वर्ल्ड क्रिकेट में धोनी की गिनती सबसे सफल कप्तानों और फिनिशरों में की जाती है। टिकट कलेक्टर के रूप में अपना जीवन शुरू करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा तो वो भारत के सबसे सफल कप्तान थे।
उन्होंने भारतीय टीम को 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 का वर्ल्ड कप और 2013 में चैम्पियन्स ट्रॉफी जितवाई थी और वहीं आईपीएल में भी चेन्नई सुपर किंग्स को 4 बार चैंपियन बना चुके है लेकिन उनको भी इस दौरान आलोचनाएं का सामना करना पड़ा है।
उन्होने हर आलोचना का जवाब बड़े ही बेहतरीन तरीके से दिया है। तो इसी चीज़ को लेकर आज हम उन पांच घटनाओं के बारे में आपको बताएंगे जहां महेंद्र सिंह धोनी ने अपने आलोचकों को गलत साबित करके दिखाया है।
धोनी ने हर्ष गोयनका को गलत साबित करके दिखाया
आईपीएल 2017 और 2018 में हिस्सा लेने वाली राइजिंग पुणे सुपरजायंट टीम के मालिक संजीव गोयनका के भाई हर्ष गोयनका एमएस धोनी के ख़िलाफ़ ट्वीट कर दिया था।
हर्ष गोयनका ने कहा था कि राइंजिग पुणे सुपरजायंट के नए कप्तान स्टीव स्मिथ ने महेंद्र सिंह धोनी से बेहतर काम करके दिखाया है। जिसके बाद फैंस ने उनको काफ़ी ट्रोल किया था।
2018 में चेन्नई टीम ने बैन के बाद वापसी की और धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स को ख़िताब जितवा दिया और इस तरीके से उन्होंने बिना कुछ कहे हर्ष गोयनका की बोलती बंद कर दी।
धोनी ने किया रोहित को सपोर्ट
भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा की गिनती इस समय दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटरों में की जाती है।रोहित शर्मा शुरुआत में निचले-मध्यक्रम में बल्लेबाज़ी करने आते थे लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने उनसे ओपनिंग करवाई।
रोहित अपने शुरुआत के 85 वनडे मैचों में 2000 से भी कम रन बना पाए थे। लेकिन धोनी उन्हें मौके देते रहे और इस वज़ह से उनकी आलोचना भी हुई लेकिन आज जिस हिसाब से रोहित का करियर चल रहा है उसका श्रेय धोनी को ही जाता है।
सीएसके के लिए स्कॉट स्टायरिस की भविष्यवाणी हुई गलत साबित
आईपीएल-2021 शुरू होने से पहले, न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर स्कॉट स्टायरिस ने रैंकिंग में मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद को टॉप-4 में जगह दी थी।
मज़ेदार बात यह है कि पहले वो चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ही खेलते थे उन्होंने अपनी इस रैंकिंग में धोनी की टीम को अंतिम स्थान पर जगह दी थी लेकिन धोनी ने उन्हें गलत साबित करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स को चौथी बार ट्रॉफी जितवा दी।
रवींद्र जडेजा का समर्थन
रोहित शर्मा की ही तरह, रवींद्र जडेजा धोनी ने काफ़ी सपोर्ट किया और जडेजा कि जडेजा ने उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास कराने में काफ़ी मदद की है और आज उसी कारण से जडेजा की गिनती दुनिया के बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में होती है।
सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने का लगा आरोप
महेंद्र सिंह धोनी ने जैसे ही 2007 में आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप जितवाया और उसके तुरंत बाद बीसीसीआई ने उन्हें वनडे का नया कप्तान बना दिया।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में हुई सीबी सीरीज़ में उन्होंने कप्तानी की और उस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया, भारत के अलावा श्रीलंका भी मौजूद थी। धोनी को उस समय कप्तानी का इतना अनुभव नहीं था लेकिन इस सीरीज़ के लिए उन्होंने कुछ अहम फैसले लिए।
उन्होंने चयनकर्ताओं के साथ हुई बैठक में कुछ सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने पर बात की क्योंकि सीनियर प्लेयर ऑस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों पर अच्छी फील्डिंग नहीं कर पाते है।
धोनी के इस फैसले पर चयनकर्ताओं ने भी अपनी हरी झंडी दिखा दी और टीम ने 2008 में सीबी सीरीज़ जीत ली। इसलिए, सीनियर्स को टीम से बाहर किए जाने के बाद नाराज हुए फैंस उनकी तारीफ़ करने लगे।