खूब प्रतिक्रियाएं आ रही थीं। इस बार कुछ सपोर्ट और काफी ज्यादा ट्रोल भी हुआ।
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने कहा है कि पंत की ये हरकत भयानक है, ऐसे खिलाड़ियों को सस्पेंड कर देना चाहिए. एक अन्य यूजर ने पंत पर एक मैच का बैन लगाने की मांग की है।
That is just unacceptable and horrible behaviour from Pant these players need to be suspended to be disciplined. #IPL
— Sakshat Betkekar 🔰 (@SakshatB) April 22, 2022
कुछ लोगों ने पंत के व्यवहार का समर्थन किया और कहा कि वे उनके साथ हैं।
whatever happened im team pant 🥰
— juhi (@zuu_hehe) April 22, 2022
कुछ ने पंत की हरकतों का लुत्फ उठाया। एक यूजर के मुताबिक यह स्ट्रीट क्रिकेट नहीं है, नहीं तो पंत पावेल का बल्ला लेकर भाग जाते।
Thank God it's not gully cricket else rishab pant would have ran into the ground and taken away Powell bat and run away😂😂
But clearly a no ball👀#cheaters #RRvsDC #RR #DC #IPL2022 #crickettwitter— need not know😏 (@Nknownlegend19) April 22, 2022
दिल्ली को आखिरी ओवर में जीत के लिए 36 रन चाहिए थे। ओबैद मैककॉय को पॉवेल ने 3 गेंदों पर 3 छक्के लगाए। लेकिन पंत के मुताबिक तीसरी गेंद नो बॉल थी, लेकिन अंपायर ने उन्हें नो बॉल नहीं दी।
अंपायर के फैसले से नाराज पंत ने अपने साथियों को क्रीज छोड़ने को कहा। कोच के मध्यस्थता के बाद मैच शुरू हुआ। पंत ने बोला अंपायर नो बॉल को चेक कर सकता था लेकिन उसने नहीं किया।
आईपीएल जो अब तक बेहद कम मौकों पर विवादों में रहा है, टूर्नामेंट में एक कप्तान का ऐसा करना आईपीएल की खराब तस्वीर प्रस्तुत करने वाला है।
नियमों में तो यह भी है कि अंपायर के फैसले पर बल्लेबाज के आपत्ति जताने पर या विरोध प्रकट करने पर उस पर जुर्माना लगा दिया जाता था। ऐसे में पंत ने जितना ड्रामा किया, वह आसानी से बच निकले।